लाॅकडाउन के बीच खुले नए खातों में 35% महिलाओं के, 70% पहली बार निवेश कर रही, इनमें 74 फीसदी महिलाएं दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों से

कोविड-19 महामारी के दौरान शेयर बाजार में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। एफडी पर ब्याज में कटौती के चलते महिलाएं निवेश के अन्य विकल्पों पर विचार कर रही हैं। सूरत और गुंटूर जैसे दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों से भी महिलाएं शेयर बाजार में पैसा लगा रही हैं। निवेश करने वाली महिलाओं में बड़ी संख्या घरेलू महिलाओं की है।

विशेषज्ञों का मानना है कि महामारी के दौरान घर के खर्च में योगदान देने तथा वेतन में कटौती और छंटनियों की वजह से महिलाएं अब शेयर बाजार में रुचि ले रही हैं। इसके अलावा बैंकों की मियादी जमा (एफडी) पर ब्याज दरें कम हो रही हैं, जिसके मद्देनजर महिलाएं बचत के अन्य विकल्पों पर विचार कर रही हैं।

ज्यादातर महिलाएं पहली बार कर रही हैं निवेश

शेयर बाजार में निवेश करने वाली महिलाओं में अधिकतर पहली बार निवेश कर रही हैं। इनमें बड़ी संख्या गृहिणियों की है। शेयरखान बाय बीएनपी परिबास के निदेशक शंकर वैलाया ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान शेयर बाजारों में खुदरा भागीदारी बढ़ी है। यह बात महिलाओं पर भी लागू होती है। महिलाएं अब एफडी पर ब्याज में कटौती के मद्देनजर निवेश के अन्य विकल्पों पर विचार रही हैं।

74 फीसदी महिला ग्राहक दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों से

ऑनलाइन ब्रोकरेज कंपनी अपस्टॉक्स ने कहा कि अप्रैल से जून, 2020 के दौरान महिलाओं के खातों में पिछली तिमाही की तुलना में 32 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इनमें से 70% महिलाएं पहली बार शेयर बाजारों में निवेश कर रही हैं। ब्रोकरेज कंपनी की महिला ग्राहकों में से 35% गृहणियां हैं। 74% महिला ग्राहक विशाखापत्तनम, जयपुर, सूरत, रंगा रेड्डी, नागपुर, नासिक, गुंटूर जैसे दूसरी और तीसरे श्रेणी के शहरों से हैं।

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अप्रैल से जून, 2020 के दौरान महिलाओं के खातों में पिछली तिमाही की तुलना में 32 प्रतिशत का इजाफा हुआ।