लॉकडाउन के चलते पैसेंजर ट्रेन से रेलवे को 35 हजार करोड़ के नुकसान की आशंका, मालगाड़ी की कमाई से रेलवे का चल रहा है काम

भारतीय रेलवे ने कहा है कि लॉकडाउन के चलते उसे वित्त वर्ष 2020-2021 में 35 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। वर्तमान में भारतीय रेलवे केवल 230 विशेष रेलगाड़ियां चला रही है। इन ट्रेनों में ऑक्यूपेंसी 75 फीसदी के करीब है। बता दें कि देश में कोरोनावायरस महामारी अपने चरम पर है। लगातार मामले बढते ही जा रहे हैं इस वजह से मार्च से भारतीय रेलवे की यात्री सेवा बंद है।

मालगाड़ी की कमाई पर निर्भर है रेलवे

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने कहा कि अभी हमें नहीं पता कि भविष्य में कोरोनावायरस की स्थिति कैसी होगी। फिलहाल मालगाड़ी से होने वाली कमाई से रेलवे का काम चल रहा है। माल ढुलाई की आय पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी तक बढ़ जाएगी।

पैसेंजर सेगमेंट से 10-15% कमाई होने की उम्मीद

विनोद कुमार यादव ने कहा कि हम पैसेंजर सेगमेंट से 10-15% कमाई होने की उम्मीद कर रहे हैं। हम 30 से 35 हजार करोड़ के नुकसान में हैं। लेकिन हम इस नुकसान की भरपाई को माल ढुलाई से पूरी करने की कोशिश करेंगे।

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विनोद कुमार यादव ने कहा कि हम पैसेंजर सेगमेंट से 10-15% कमाई होने की उम्मीद कर रहे हैं।