कोरोना काल में इस महामारी से बचने के लिए लोगों ने क्या नहीं किया। किसी ने घर में मंदिर बनाकर कोरोना देवी की पूजा की तो किसी ने कोरोना बाबा को मनाने का हर प्रयास कर डाला।
फिलहाल कोरोना से बचाव का जो ट्रेंड चल रहा है उसमें अंतर्गत लोग कोरोना से जुड़े तरह-तरह के टैटू अपने शरीर पर बनवा रहे हैं। उनका मानना है कि ये टैटू कोविड -19 से बचाने में उनकी मदद करेंगे।
स्पेन के एंड्रेस वेगा पिछले 21 सालों से अपने कस्टमर के लिए टैटू बना रहे हैं। वे कहते हैं इन दिनों उनके पास ऐसे कई कस्टरमर आ रहे हैं जो कोविड – 19 के दौरान संघर्ष कर रहे प्रोफेशनल्स के टैटू बनावाना पसंद कर रहे हैं।
एंड्रे ने अपने एक टैटू में मास्क पहने फीमेल नर्स का फेस बनाया। उन्होंने इस मास्क को बहुत खूबसूरती के साथ अपने कस्टमर के बाजू पर बनाया। नर्स के फोटो के आसपास सुंदर फूलों से बनी डिजाइन भी देखी जा सकती है।
32 वर्षीय सिडनी निवासी टैटू आर्टिस्ट लांस ओरियन विल्ब्रो ने हाल ही में अपने क्लाइंट के लिए लॉकडाउन के दौरान घर में रहकर लोगों द्वारा किए गए संघर्ष को बताने के लिए एक परमानेंट टैटू बनवाया।
टैटू बनवाने वाले लोगों के बीच मुश्किल हालातों में खुश रहने का यह जरिया कारगर साबित हो रहा है। कोई अपने हाथ में हैंड वॉश का मैसेज देता टैटू बनवा रहा है तो किसी को कोरोना वायरस बैक्टीरिया अपनी बॉडी पर अच्छा लग रहा है।
हालांकि कुछ लोग इन टैटूज का मजाक उड़ा रहे हैं। लेकिन जेन का मानना है कि ये टैटूज कोरोना काल के दौरान लोगों पर गहरा प्रभाव डाल रहे हैं।
कुछ लोग इसे लॉकडाउन को याद रखने का जरिया मान रहे हैं। इसलिए टैटू बनवाने का यह अवसर वे किसी हाल में खोना नहीं चाहते। एक व्यक्ति ने ग्रीन माइक्रोस्कोपिक वायरस टैटू बनवाया। उसका मानना है कि इस तरह की टैटू डिजाइन उसे वायरस से बचाने में मदद करेगी।
अपने शौक के लिए बनवाए जाने वाले ये टैटू आपको फैशनेबल तो दिखा सकते हैं लेकिन अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जिससे ये समझ में आए कि ये टैटूज कोरोना से बचाव भी करते हैं।
27 साल क टेलर डुविन कनाडा में रहती हैं। उन्होंने कोरोना वायरस टैटू की डिजाइन वाली एक फ्लैश शीट बनाई है। वे कहती हैं मेरे पास इस तरह के टैटूज बनाने की कई रिक्वेस्ट आ रही हैं।
उन्होंने ये शीट लॉकडाउन के दौरान उस वक्त बनाईं जब उनके पास करने के लिए कोई और काम नहीं था। अपनी बोरियत को दूर करने के इस तरीके से आज वे मुंहमांगी रकम पा रही हैं।