लोग कहते थे बिग बी को एक्टिंग छोड़ देनी चाहिए:ये सुन अमिताभ बच्चन मुंबई छोड़ना चाहते थे; शो केबीसी और फिल्म मोहब्बतें से वापसी की

अमिताभ बच्चन 1960 के दशक से फिल्मों में हैं। लेकिन 1990 के दशक में उनके करियर में डाउनफॉल आ गया था, जब उन्होंने फिल्म प्रोडक्शन में हाथ आजमाया था। उस दौरान उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर नहीं चल रही थीं। इस कारण फैंस उनके नाराज हो गए थे। एक बार वो कहीं पेरेंट्स के साथ जा रहे थे, तब कुछ लोग उन्हें कहने लगे थे कि वे खराब एक्टर हैं और उन्हें एक्टिंग छोड़ देनी चाहिए। लोगों की बातें सुनकर बिग बी ने मुंबई छोड़ने का फैसला भी कर लिया था। लेकिन फिर उन्होंने केबीसी शो और फिल्म मोहब्बतें से वापसी की। बिग बी बोले थे- लोग एक्टिंग की बुराई कर रहे थे 1999 में वीर सांघवी के साथ बातचीत में अमिताभ बच्चन ने बताया था कि एक बार वह अपने माता-पिता के साथ कार में ट्रैवल कर रहे थे। तभी राहगीरों ने उनकी कार के अंदर अपना सिर डाल दिया और उनकी एक्टिंग की बुराई करने लगे थे। यह उनके लिए बेहद खराब एक्सपीरियंस था। इस बारे में उन्होंने कहा था, ‘लोग सड़कों पर थे। वे अपना सिर कार की खिड़की के अंदर डाल दे रहे थे। मेरी एक्टिंग की बुराई कर रहे थे।’ फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने वाले थे बिग बी इस वक्त अमिताभ बच्चन एक स्ट्रगलिंग एक्टर थे। बड़ी हिट न मिलने पर उन्हें मुंबई छोड़ने के लिए भी कहा गया था। लोगों का मानना था कि वह अपना समय बर्बाद कर रहे। इस बारे में बिग बी ने कहा था- जब मुझे सड़कों पर रोका जाता था और शहर से बाहर जाने के लिए कहा जाता था। तब लोगों का यह रवैया देख कर मैंने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का मन बना लिया था। केबीसी और फिल्म मोहब्बतें से बदली किस्मत इस इंटरव्यू के कुछ ही साल बाद अमिताभ बच्चन की पूरी लाइफ तब बदल गई जब वे कौन बनेगा करोड़पति में दिखाई दिए। यह गेम शो वह आज तक होस्ट करते आ रहे हैं। केबीसी के अलावा यश चोपड़ा के डायरेक्शन में बनी फिल्म मोहब्बतें ने बिग भी को अपना खोया हुआ स्टारडम वापस पाने में मदद की। 90 करोड़ का कर्ज और फिर मोहब्बतें से कमबैक की कोशिश बता दें, अमिताभ ने करियर की बुलंदियों पर प्रोडक्शन हाउस अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ABCL) शुरू किया। तेरे मेरे सपने, मृत्युदाता जैसी लगातार फिल्में फ्लॉप हुईं। मिस वर्ल्ड ब्यूटी पेजेंट (1996) जैसे बड़े इवेंट ने भी अमिताभ को कर्जदार बना दिया। लगातार नुकसान उठाते हुए अमिताभ 90 करोड़ के कर्ज में डूब गए। कंपनी बर्बादी की कगार पर थी और अमिताभ दिवालिया हो चुके थे। उन्होंने कंपनी के फंड के लिए अपना बंगला प्रतीक्षा भी गिरवी रख दिया। बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें सख्त आदेश दिए कि वो अपना बंगला और फ्लैट तब तक नहीं बेच सकते, जब तक वो कैनरा बैंक का लोन न चुका दें। 2013 में दिए एक इंटरव्यू में बिग बी ने बताया कि रोजाना कर्ज वापस लेने वाले उनके दरवाजे पर खड़े होते थे। गालियां देते और धमकियां देते। कर्ज चुकाने के लिए ना पैसे थे ना कोई जरिया। अमिताभ घंटों इस बुरे दौर से गुजरने का हल सोचते। एक दिन वो इस फैसले पर पहुंचे कि वो एक अभिनेता हैं और वो इसमें माहिर हैं। अमिताभ सीधे यश चोपड़ा के पास पहुंच गए और कहा- मुझे काम दे दो। अमिताभ की बतौर हीरो मृत्युदाता, सूर्यवंशम, लाल बादशाह, हिंदुस्तान की कसम फ्लॉप रही थीं। वहीं यश उस समय मोहब्बतें फिल्म बनाने वाले थे। मौका और हीरो दोनों सामने थे। यश ने उन्हें नारायण शंकर का कैरेक्टर दिया। कर्ज में डूबे अमिताभ कैरेक्टर रोल के लिए भी राजी हो गए। फिल्म रिलीज हुई और उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी। बेहतरीन अभिनय के लिए तारीफें बटोर रहे अमिताभ ने मोहब्बतें से दूसरी पारी शुरू की।