क्राइम ब्रांच ने लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। मामले में पांच लोग गिरफ्तार किये गए हैं, जिनमें 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस दफ्तर का एक क्लर्क भी शामिल है। इस गैंग का मास्टरमाइंड रितेश तिवारी खुद को गृहमंत्री के पीएस का करीबी बताता था। पुलिस ने बताया रितेश तिवारी के खिलाफ शिकायत देने वाले व्यक्ति ने बताया था कि उससे 25 करोड़ का लोन दिलाने का भरोसा देकर स्टैंप पेपर के खर्चे के नाम पर 12 लाख रुपए ठगे गये हैं।
एक अन्य व्यक्ति ने 50 करोड़ का लोन दिलाने के नाम पर 32 लाख ठगी की शिकायत दी थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला रितेश तिवारी सिविल लाइंस इलाके का रहने वाला है, जो अपने दोस्तो के साथ मिल ठगी का काम कर रहा है। इन लोगों ने एक फार्म हाउस किराए पर लेकर अपना सेटअप तैयार किया हुआ था। वहाँ बाउंसर्स तक रखे गए थे। यहाँ आने वाले लोगों को बताया जाता था यह एक महत्वपूर्ण व्यक्ति का निवास स्थान है और शिकायतकर्ताओं की लोन संबंधी बातें कर ली गई है|
उसके बाद स्टैंप पेपर खरीदने के नाम पर उनसे कुछ पैसे ठग लिए जाते थे| रितेश तिवारी खुद को एक उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारी के रूप में प्रस्तुत करता था। और लोगों को उनका काम करा देने का दावा करता था। रौब झाड़ने के लिए वह फॉरच्यूनर गाड़ी में दो जिप्सी के साथ बाउंसर लेकर चलता थ। दूसरे आरोपी का नाम अजय जैन है। वह किसी वित्तीय संस्था में काम करता है। तीसरा आरोपी भास्कर नाथ एक रिटायर्ड सरकारी अधिकारी का बेटा है।
चौथा आरोपी अमन कश्यप एक प्रॉपर्टी डीलर है और पिछले 12 सालों से रितेश तिवारी से परिचित है। वहीं भीम पंडित कांग्रेस के 24 अकबर रोड स्थित कार्यालय में एक क्लर्क का काम करता है और अपने आप को कई वरिष्ठ नेताओं का करीबी बताता है।