लोन लेने का बना रहे हैं प्लान तो सिबिल स्कोर और रीपेमेंट कैपेसिटी सहित इन 7 बातों का रखें ध्यान

ज्यादातर लोग बड़ी जरूरतें जैसे घर या कार खरीदना जैसी चीजों के लिए लोन का सहारा लेते हैं। इसके अलावा कई लोग पैसों की जरूरत पड़ने पर पर्सनल लोन भी लेते हैं। बैंक से आपको लोन मिलेगा या नहीं ये क्रेडिट स्कोर, प्रोफेशन और इनकम आदि जैसी बातों पर निर्भर करता है। अगर आप भी लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो उससे पहले आपको कुछ बातों पर गौर करना चाहिए। यहां हम आपको उन कारकों के बारे में बता रहे हैं जिन पर आपका लोन और उसकी ब्याज दर तय होती है।

अपने सिबिल स्कोर का ध्यान रखें
सिबिल स्कोर से व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री का पता चलता है। पर्सनल लोन के मामले में बैंक आवेदक का सिविल स्कोर जरूर देखते हैं। क्रेडिट स्कोर कई खास क्रेडिट प्रोफाइलिंग कंपनियों की तरफ से तय किया जाता है। इसमें यह देखा जाता है कि आपने पहले लोन लिया है या क्रेडिट कार्ड आदि का इस्‍तेमाल किस प्रकार किया है। किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर रीपेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट इस्तेमाल का अनुपात, मौजूदा लोन और बिलों के समय पर पेमेंट से पता चलता है।यह स्कोर 300-900 की रेंज में होता है, लेकिन 700 या उससे ज्यादा के स्कोर को कर्जदाता अच्छा मानते हैं।

प्रोफेशन
आपको लोन मिलेगा या नहीं ये आपके प्रोफेशन पर भी निर्भर करता है। लोन लेने वाला व्यक्ति करता क्या है? और उसे कितनी सैलरी मिलती है? ये भी बैंक देखता है। ज्यादातर केस में नॉन सैलरी वाले लोगों के लिए लोन मुश्किल होता है। इसके अलावा इनको ज्यादा ब्याज दर पर लोन दिया जाता है।

संबंधित बैंक से लें लोन
अगर आप लोन लेने का सोच रहे हैं तो उसी बैंक से लोन लें जहां आपका अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉजिट या क्रेडिट कार्ड सेवा आप वहां से ले रहे हों। क्योंकि बैंक अपने रेगुलर कस्टमर्स को आसानी से और उचित ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराते हैं।

ऑफर्स का रखें ध्यान
बैंक समय- समय पर लोन लेने वालों को बेहतर ऑफर्स उपलब्ध कराते रहते हैं। ऐसे में आप लोन लेने से पहले सभी बैंकों के ऑफर्स के बारे में पता कर लें। क्योंकि जल्दबाजी में लोन लेना आपके लिए गलत साबित हो सकता है। लोन लेने से पहले सही से छानबीन कर लें।

रीपेमेंट कैपेसिटी
लोन की अवधि और रकम चुनने से पहले ठीक से विचार करना चाहिए। कभी भी जरूरत से ज्यादा पैसा नहीं लेना चाहिए। इसके अलावा लोन की किस्तें अपनी क्षमता को देखकर ही तय करना चाहिए। लोन को जितना जल्दी हो सके निपटाने की कोशिश करनी चाहिए।

प्री-पेमेंट पेनल्टी की जानकारी जरूर लें
कई बैंक समय से पहले पर्सनल लोन अदा करने पर पेनल्टी लगाते हैं। ऐसे में बैंकों से इस बारे में पूरी डिटेल ले लें, क्योंकि समय से पहले लोन अदा करने पर बैंकों को उम्मीद के मुताबिक कम ब्याज मिलता है। ऐसे में उनकी ओर से कुछ टर्म एडं कंडीशन लगाए जाते हैं। इसलिए होन लोन लेते वक्त इस बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लें।

इमरजेंसी फंड में लोन EMI के लिए भी जुटाएं पैसा
परेशानियां कभी भी आ सकती हैं। इससे निपटने के लिए आपके पास इमरजेंसी फंड का होना बहुत जरूरी है ये इमरजेंसी फंड कम से कम 6 महीने के खर्चों के बराबर होना चाहिए। इस फंड में आपको लोन की EMI के लिए भी पैसा रखना चाहिए ताकि परेशानी आने पर भी आप लोन की किस्तें समय पर भर सकें। समय पर किस्तें न भरने से पेनल्टी तो लगती ही है साथ ही आपका सिबिल स्कोर भी खराब होता।

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बैंक से आपको लोन मिलेगा या नहीं ये क्रेडिट स्कोर, प्रोफेशन और इनकम आदि जैसी बातों पर निर्भर करता