विकास का साथी बदमाश प्रभात को एक दिन के ट्रांजिट रिमांड पर ले गई यूपी पुलिस

कानपुर पुलिस हत्याकांड का मुख्य आरोपी पांच लाख का इनामी विकास दुबे तो फरीदाबाद से बच निकला लेकिन उसका साथी कार्तिकेय उर्फ प्रभात सिंह चार पिस्टल के साथ सेक्टर-87 में न्यू इंद्रा काम्प्लेक्स हरिनगर से गिरफ्तार कर लिया गया। प्रभात और विकास दुबे को अपने घर में शरण देने के आरोप में पुलिस ने मकान मालिक और उसके बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी बदमाश प्रभात को कोर्ट में पेश करने के लिए लेकर जाते हुए पुलिस।

बुधवार को तीनों आरोपियोंको फरीदाबाद की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से प्रभात को एक दिन की ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर पुलिस अपने साथ ले गई। जबकि मकान मालिक श्रवण कुमार मिश्रा और उसके बेटे अंकुर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

पुलिस गिरफ्त में विकास का साथी कार्तिकेय उर्फ प्रभात। यह घटना के बाद से विकास के साथ था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे घटना को अंजाम देने के बाद अपने करीबी साथी कार्तिकेय उर्फ प्रभात सिंह के साथ फरीदाबाद आ पहुंचा। पुलिस से पकड़े जाने के डर से प्रभात ने विकास को दिल्ली-मथुरा रोड बड़खल मोड़ स्थित श्री शाशारामा ओयो होटल में ठहराने की योजना बनाई थी। इसके लिए वह मंगलवार सुबह अपने परिचित कानपुर के गांव कक्कूपुर थाना शिवराजपुर निवासी श्रवण कुमार मिश्रा से संपर्क किया और एक लोकल आईडी मांगी।

गैंगस्टर विकास दुबे का रिश्तेदार श्रवण भी पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि विकास यहां अपने साथी प्रभात के साथ रह रहा था।

दोपहर करीब 12.30 बजे श्रवण कुमार का बेटा अंकुर अपना पैनकार्ड लेकर ओयो होटल पहुंच गया। होटल मैनेजर रोमी ने पैनकार्ड में कोई एड्रेस न होने से रूम देने से इंकार कर दिया। बताया जाता है इस दौरान प्रभात के साथ विकास दुबे भी था। होटल में रूम न मिलने के बाद विकास दुबे प्रभात के साथ सेक्टर 87 न्यू इंद्रा कांप्लेक्स में रहने वाले अपने दूर के रिश्तेदार श्रवण कुमार मिश्रा के घर पहुंच गया था।

यूपी पुलिस का सबसे बड़ा वाॅन्टेड और 5 लाख का इनामी विकास दुबे इसी होटल में कमरा लेने के लिए आया था।

चूंकि विकास के पीछे यूपी पुलिस की करीब सौ टीमें लगी हैं। इसके अलावा यूपी एसटीएफ भी तलाश में जुटी है। बताया जाता है जैसे ही विकास को पुलिस के आने की खबर मिली वह अॉटो में बैठकर फरार हो गया। शाम करीब चार बजे नोएडा की एसटीएफ और फरीदाबाद पुलिस की टीम ने ओयो होटल में छापेमारी की लेकिन यहां कोई नहीं मिला।

गुड़गांव की तरफ जाने का शक
पुलिस को शक है कि आरोपी गुड़गांव की तरफ गया है। गुड़गांव के कमिश्नर केके राव ने सभी पुलिसकर्मियों को एक ऑडियो जारी किया है कि विकास गुड़गांव में एंट्री कर सकता है। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा है। कमिश्नर राव ऑडियो में कह रहे हैं कि विकास के पास खुद की कोई गाड़ी नहीं है। वह थ्री-व्हीलर या टैक्सी में एंट्री कर सकता है। वह हल्का-सा लंगड़ा कर चलता है। सभी बॉर्डर एरिया पर नजर रखी जाए। वह बचकर नहीं निकलना चाहिए। ये वही विकास दुबे है, जिसने यूपी में हमारे पुलिस कर्मचारी मारे हैं।

होटल संचालक का कहना है कि आईडी प्रूफ में फोटो धुंधली होने की वजह से कमरा नहीं दिया गया।

विकास ने एक व्यक्ति की जमीन पर कब्जा किया था
कानपुर जिले के चौबेपुर इलाके केराहुल तिवारी के ससुर लल्लन शुक्ला की जमीन पर विकासने जबरन कब्जा कर लिया था। राहुल ने कोर्ट में विकास के खिलाफ केसदर्ज कराया।1 जुलाई को विकास ने साथियों की मदद से राहुल को अगवा कर लियाऔर बंधक बनाकर पीटा।जान से मारने की धमकी भी दी।राहुल ने थाने में इसकी शिकायत की थी।

विकास ने थाना प्रभारी के साथ भी हाथापाई की थी
पूछताछ के लिए थानाध्यक्ष आरोपी विकास के घर पहुंचे। यहां विकास ने उनके साथ हाथापाई की। इसके बाद थानाध्यक्ष ने राहुल की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया और खुद के साथ हुई बदसलूकी की चर्चा भीकिसी से नहीं की। बाद मेंअधिकारियों के आदेश पर चौबेपुर थाने में विकासपर केसदर्ज हो गया। गुरुवार देर रात पुलिस उसके घरदबिश देने पहुंची थी। यहांसीओ, 3 एसआई, 4 कॉन्स्टेबलशहीद हो गए। इनके अलावा, 2 गांववाले, 1 होमगार्ड और 4 पुलिसवाले घायल हो गए थे।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

फरीदाबाद के होटल में लगे सीसीटीवी की फुटेज में नजर आ रहा आरोपी विकास दुबे।