अर्थव्यवस्था में लंबे समय से बने तनाव के कारण वित्त वर्ष 2020 में जॉब ग्रोथ रेट घटकर 3.5 फीसदी पर आ गया है, जबकि वित्त वर्ष 2019 में यह 3.8 फीसदी था। हालांकि, कुल नौकरियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। 2019 की 48.32 लाख के मुकाबले 2020 में कुल 50.02 लाख नौकरी मिली हैं।
1.70 लाख नई नौकरियां पैदा हुईं
केयर रेटिंग्स की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020 में 1.70 लाख नई नौकरियां पैदा हुई हैं। 2019 में यह आंकड़ा 1.76 लाख था। रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में 321 कंपनियों ने अपने हेडकाउंट में 1.13 लाख की कमी की। वहीं, 2019 में 272 कंपनियों ने अपने हेडकाउंट में 1.18 लाख की कमी की थी। 2020 में टॉप-10 कंपनियों ने अपने हेडकाउंट में 1.41 लाख की बढ़ोतरी की थी। इन 10 में से चार-चार कंपनियां आईटी और बैंकिंग सेक्टर की, जबकि दो कंपनियां एनबीएफसी सेक्टर से थीं।
9 कंपनियों में 1 लाख से ज्यादा हेडकाउंट
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल देश में 9 कंपनियों में हेडकाउंट की संख्या 1 लाख से ज्यादा रही। इसमें चार कंपनियां आईटी सेक्टर, दो बैंकिंग, एक-एक ऑटो, एनबीएफसी और अन्य सेक्टर की शामिल रहीं। वहीं, सात कंपनियों में हेडकाउंट की संख्या 50 हजार से 1 लाख के बीच रही। 17 कंपनियों में हेडकाउंट की संख्या 25 से 50 हजार के बीच रही। 33 कंपनियों में हेडकाउंट की संख्या 25 हजार से ज्यादा रही जो कुल एम्प्लॉयमेंट का 57 फीसदी था।
नौकरी देने में आईटी सेक्टर टॉप पर
पिछले साल सबसे ज्यादा नौकरी देने में चार सेक्टरों की भागीदारी 61 फीसदी रही। इसमें 23 फीसदी के साथ आईटी सेक्टर टॉप पर रहा। इसके बाद 22 फीसदी के साथ बैंकिंग सेक्टर दूसरे, 9 फीसदी के साथ ऑटो तीसरे और 7 फीसदी के साथ फाइनेंस सेक्टर चौथे नंबर पर रहा। कभी सबसे ज्यादा नौकरियां देने में शामिल रहा टेक्सटाइल सेक्टर 2.4 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ पांचवें स्थान पर रहा।