अमेरिकी रिटेल सेक्टर की दिग्गज कंपनी वॉलमार्ट नेतृत्व में इन्वेस्टर ग्रुप भारतीय ई-कॉमर्स फ्लिपकार्ट में 1.2 अरब डॉलर यानी 9,045 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इससे फ्लिपकार्ट भारतीय बाजार में अपनी प्रमुख प्रतिद्वंदियों अमेजन और मुकेश अंबानी की जियोमार्ट को चुनौती देने के लिए अच्छी स्थिति में होगी। ई-कॉमर्स कंपनी में वॉलमार्ट की मल्टीपल हिस्सेदारी है।
निवेश के बाद फ्लिपकार्ट का वैल्यूएशन 24.9 अरब डॉलर हो गया है
वॉलमार्ट ने 2018 में 16 अरब डॉलर का निवेश कर फ्लिपकार्ट में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। दोनों कंपनियों ने बयान में कहा कि निवेश के इस चरण में वॉलमार्ट के साथ समूह के मौजूदा शेयरधारकों ने भी हिस्सा लिया। इस निवेश के बाद फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन 24.9 अरब डॉलर हो गया है। दो साल पहले फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन 20.8 अरब डॉलर था।
भारतीय बाजार में विस्तार करने में मदद मिलेगी
फ्लिपकार्ट को फाइनेंसिंग वित्त वर्ष के अंत तक दो चरणों में मिलेगी। हालांकि, फ्लिपकार्ट ने यह नहीं बताया है कि अन्य कौन से शेयरधारक कंपनी में निवेश कर रहे हैं। फ्लिपकार्ट ने कहा कि इस नई पूंजी से उसे भारतीय बाजार में अपने ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस का और विस्तार करने में मदद मिलेगी। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट बाजार अब कोविड-19 संकट से उबरने लगा है।
इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन के अलावा किराना सेगमेंटमें भी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं
फ्लिपकार्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि कंपनी में वॉलमार्ट के शुरुआती निवेश के बाद से हमने प्रौद्योगिकी, भागीदारी और नई सेवाओं के जरिए अपनी पेशकश का काफी विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि आज हम इलेक्ट्रॉनिक्स और फैशन क्षेत्र में सबसे आगे हैं और अन्य सामान्य सेगमेंट और किराना आदि में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं।
फ्लिपकार्ट का गठन 2007 में हुआ था
उन्होंने कहा कि कंपनी अगले 20 करोड़ खरीदारों को ऑनलाइन लाने के लिए इनोवेशन करती रहेगी। फ्लिपकार्ट का गठन 2007 में हुआ था। समूह की कंपनियों में फ्लिपकार्ट के अलावा डिजिटल भुगतान मंच फोनपे, फैशन क्षेत्र की साइट मिन्त्रा और ईकार्ट शामिल हैं।