शपथ से पहले ट्रम्प बोले- तीसरा विश्व युद्ध रोकूंगा:विक्ट्री भाषण में कहा- मैंने गाजा में सीजफायर कराया; अवैध प्रवासियों को अमेरिका से निकालेंगे

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शपथ ग्रहण से पहले रविवार रात को वॉशिंगटन में विक्ट्री स्पीच (विजयी भाषण) दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे दुनिया में तीसरा विश्व युद्ध होने से रोकेंगे। उन्होंने दावा किया कि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के बेहद नजदीक है। ट्रम्प ने इजराइल-हमास के बीच हुए सीजफायर का भी श्रेय लिया। उन्होंने कहा कि यह ट्रम्प इफेक्ट है। उनके चुनाव जीतने के महज 3 महीने के भीतर गाजा में सीजफायर हो गया है। ट्रम्प ने यूक्रेन में जारी जंग और मिडिल ईस्ट के देशों में फैली अराजकता को रोकने की बात भी कही। ट्रम्प ने कहा कि सोमवार को उनकी शपथ के बाद अमेरिकी पतन के चार साल का अंत हो जाएगा। उन्होंने अगले कार्यकाल में एतिहासिक रफ्तार से काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनके काम की शुरुआत मेक्सिको बॉर्डर सील करने से होगी। ट्रम्प ने कहा- कल से मैं ऐतिहासिक गति और शक्ति के साथ काम करूंगा और हमारे देश के सामने मौजूद हर एक संकट को हल करूंगा। ​​​​​​ ट्रम्प का ये भाषण कैपिटल वन एरिना में हुआ। 20,000 लोगों की क्षमता वाला ये एरिना खचाखच भरा था। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग कड़कड़ाती ठंड के बावजूद बाहर खड़े हुए थे। ट्रम्प के भाषण की बड़ी बातें… टिकटॉक पर बैन नहीं लगेगा
डोनाल्ड ट्रम्प ने चीनी ऐप टिकटॉक को प्रतिबंध नहीं लगाने की बात दोहराई। उन्होंने शपथ ग्रहण के बाद इसके लिए एक कार्यकारी आदेश जारी करने की बात कही। भाषण के दौरान ट्रम्प ने कहा कि आज से टिकटॉक वापस आ गया है। ट्रम्प ने कहा- हमें टिक-टॉक को बचाना होगा क्योंकि हमें कई नौकरियां बचानी हैं। हम अपना व्यापार चीन को नहीं देना चाहते… मैंने टिक-टॉक को मंजूरी देने पर सहमति जताई है बशर्ते अमेरिका इसका 50 प्रतिशत स्वामित्व रखे। इससे पहले टिकटॉक ने शनिवार देर रात से देश में काम करना बंद कर दिया था। रविवार को डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पोस्ट कर अधिकारियों को टिकटॉक को और समय देने का आदेश दिया। इसके बाद टिकटॉक ने दोबारा काम करना शुरू किया। कंपनी ने अपनी वापसी का श्रेय ट्रम्प को दिया। रविवार को ही कुछ घंटो बाद टिकटॉक ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया। कंपनी ने लिखा- सर्विस को रीस्टोर किया जा रहा है। हम अमेरिका में टिकटॉक को बनाए रखने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ मिलकर काम करेंगे। लॉस एंजिल्स का पुनर्निर्माण करेंगे
ट्रम्प ने भाषण के बाद कहा कि वह कैलिफोर्निया में आग से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को दौरा करेंगे। आग की चपेट में आने से करीब 40 हजार एकड़ इलाका जल गया था। इसमें 27 लोगों की मौत भी हुई। ट्रम्प ने लॉस एंजिलिस में होने वाले 2028 ओलंपिक के लिए शहर का पुननिर्माण करने की बात कही। ट्रम्प ने कहा- हम सब मिलकर लॉस एंजिल्स को पहले से कहीं बेहतर और सुंदर बनाएंगे। हमारे पास दुनिया के सबसे बेहतरीन बिल्डर हैं। रैली के दौरान ट्रम्प ने कैलिफोर्निया के गर्वनर गेविन न्यूसम की आलोचना भी की। ट्रम्प 100 से ज्यादा एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करेंगे शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प 100 से ज्यादा एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करेंगे। एग्जीक्यूटिव ऑर्डर वह आदेश होते हैं जो राष्ट्रपति द्वारा एकतरफा जारी किए जाते हैं। ये आदेश कानून की शक्ति रखते हैं। इन्हें कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती। कांग्रेस इन्हें पलट नहीं सकती। हालांकि इन्हें अदालत में चुनौती दी जा सकती है। ट्रम्प के चुनावी वादों को पूरा करने के मकसद से इन एग्जीक्यूटिव ऑर्डर को तैयार किया गया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक ट्रम्प पहले दिन रिकॉर्ड संख्या में एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर दस्तखत कर सकते हैं। इन आदेशों में मेक्सिको बॉर्डर को सील करना, अवैध प्रवासियों को देश से भेजना और महिलाओं के खेलों में ट्रांसजेंडर्स को शामिल होने से रोकने के आदेश शामिल हो सकते हैं। 1937 के बाद से अब तक सिर्फ 3 अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने शपथ लेने के बाद पहले ही दिन एग्जीक्यूटिव ऑर्डर का इस्तेमाल किया है। इनमें बिल क्लिंटन, डोनाल्ड ट्रम्प और जो बाइडेन शामिल हैं। अगर ट्रम्प आज भी अपने पहले ही दिन एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर दस्तखत करते हैं तो यह पिछले 88 साल में चौथी बार होगा। फिलहाल बाइडेन के नाम पहले दिन सबसे ज्यादा एग्जीक्यूटिव ऑर्डर दस्तखत करने का रिकॉर्ड है। बाइडेन ने अपने पहले दिन 9 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किए थे। इनमें से 6 आदेश ट्रम्प के फैसले को पलटने से जुड़े थे। एग्जीक्यूटिव ऑर्डर कितने आम हैं? कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी डेटा के मुताबिक अमेरिकी इतिहास में कई हजार एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी हुए हैं। पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन ने 8 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए, जबकि फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने 3,721 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए थे। अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रम्प ने 220 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए। जबकि बाइडेन ने 20 दिसंबर तक 160 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए। क्या अमेरिकी कोर्ट एग्जीक्यूटिव ऑर्डर बदल सकता है? अमेरिका के फेडरल ज्यूडिशियल सेंटर के मुताबिक अगर अमेरिकी राष्ट्रपति के किसी मुद्दे पर एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी करने का अधिकार नहीं है तो सुप्रीम कोर्ट उसे रद्द कर सकता है। इससे अलावा अगर एग्जीक्यूटिव ऑर्डर को असंवैधानिक पाया जाता है तो भी कोर्ट उसे रद्द कर सकता है। ट्रम्प इस बार दोगुने ताकतवर राष्ट्रपति साबित होंगे
ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल पर दैनिक भास्कर ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर प्रो. डेनियल जिब्लैट से बात की। डेनियल के मुताबिक ट्रम्प पिछले कार्यकाल से दोगुने ताकतवर राष्ट्रपति साबित हाेंगे। पार्टी के एकतरफा नेता हैं। कांग्रेस में पर्याप्त बहुमत और सुप्रीम कोर्ट में रिपब्लिकन रुख वाले जज हैं। अमेरिका फर्स्ट नीति के तहत ट्रम्प चीन के खिलाफ टैरिफ बढ़ाने का फैसला करते हैं तो इससे भारत को फायदा मिलने वाला है। सप्लाई चेन में भारत की भूमिका अहम रहने वाली है। अमेरिकी कंपनियां निश्चित तौर पर भारत की ओर आ सकती हैं। डेनियल के मुताबिक कैसी होंगी ट्रम्प की नीतियां…. वीजा- आशंका के बावजूद भारतीयों को एच1 बी में कमी नहीं आने वाली
अमेरिका में 2024 में 1.20 लाख एच1बी वीसा में से 25 हजार भारतीयों को जारी हुए। भारतीय पहले नंबर पर रहे। अमेरिकी टेक सेक्टर भारतीय टैलेंट पर निर्भर है। मस्क- विवेक रामास्वामी भारत के पक्ष में हैं। डिपोर्ट- 1.10 करोड़ अवैध प्रवासियों काे निकालने में तेजी दिखाएंगे ट्रम्प
ट्रम्प का दावा है कि 1.10 करोड़ अवैध प्रवासियों को खदेड़ा जाएगा। इसके लिए नए बॉर्डर चीफ टॉम होमेन की नियुक्त कर चुके हैं। दफ्तरों में छापे की कार्रवाई होगी। अवैध प्रवासियों में भारतीय तीसरे नंबर पर हैं। युद्ध विराम: इजराइल-हमास वॉर थमी, यूक्रेन-रूस पर जल्द कार्रवाई
ट्रम्प ने शपथ से पहले इजराइल-हमास के युद्ध को रोकने का ऐलान किया था। वहां युद्ध रुक गया है। यूक्रेन-रूस युद्ध काे रोकने के लिए जल्द कार्रवाई का दावा किया है। ट्रम्प युद्ध रोकने के लिए रूस के राष्ट्रपति पुतिन को मनाएंगे। अखंड अमेरिका- कनाडा का विलय, ग्रीनलैंड पर कब्जे की बात मुश्किल
कनाडा के अमेरिका में विलय, ग्रीनलैंड और पनामा नहर पर कब्जे का ट्रम्प का बयान अमल में लाना मुश्किल होगा। इसमें अंतरराष्ट्रीय संधियां ट्रम्प के आड़े आएंगी। —————————————– ट्रम्प से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण का विरोध:हजारों प्रदर्शनकारी पोस्टर बैनर लेकर सड़कों पर उतरे; मस्क के खिलाफ भी नारे लगाए अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं। शपथ ग्रहण से पहले ही देश के कई हिस्सों में उनके विरोध में प्रदर्शन हो गए हैं। शनिवार को हजारों लोगों ने अलग-अलग जगहों पर ट्रम्प के खिलाफ प्रदर्शन किया। पूरी खबर यहां पढ़ें…