शरबत जिहाद पर रामदेव बोले- मैंने नाम नहीं लिया था:रूह अफजा वालों ने खुद समझा, इसका मतलब वे जिहाद कर रहे होंगे

योग गुरू बाबा रामदेव ने शरबत जिहाद को लेकर दिए अपने पुराने बयान का बचाव किया। रामदेव ने कहा- मैंने किसी का नाम नहीं लिया था। रूह अफजा वालों ने इसे अपने ऊपर लिया। इसका मतलब वे जिहाद कर रहे होंगे। रामदेव बाबा शुक्रवार को मथुरा पहुंचे थें। उन्होंने आगे कहा कि, हमदर्द जैसी कंपनियां को लगता है कि वे पूरी तरह से इस्लाम को समर्पित हैं। और मस्जिद और मदरसे बना रहे हैं, तो उन्हें खुश होना चाहिए। यहां बात सनातनियों की है, उन्हें समझना चाहिए कि किससे सनातन का गौरव बढ़ रहा है और किससे इस्लाम का प्रचार हो रहा है। अब इसको लेकर भी किसी के पेट में दर्द होता है तो होने दो, ये शरबत जिहाद है तो है। शरबत जिहाद’ से जुड़ा पूरा मामला क्या है योग गुरु रामदेव ने 3 अप्रैल को सोशल मीडिया X पर 10 मिनट का एक वीडियो पोस्ट किया था। वीडियो में रामदेव बाबा पतंजलि के शरबत का प्रचार करते दिख रहे हैं। वह कह रहे हैं- गर्मियों में प्यास बुझाने के लिए सॉफ्ट ड्रिंक के नाम पर ठंडा मतलब टॉयलेट क्लीनर पीते रहते हैं। एक तरफ टॉयलेट क्लीनर का प्रहार जहर है। दूसरी तरफ शरबत के नाम पर एक कंपनी है। जो शरबत तो देती है, लेकिन शरबत से जो पैसा मिलता है, उससे मदरसे और मस्जिदें बनवाती है। अगर आप वो शरबत पिएंगे, तो मस्जिद और मदरसे बनेंगे। अगर आप पतंजलि का शरबत पिएंगे, तो गुरुकुल बनेंगे, आचार्य कुलम बनेगा। पतंजलि विश्वविद्यालय और भारतीय शिक्षा बोर्ड आगे बढ़ेगा। उन्होंने आगे कहा- इसलिए मैं कहता हूं कि ये शरबत जिहाद है। जैसे लव जिहाद और वोट जिहाद चल रहा है, वैसे ही ‘शरबत जिहाद’ भी चल रहा है। उन्होंने इस वीडियो में शरबत का नाम नहीं लिया था। रामदेव बोले थे- रुह आफजा पीने वाले आतंकवादियों को ताकत दे रहे शरबत जिहाद को लेकर विवाद के बीच 12 अप्रैल को रामदेव का एक और वीडियो सामने आया था। जिसमें वह कहते हैं, ‘मैंने एक वीडियो डाला, उससे सबको मिर्ची लग गई। मेरे खिलाफ हजारों वीडियो बनाए गए। कहा जाने लगा कि मैंने शरबत जिहाद का नया शिगूफा छोड़ दिया। अरे मैंने क्या छोड़ा, ये तो है ही। लव जिहाद, लैंड जिहाद, वोट जिहाद, बहुत तरह के जिहाद चलाते हैं ये लोग। हम तो गौ सेवा करते हैं। हम दर्द वाले बताएं कि कौन सी गौशाला खोल ली।’ रामदेव आगे कहते हैं, ‘संविधान ने मुझे बोलने का अधिकार दिया है इसलिए मैं बोलूंगा। मैं ये नहीं कर रहा कि वो आतंकवादी हैं लेकिन इतना जरूर है कि उनकी इस्लाम के प्रति निष्ठा है, चाहे उनसे पूछ लो। इसमें कौन सी गलत बात बोल दी। मैंने ये भी नहीं कहा कि मदरसे बनाना गलत है। मैंने कहा कि हम सनातनी हैं हमारा विश्वास गुरुकुल बनाने में होना चाहिए।’ ‘हम तो उदारवादी हैं हम तो रुह आफजा पीएंगे। हम तो जिहादियों को ताकत देंगे, हम तो आतंकवादियों को ताकत देंगे।’ शहाबुद्दीन बरेलवी बोले- बाबा रामदेव योग जिहाद चला रहे रामदेव के शरबत जिहाद विवाद पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने 14 अप्रैल को कहा था कि, रामदेव अपने शरबत का खूब प्रचार करें, लेकिन हमदर्द कंपनी के रूह अफजा शरबत को जिहाद से न जोड़ें। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि अगर उन्हें ‘जिहाद’ शब्द से इतनी मोहब्बत हो गई है कि वह लव जिहाद, शरबत जिहाद, लैंड जिहाद जैसी फेहरिस्त गिनाने लगे हैं, तो पलटकर अगर कोई उनके बारे में कह दे कि योग जिहाद, गुरु जिहाद, पतंजलि जिहाद तो उन्हें कैसा लगेगा? कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बोले- बिक्री बढ़ाने के लिए नफरत का सहारा
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने 15 अप्रैल को बाबा रामदेव के शरबत जिहाद वाले बयान पर पलटवार किया था। उन्होंने कहा था कि योग गुरु रामदेव अपने प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ाने के लिए धर्म और नफरत का सहारा ले रहे हैं। इससे देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है। दिग्विजय सिंह ने इसे लेकर बाबा रामदेव के खिलाफ थाने में शिकायत भी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ऐसे नफरत फैलाने वाले बयानों का संसद से लेकर सड़क तक विरोध करेगी। शरबत विवाद से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… रामदेव ने जिसे ‘शरबत जिहाद’ कहा: पहले हकीम की दवा थी, आज हर साल 300 करोड़ से ज्यादा की कमाई रूह अफजा शरबत कंपनी की शुरुआत दिल्ली से हुई। इसे शुरू करने वाले शख्स थे यूपी के पीलीभीत में जन्मे यूनानी हकीम हफीज अब्दुल मजीद। वो दिल्ली में रहते थे। वहीं लाल कुआं बाजार में उनका एक छोटा-सा दवाखाना था- हमदर्द दवाखाना। पढ़ें पूरी खबर…