शहबाज ने कश्मीर मुद्दा उठाने पर ट्रम्प की तारीफ की:भारत को धमकी- सीजफायर तोड़ा तो कड़ा जवाब देंगे; गोल्डन टेंपल पर हमले से सेना का इनकार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तारीफ की है। ट्रम्प ने 11 मई को कहा था, ‘मैं दोनों के साथ मिलकर यह देखने की कोशिश करूंगा कि क्या ‘हजार साल’ बाद कश्मीर मुद्दे का कोई हल निकाला जा सकता है।’ शहबाज ने सोमवार को कराची में नौसेना के डॉकयार्ड का दौरा किया। यहां उन्होंने सैनिकों को संबोधित भी किया। इस दौरान शहबाज ने नेवी की तारीफ में कहा, भारतीय नौसेना का एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत पाकिस्तान के 400 समुद्री मील करीब पहुंच गया था। लेकिन पाकिस्तान की आर्मी और एयरफोर्स से भारी नुकसान झेलने के बाद, नौसेना की तैयारियों को भांपकर विक्रांत पीछे हट गया। पाकिस्तान अपने डेलिगेशन टीम को अमेरिका, ब्रिटेन के दौरे पर भेजेगी भारत के दुनिया के बड़े देशों में अपने डेलिगेशन भेजने के फैसले के बाद, अब पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने भी दुनिया के बड़े देशों में अपनी डेलिगेशन टीम भेजने का फैसला किया है। रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, बिलावल भुट्टो इस हाई-लेवल टीम का नेतृत्व करेंगे। यह फैसला भारत-पाक सीजफायर के बाद आया है। इस टीम में 7 नेता हैं। जिनमें ऊर्जा मंत्री मुसादिक मलिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता खुर्रम दस्तगीर खान, सीनेटर शेरी रहमान, पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के सांसद फैसल सुब्जवारी, और पूर्व विदेश सचिव तहमिना जंजुआ और जलील अब्बास जिलानी शामिल है। पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि यह टीम जल्द ही अमेरिका, ब्रिटेन, ब्रसेल्स, फ्रांस और रूस का दौरा करेगी। गोल्डन टेंपल पर हमले की कोशिश से इनकार पाकिस्तान ने अमृतसर के गोल्डन टेंपल पर हमले की कोशिश से इनकार किया है। मंदिर पर हमले से जुड़े सवाल के जवाब में सेना ने कहा कि हम सभी पूजा स्थलों को सम्मान देते हैं और गोल्डन टेंपल जैसे पवित्र स्थल को निशाना बनाने के बारे में नहीं सोच सकते। इससे पहले भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान ने अमृतसर के गोल्डन टेंपल पर निशाना बनाकर मिसाइल दागी थी। इसे भारतीय एयर डिफेंस ने नाकाम कर दिया था। सेना के जवानों ने पंजाब में मार गिराए गए पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल का मलबा भी दिखाया। दावा- संघर्ष से पहले वाली पोजिशन पर लौटेंगे भारत-पाक सैनिक पाकिस्तान और भारत ने आपसी सहमति से अपनी सेनाओं को LoC और इंटरनेशनल बॉर्डर पर 7 मई यानी संघर्ष शुरू होने से पहले की पोजिशन पर तैनात करने का फैसला किया है। जियो न्यूज ने यह रिपोर्ट पाकिस्तानी मिलिट्री अधिकारियों के हवाले से दी है। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देशों की मिलिट्री लीडरशिप, खासकर डायरेक्टर्स जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) इस वापसी के लिए आपस में तालमेल कर रहे हैं। यह कदम तनाव को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पाकिस्तानी आर्मी के एक सीनियर अधिकारी ने मीडिया को बताया कि यह फैसला अमेरिका समेत कई देशों की डिप्लोमेटिक कोशिशों से मुमकिन हुआ। आज चीन विदेश मंत्री से मिलेंगे पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार पाकिस्तान के विदेश मंत्री और डिप्टी पीएम इशाक डार कल 3 दिन के चीन दौरे पर रवाना हुए। वे आज चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ भारत-पाक संघर्ष और क्षेत्रीय हालात पर बातचीत करेंगे। इससे पहले डार ने शनिवार एक मीडिया चैनल से कहा कि दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम कायम है और तनाव कम करने की दिशा में काम हो रहा है। उन्होंने कहा- एक रोडमैप तैयार है और हम उसे फॉलो कर रहे हैं। अगला कदम बातचीत है और हम इसके लिए तैयार हैं। पाकिस्तान ने शाहीन मिसाइल के इस्तेमाल से इनकार किया पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तानी सेना ने ऑपरेशन बनयानुन मार्सूस के दौरान शाहीन मिसाइल का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने कहा कि इस मिसाइल के इस्तेमाल को लेकर भारतीय मीडिया की तरफ से किए जा रहे दावे झूठे और बेबुनियाद हैं। बात दें शाहीन मिसाइल परमाणु और पारंपरिक हथियार ले जाने में सक्षम है। पाकिस्तान ने कहा कि बिना जांच के भड़काऊ और गलत खबरें फैलाना क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान पहुंचाता है और यह आधिकारिक संस्थानों की पेशेवर छवि को भी कमजोर करता है। इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने 12 मई 2025 को जारी अपने बयान में बताया था कि उसने भारतीय सेना के खिलाफ ऑपरेशन में फतह सीरीज (F1 और F2) की लंबी दूरी की मिसाइलों, लंबी दूरी के ड्रोन और तोपों का इस्तेमाल किया था।