शहर में पानी की सप्लाई व्यवस्थित बनाए रखने के लिए निगम प्रशासन ने अब रैनीवेल को अलग डिवीजन बनाकर उसके लिए अधिकारियों की नियुक्ति की है। अब एक्सईएन, एसडीओ और जेई की एक टीम नियमित रूप से शहर की सभी रैनीवेल लाइनों की नियमित चेकिंग करेगी। यदि पानी की समस्या पैदा हो रही है तो उसे कम से कम समय में ठीक कराया जाएगा ताकि लोगों को पानी के लिए परेशान न होना पड़े।
अभी तक पूरे शहर में रैनीवेल के लिए अलग-अलग डिवीजन के एक्सईएन और एक-एक एसडीओ और जेई के सहारे पानी सप्लाई की जा रही थी। इसमें भी एक्सईएन की पहली प्राथमिकता अपने डिवीजन के अन्य काम होते थे। इसका नुकसान यह होता था कि कहीं फाल्ट आने पर उसे ठीक करने में समय लगता था। शहरवासियों को परेशानी उठानी पड़ती थी। अब अलग डिवीजन बनाकर अधिकारियों की टीम नियमित रूप से केवल रैनीवेल की ही देखभाल करेगी।
शहरवासियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए सात लाइनें बिछाई गई हैं
शहरवासियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए सात लाइनें बिछाई गई हैं। इनमें लाइन नंबर एक मोठूका, लाइन नंबर दो घरौड़ा, लाइन नंबर तीन मंझावली, लाइन चार कांवरा, लाइन पांच भूपानी, लाइन छह व सात ददसिया में है।
एक नंबर लाइन से बल्लभगढ़ क्षेत्र, दो से सेक्टर 8, 9, 25 आदि, लाइन तीन से एनआईटी क्षेत्र सेक्टर 10, 11, लाइन चार से सेक्टर 14, 15, 15ए, 16, 16ए, 17, एनआईटी पांच, एसजीएम नगर और सैनिक कॉलोनी, लाइन नंबर पांच से सेक्टर 28, स्प्रिंगफील्ड कॉलोनी, सेक्टर 33, 36, 37, लाइन नंबर छह से सेक्टर 29, 30, 19, 21 ए, बी, सी, डी, एनआईटी 5, 1, 2, 3, डबुआ कॉलोनी और अन्य इलाके जुड़े हैं। जबकि लाइन नंबर सात से सेक्टर 45,43, ग्रीन फील्ड, चार्मवुड विलेज, लेकवुड सिटी अन्य इलाके जुड़े हैं।
यह है पूरा प्रोजेक्ट: जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय नवीकरण मिशन (जेएनएनयूआरएम) के तहत फरीदाबाद में लोगों काे साफ पानी उपलब्ध कराने की योजना केंद्र सरकार ने बनाई थी। यह योजना वर्ष 2004-05 में शुरू की गई थी। इस पर करीब 500 करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा गया था। वर्ष 2014 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा हो जाना था, लेकिन लापरवाही के कारण प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया। वर्ष 2016 में चरणबद्ध तरीके से पानी मिलना शुरू हो गया। वर्ष 2018 से पूरे शहर को कवर किया गया।
डिवीजन में इन अफसरों की दी गई जिम्मेदारी
नगर निगम कमिश्नर डॉ. यस गर्ग ने बताया कि पानी की सप्लाई सुव्यवस्थित बनाए रखने लिए अलग डिवीजन बनाकर अधिकारियों को तैनाती की गई है। अब पूरे रैनीवेल की जिम्मेदारी एक्सईएन ओपी कर्दम को दी गई है। उनकी सहायता के लिए दो एसडीओ नवल सिंह और करतार दलाल को लगाया गया है। इनके अलावा चार जेई दीपक यादव, रमन मलिक समेत दो अन्य को लगाया गया है। इसके अलावा 8-10 सुपरवाइजरों को भी लगाया गया है। अब एक पूरी टीम रैनीवेल की देखभाल और पानी सप्लाई सुनिश्चित करेगी।