महाराष्ट्र की महायुति गठबंधन सरकार में अंदरूनी अनबन की खबरों के बीच डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा- उनके, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के बीच सब कुछ ‘ठंडा-ठंडा, कूल-कूल’ है। महाराष्ट्र बजट सत्र की शुरुआत से पहले रविवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में CM फडणवीस और अजित पवार के साथ शिवसेना प्रमुख शिंदे ने सत्तारूढ़ गठबंधन में कोल्ड वार होने के दावों को खारिज किया। शिंदे ने मीडिया से कहा- आप जितनी भी मेहनत से संघर्ष का हवाला देकर ब्रेकिंग न्यूज बनाने की कोशिश करें, हमारा गठबंधन टूटने वाला नहीं है। इतनी तेज गर्मी में कोल्ड वार कैसे हो सकता है? सब कुछ ठंडा-ठंडा, कूल-कूल है। इस समय शिंदे के बगल में बैठे मुख्यमंत्री फडणवीस मुस्कुराने लगे। महाराष्ट्र विधान सभा का बजट सत्र आज सोमवार से शुरू होगा। इस सत्र में 2025-26 का बजट 10 मार्च को पेश किया जाएगा। इस दिन फडणवीस सरकार के 100 दिन भी पूरे हो रहे हैं। फडणवीस, शिंदे और अजित का मजाकिया अंदाज
रविवार को मीडिया से बातचीत में तीनों नेता हल्के-फुल्के अंदाज में दिखे। शिंदे ने इस दौरान यह भी कहा कि ये सरकार का नया कार्यकाल जरूर है, लेकिन चेहरे वही हैं। केवल मेरी और फडणवीस की भूमिका बदली है। अजित पवार के लिए सब कुछ पहले जैसा ही है। इस पर अजित पवार ने कहा- अगर आप अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं बचा पाए तो मैं क्या कर सकता हूं। शिंदे ने तुरंत जवाब दिया, हमारी व्यवस्था आपसी समझ पर आधारित थी। इसके बाद फडणवीस ने मजाकिया अंदाज में कहा, हमारे बीच एक बदलती हुई समझ है। आगे सीएम ने यह भी कहा कि कोई युद्ध नहीं है। जो हमें जानते हैं, वे याद रखेंगे कि हम साथ में क्या करते हैं। शिंदे ने कहा था- मुझे हल्के में न लें
इससे पहले 21 फरवरी को एकनाथ शिंदे ने कहा था कि मुझे हल्के में न लें। जिन्होंने 2022 में मुझे हल्के में लिया, मैंने उनकी सरकार ही बदल दी थी और डबल इंजन की सरकार लेकर आए थे। इसलिए मेरी बात को गंभीरता से लें। विधानसभा में अपने पहले भाषण में मैंने कहा था कि देवेंद्र फडणवीस को 200 से ज्यादा सीटें मिलेंगी और हमें 232 सीटें मिलीं। इसलिए मुझे हल्के में न लें, जो लोग इस संकेत को समझना चाहते हैं, वे समझ लें मैं अपना काम जारी रखूंगा। शिंदे के मेडिकल सेल बनाने से शुरू हुई अनबन की खबरें
महायुति सरकार में अनबन की खबरें तब चर्चा में आई जब शिंदे ने मुख्यमंत्री रिलीफ फंड के जैसा मेडिकल सेल बना दिया। शिंदे के इस कदम को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए थे। शिंदे ने मंगलवार को कहा कि यह नया सेल किसी कॉम्पिटिशन व्यवस्था के रूप में नहीं बल्कि मुख्यमंत्री के वॉर रूम के साथ मिलकर काम करेगा, ताकि मरीजों को बेहतर सेवाएं मिल सकें। फडणवीस ने भी विवाद को खारिज किया
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, इस तरह के सेल का गठन कोई गलत बात नहीं है, क्योंकि इसका मकसद जरूरतमंद लोगों की मदद करना है। जब मैं उपमुख्यमंत्री था, तब मैंने भी इसी तरह का सेल बनाया था। विपक्ष का आरोप, राज्य में दोहरी सरकार चल रही है
शिंदे की यह सफाई विपक्षी दलों के आरोपों के बाद आई है, जिसमें शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने दावा किया था कि राज्य में “समानांतर सरकार चलाई जा रही है”। राउत ने कहा, अगर सरकार इसी तरह चलती रही तो महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ेगी। कहां से आईं फडणवीस और शिंदे में अनबन की खबरें….3 वजहें महाराष्ट्र की ये खबरें भी पढ़ें… महाराष्ट्र में नाबालिग भाई ने बहन को मार डाला:6 साल की बच्ची परिवार की लाडली थी, इससे नाराज था; नवाजुद्दीन की फिल्म से आइडिया लिया महाराष्ट्र के पालघर के नालासोपारा इलाके से पुलिस ने 13 साल के नाबालिग को हिरासत में लिया है। उस पर अपनी 6 साल की चचेरी बहन की हत्या का आरोप है। पुलिस के मुताबिक बच्ची का शव पास की पहाड़ी पर मिला था। पहले उसका गला घोंटा गया और फिर पत्थर से सिर कुचला गया था। पूरी खबर पढ़ें…
रविवार को मीडिया से बातचीत में तीनों नेता हल्के-फुल्के अंदाज में दिखे। शिंदे ने इस दौरान यह भी कहा कि ये सरकार का नया कार्यकाल जरूर है, लेकिन चेहरे वही हैं। केवल मेरी और फडणवीस की भूमिका बदली है। अजित पवार के लिए सब कुछ पहले जैसा ही है। इस पर अजित पवार ने कहा- अगर आप अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं बचा पाए तो मैं क्या कर सकता हूं। शिंदे ने तुरंत जवाब दिया, हमारी व्यवस्था आपसी समझ पर आधारित थी। इसके बाद फडणवीस ने मजाकिया अंदाज में कहा, हमारे बीच एक बदलती हुई समझ है। आगे सीएम ने यह भी कहा कि कोई युद्ध नहीं है। जो हमें जानते हैं, वे याद रखेंगे कि हम साथ में क्या करते हैं। शिंदे ने कहा था- मुझे हल्के में न लें
इससे पहले 21 फरवरी को एकनाथ शिंदे ने कहा था कि मुझे हल्के में न लें। जिन्होंने 2022 में मुझे हल्के में लिया, मैंने उनकी सरकार ही बदल दी थी और डबल इंजन की सरकार लेकर आए थे। इसलिए मेरी बात को गंभीरता से लें। विधानसभा में अपने पहले भाषण में मैंने कहा था कि देवेंद्र फडणवीस को 200 से ज्यादा सीटें मिलेंगी और हमें 232 सीटें मिलीं। इसलिए मुझे हल्के में न लें, जो लोग इस संकेत को समझना चाहते हैं, वे समझ लें मैं अपना काम जारी रखूंगा। शिंदे के मेडिकल सेल बनाने से शुरू हुई अनबन की खबरें
महायुति सरकार में अनबन की खबरें तब चर्चा में आई जब शिंदे ने मुख्यमंत्री रिलीफ फंड के जैसा मेडिकल सेल बना दिया। शिंदे के इस कदम को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए थे। शिंदे ने मंगलवार को कहा कि यह नया सेल किसी कॉम्पिटिशन व्यवस्था के रूप में नहीं बल्कि मुख्यमंत्री के वॉर रूम के साथ मिलकर काम करेगा, ताकि मरीजों को बेहतर सेवाएं मिल सकें। फडणवीस ने भी विवाद को खारिज किया
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, इस तरह के सेल का गठन कोई गलत बात नहीं है, क्योंकि इसका मकसद जरूरतमंद लोगों की मदद करना है। जब मैं उपमुख्यमंत्री था, तब मैंने भी इसी तरह का सेल बनाया था। विपक्ष का आरोप, राज्य में दोहरी सरकार चल रही है
शिंदे की यह सफाई विपक्षी दलों के आरोपों के बाद आई है, जिसमें शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने दावा किया था कि राज्य में “समानांतर सरकार चलाई जा रही है”। राउत ने कहा, अगर सरकार इसी तरह चलती रही तो महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ेगी। कहां से आईं फडणवीस और शिंदे में अनबन की खबरें….3 वजहें महाराष्ट्र की ये खबरें भी पढ़ें… महाराष्ट्र में नाबालिग भाई ने बहन को मार डाला:6 साल की बच्ची परिवार की लाडली थी, इससे नाराज था; नवाजुद्दीन की फिल्म से आइडिया लिया महाराष्ट्र के पालघर के नालासोपारा इलाके से पुलिस ने 13 साल के नाबालिग को हिरासत में लिया है। उस पर अपनी 6 साल की चचेरी बहन की हत्या का आरोप है। पुलिस के मुताबिक बच्ची का शव पास की पहाड़ी पर मिला था। पहले उसका गला घोंटा गया और फिर पत्थर से सिर कुचला गया था। पूरी खबर पढ़ें…