अमेरिका के शिकागो में लगातार दूसरे दिन लूटपाट और हिंसात्मक घटनाएं हुईं। हजारों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए और शॉपिंग मॉल, दुकानों में तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी की। पुलिस के ऊपर फायरिंग भी की। इसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इसमें कई लोगों के घायल होने की सूचना है। हालांकि, पुलिस इससे इनकार कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंसा के चलते यहां के औद्योगिक क्षेत्र मेग्निफिसेंट माइल समेत शहर के कई इलाकों में इस तरह की हिंसात्मक घटनाएं हुई हैं। पुलिस अफसर डेविड ब्राउन ने कहा, ” यह एक संगठित विरोध नहीं था बल्कि पूरी तरह से आपराधिक घटना है। 25 मई को पुलिस की गोली लगने से अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड नाम के शख्स की मौत हो गई थी। यह हिंसा तभी से चल रही है।”
रविवार को भी हिंसा में एक युवक घायल हो गया था
बताया जाता है कि शिकागो के पास स्थित एंगल-वुड में रविवार को लोग हिंसा पर उतर आए थे। पुलिस ने हिंसा को काबू में करने के लिए गोलियां चला दी। इसमें एक युवक घायल हो गया। इससे लोगों का गुस्सा और अधिक भड़क गया।
लंबे समय से बंद थे बाजार
पुलिस प्रवक्ता ने ट्वीट करके बताया कि गोलीबारी में कोई अधिकारी घायल नहीं हुआ। पुलिस के मुताबिक, अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की 25 मई को मिनियापोलिस में हुई मौत के चलते शिकागो में भारी विरोध-प्रदर्शन हुआ था। कई व्यापारिक संपत्तियों में तोड़फोड़ हुई। इसके चलते लंबे समय से सारे बाजार बंद थे। हाल ही में इसे दोबारा खोला गया जो सोमवार को फिर से हिंसा का शिकार हो गए।
100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया
सोमवार को बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए और शॉपिंग मॉल, दुकानों में लूटपाट करने लगे। पुलिस ने इसमें 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अभी अन्य अराजक लोगों की पहचान की जा रही है।