शेयर बाजार ने तोड़ा पिछले 13 साल का रिकार्ड, 2020 के शुरुआती 9 महीनों में जुटाए 2.39 लाख करोड़ रुपए का फंड

कोरोना संकट के बीच घरेलू शेयर बाजार में शानदार रिकवरी देखने को मिल रही है। बाजार ने इस साल फंड जुटाने के लिहाज से पिछले 13 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। 2020 के शुरुआती 9 महीनों में भारतीय शेयर बाजार ने 32.7 बिलियन डॉलर यानी 2.39 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। इससे पहले 2007 में बाजार ने सालभर में 31.2 बिलियन डॉलर की रकम जुटाई थी। 2020 में इक्विटी मार्केट का यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 87.7% अधिक है। इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी रिलायंस इंड्रस्ट्रीज की है, कंपनी ने इस दौरान राइट इश्यू के जरिए 7 बिलियन डॉलर (51.20 हजार करोड़ रु.) की रकम जुटाया।

फंड जुटाने की रफ्तार

रिफिनिटिव (Refinitiv) के डेटा के अनुसार आरआईएल के अलावा अन्य सेक्टर्स ने भी राइट इश्यू के जरिए अच्छी रकम जुटाई है। टेलीकॉम सेक्टर में भारती एयरटेल ने क्यूआईपी (QIP) के जरिए 2 बिलियन डॉलर (14.63 हजार करोड़ रु.) से अधिक की रकम जुटाई है। बैंकिंग सेक्टर में यस बैंक ने इसी साल जुलाई में और आईसीआईसीआई बैंक अगस्त में अच्छी रकम जुटाने में कामयाब रहे। रिफिनिटिव के सीनियर एनालिस्ट एलेन टैन का मानना है कि इक्विटी मार्केट में फंड जुटाने की यह रफ्तार आगे भी तेज रह सकती है, क्योंकि कंपनियां अपनी बैंलेंस शीट को अच्छी स्थिति में रखने और लिक्विडिटी में सुधार के लिए नकदी के किनारे कर दिया है।

फाइनेंशियल सेक्टर की कंपनियों ने 93% अधिक फंड जुटाया

रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में शुरुआती 9 महीनों के दौरान भारतीय कंपनियों ने आईपीओ (IPO) के जरिए भी करीब 2.1 बिलियन डॉलर (15.36 हजार करोड़ रु.) जुटाए, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 14.4% कम है। फंड जुटाने में फाइनेंशियल सेक्टर सबसे आगे रहा। सालाना आधार पर पिछले साल के मुकाबले 2020 में फाइनेंशियल सेक्टर की कंपनियों ने 93% अधिक फंड जुटाया है। रिपोर्ट के मुताबिक बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर के फंड में ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई क्योंकि लेंडर्स ने आर्थिक स्थिति को मजबूती देने के लिए फंड जुटाना जारी रखा।

डेट मार्केट भी इस साल फंड जुटाने में कामयाब रहा

इक्विटी मार्केट के अलावा डेट मार्केट भी इस साल फंड जुटाने में कामयाब रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्राइमरी बॉन्ड ऑफर से भारतीय कंपनियों ने इस साल बीते 9 महीनों में लगभग 52.1 मिलियन डॉलर (381 करोड़ रुपए.) जुटाए, जो पिछले साल की तुलना में 24.6% कम है। जनवरी, 2020 में नॉवेलिस कॉर्पोरेशन ( Novelis Corporation) ने बॉन्ड जारी कर 1.6 बिलियन डॉलर (11.71 हजार करोड़ रु.) जुटाए। वहीं, सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल (BSNL) ने एक सरकारी गारंटी बांड के जरिए 1.2 बिलियन डॉलर यानी 8.78 हजार करोड़ रु. जुटाए।

मर्जर और अधिग्रहण जैसी एक्टिविटी कम हुई

रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना के कारण मर्जर और अधिग्रहण जैसी एक्टिविटी कम हुई है। 2020 के शुरुआती 9 महीनों में यह आंकड़ा 68 बिलियन डॉलर का रहा, जो पिछले 3 साल का निचला स्तर है। सालाना आधार पर यह 2019 की तुलना में 1.5% नीचे गिर गया है। इस गिरावट की बड़ी वजह कोरोना के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन को माना गया है। क्योंकि इस दौरान इंडस्ट्रियल ग्रोथ पर ब्रेक लगा हुआ था। हालांकि, एलेन टैन का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अच्छी रिकवरी के कारण डील वैल्यू में 72% की ग्रोथ देखने को मिल सकती है।

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