अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सीक्रेट सर्विस के डायरेक्टर के तौर पर शॉन करन को चुना है। ट्रम्प ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। शॉन करन पिछले साल पेंसिलवेनिया में ट्रम्प पर हुए जानलेवा हमले के दौरान सुरक्षा टीम को लीड कर रहे थे। ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा- शॉन एक महान देशभक्त हैं। उन्होंने पिछले कुछ सालों में मेरे परिवार की रक्षा की है। शॉन ने पेंसिलवेनिया में एक हत्यारे की गोली से मेरी जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी थी। उन्होंने निडरता और साहस का परिचय दिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भरोसा जताया कि शॉन करन सीक्रेट सर्विस को पहले से अधिक मजबूत बनाएंगे। बराक ओबामा के साथ काम कर चुके हैं करन शॉन करन न्यूयॉर्क के रहने वाले हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक उन्होंने सीक्रेट सर्विस के नेवार्क फील्ड ऑफिस में एक स्पेशल एजेंट के तौर पर अपना करियर शुरू किया था। उनके साथ काम कर चुके एक पूर्व एजेंट जोनाथन वैक्रो के मुताबिक करन ने राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ स्पेशल डिपार्टमेंट में भी काम किया है। वे हाई प्रोफाइल लोगों की सुरक्षा वाले विभाग में कर चुके हैं। NYT के मुताबिक शॉन करन को सीक्रेट सर्विस का डायरेक्टर बनाना आश्चर्यजनक है। करन ने सीक्रेट सर्विस के किसी भी हेडक्वार्टर में काम नहीं किया है। उन्हें एक एजेंट से सीधे डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त किया जा रहा है। उनकी नियुक्ति के लिए शॉनेट की मंजूरी की जरूरत भी नहीं हैं। करन के पास डायरेक्टर जैसी किसी पोस्ट पर काम करने का अनुभव भी नहीं है। हमले के बाद सीक्रेट सर्विस डायरेक्टर को इस्तीफा देना पड़ा डोनाल्ड ट्रम्प पर हुए जानलेवा हमले के बाद सीक्रेट सर्विस की तत्कालीन डायरेक्टर किम्बर्ली चीटल को 10 दिन बाद ही इस्तीफा देना पड़ा था। उन पर अपनी जिम्मेदारी ठीक से न निभाने का आरोप लग रहा था। इस वजह से चीटल को संसद की कमेटी के सामने पेश होना पड़ा था। चीटल ने कमेटी से कहा था, ‘ट्रम्प की सुरक्षा में चूक हुई है। एजेंसी ने अपना काम ठीक से नहीं किया। मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेती हूं।’ ट्रम्प के हमलावर ने जिस वेयर हाउस की छत से गोली चलाई थी, उसे सीक्रेट सर्विस ने सिक्योरिटी जोन में शामिल नहीं किया था। ये वेयर हाउस ट्रम्प के मंच से सिर्फ 400 फीट की दूरी पर था। चीटल से जब पूछा गया कि सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स वहां पर तैनात क्यों नहीं थे, इस पर उन्होंने कुछ नहीं बताया था। ——————————– ट्रम्प पर हमले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… क्या ट्रम्प ने रची खुद पर गोली चलवाने की साजिश:आरोप- चुनावी फायदे के लिए कराया हमला, 3 वजह जो इस दावे को खारिज करती हैं अमेरिका में 13 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर एक चुनावी रैली में गोलियां चलीं। 20 साल के हमलावर ने 400 फीट दूर से 8 राउंड गोलियां फायर कीं। इनमें से एक गोली ट्रम्प के दाहिने कान को चीरते हुए निकल गई। पूर्व राष्ट्रपति का चेहरा खून से सना था, फिर भी वे अपनी मुट्ठी भींचे हुए फाइट-फाइट चिल्लाते रहे। आरोपी को सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने मौके पर ही ढेर कर दिया। पूरी खबर यहां पढ़ें…