श्रीराम के 31 बाणों से मरा था दशानन:मरते समय रावण ने लक्ष्मण को दिया था ज्ञान, श्रीराम ने रावण वध के बाद भी लंका नगरी में नहीं किया था प्रवेश

आज (12 अक्टूबर) आश्विन शुक्ल दशमी यानी दशहरा है। त्रेतायुग में इसी तिथि पर श्रीराम ने रावण का वध किया था। रावण को बुराइयों का प्रतीक माना जाता है। श्रीरामचरित मानस के अनुसार श्रीराम ने रावण को मारने के लिए 31 बाण एक साथ मारे थे। श्रीराम के 31 बाणों में से 10 बाण उसके 10 सिर धड़ से अलग हो गए। 20 बाणों से रावण के 20 हाथ कट गए और 1 बाण रावण की नाभि पर लगा था। इन 31 बाणों से रावण पराजित हो गया। जैसे ही रावण का विशाल धड़ पृथ्वी पर गिरा तो पृथ्वी हिलने लगी थी। अब जानिए रावण की पराजय के बाद लंका में क्या-क्या हुआ था…