संडे को शूटिंग नहीं करते बिग बी:साल में दो बार जन्मदिन मनाते हैं; मेकअप मैन के कहने पर फ्री में भोजपुरी फिल्म की

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन आज 82 साल के हो चुके हैं। उम्र के इस पड़ाव पर भी बिग बी अपने समकालीन अभिनेताओं में सबसे ज्यादा एक्टिव हैं। 80 के दशक के ज्यादातर स्टार्स धर्मेंद्र, जीतेंद्र जैसे सभी सितारों की चमक फीकी पड़ गई, लेकिन अमिताभ बच्चन की आज भी बरकरार है।’ बिग बी के जन्मदिन के मौके पर हमने डायरेक्टर विवेक शर्मा, सुनील दर्शन, मेहुल कुमार और मेकअप मैन दीपक सावंत से बात की। विवेक शर्मा ने बिग बी के जन्मदिन पर क्या कहा, जानते हैं उन्हीं की जुबानी … आज की जेनरेशन को बच्चन साहब से सीखना चाहिए
विवेक शर्मा ने कहा- यह मेरा सौभाग्य है कि मैं उनके करीबियों में से एक हूं। बच्चन साहब बहुत ही कम डायरेक्टर को अपने पर्सनल जोन में रखते हैं। अभी जून में उनसे एक फिल्म के सिलसिले में मुलाकात हुई थी। जल्द ही हम लोग एक फिल्म शुरू करने वाले हैं। बच्चन साहब से जो भी मिलने आता है, वे उन्हें गेट तक छोड़ने आते हैं। आज के कलाकारों को बच्चन साहब के इस जेस्चर से कुछ सीखना चाहिए। बच्चन साहब इतने बड़े सुपरस्टार हैं, लेकिन सेट पर छोटे से लेकर बड़ी पोजिशन वालों तक की सबकी इज्जत करते हैं। संडे को शूटिंग नहीं करते हैं
भूतनाथ की शूटिंग के समय उनके सेक्रेटरी शीतल जैन ने कहा था कि बच्चन साहब संडे के दिन शूटिंग नहीं करते। हमारी कुछ लोकेशन सिर्फ संडे को मिल रही थी। मैंने बच्चन साहब को मैसेज कर निवेदन किया। वो तुरंत रेडी हो गए और सात संडे शूट किया। यह उनके नियम के खिलाफ है, मगर वो इस बात को समझते हैं कि उनकी वजह से किसी का काम नहीं रुके। विजय दीनानाथ चौहान के अंदाज में बोले तो डर गया
बच्चन साहब रियल लाइफ में अग्निपथ के किरदार विजय दीनानाथ चौहान जैसे हैं। पहले तो वो इधर-उधर की बातें करते हैं, ताकि सामने वाला सहज हो जाए। अचानक टर्न होकर विजय दीनानाथ चौहान की स्टाइल में बोलते हैं कि बताओ क्या बात है? तब अजीब सा डर लगता है। बच्चन साहब नरेशन के समय रिएक्ट नहीं करते हैं। समझ में नहीं आता है कि उनको स्क्रिप्ट अच्छी लग रही है या नहीं। उनका अपना एक अलग स्टाइल है। हर चीज की डिटेलिंग बहुत पसंद करते हैं। हर चीज में बहुत इन्वॉल्व होते हैं। म्यूजिक में भी बहुत दिलचस्पी दिखाते हैं। शाहरुख खान के कहने पर बिग बी ने गाया गाना
भूतनाथ में बिग बी से गाना गंवाने का आइ़़डिया शाहरुख खान ने दिया था। बच्चन साहब पहले गाने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा कि हम नहीं गा पाएंगे। फिर कहते हैं कि तुम बोल रहे हो तो कोशिश करते हैं, लेकिन अच्छा नहीं लगा तो मेरी आवाज रिप्लेस कर देना। हालांकि उन्होंने बहुत अच्छे तरीके से प्लेबैक सिंगिंग की। यह बात बहुत कम लोगों को पता है कि बच्चन साहब पियानो भी अच्छा बजा लेते हैं। उन्होंने घर पर छोटा सा रिकॉर्डिंग स्टूडियो भी बनाया है। अमिताभ बच्चन के आते ही सेट पर सन्नाटा फैल जाता है
बच्चन साहब जैसे ही शूटिंग पर आते हैं, पूरी यूनिट एकदम से खामोश हो जाती थी। दो-तीन दिन तक सब फुसफुसा के बातें करते थे। हालांकि बाद में तो बच्चन साहब सेट पर बहुत ही मस्ती करते हैं। असिस्टेंट की टांग खींचते रहते हैं। वो किसी एक को विक्टिम बनाते हैं और दिन भर उसके साथ मस्ती करते हैं। हालांकि शूटिंग के दौरान उनका एक रूल है कि जब वो शूट करते हैं तो कैमरे के पीछे से कोई क्रॉस ना करने पाए। पराठे खाकर बोले- किसी को बताना नहीं
जूही चावला को किचन में काम करने की आदत नहीं है। भूतनाथ में एक सीन है जिसमें जूही जी पराठे बनाती हैं। वो पराठे ठीक से बेल नहीं पा रही थीं। हमने होटल से पराठे मंगाए थे जिसे बच्चन साहब खा गए। बोले किसी को बताना नहीं कि पराठे मैं खा गया। बच्चन साहब को समोसे बहुत पसंद हैं। दोनों हाथ से समोसे उठाकर खाते हैं। वो खुद बताते हैं कि किस दुकान से लेकर आना है। सुनील दर्शन ने बिग बी के जन्मदिन पर उनसे जुड़े अपने अनुभव शेयर किए.. हमारा रिश्ता ‘सात हिन्दुस्तानी’ से ही है
सुनील दर्शन ने कहा- अमित जी के साथ मेरा रिश्ता उनकी पहली फिल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ से है। इस फिल्म को मेरे पिता दर्शन सबरवाल ने डिस्ट्रीब्यूट किया था। उनकी पहली सुपरहिट फिल्म ‘जंजीर’ भी पिताजी ने डिस्ट्रीब्यूट की थी। मैंने कभी सोचा ही नहीं था कि अमित जी के साथ काम करने का मौका मिलेगा। वो हमारी पहुंच से बाहर थे। एकदिन उनका अचानक फोन आया और खुद फिल्म में काम करने की इच्छा जताई। मुझे तो लगा कि कोई मजाक कर रहा है। उस समय अमित जी के पास ऑल रेडी तीन फिल्में मोहब्बतें, कभी खुशी कभी गम और कांटे थी। इसके अलावा उन्होंने मेरी फिल्म ‘एक रिश्ता- द बॉन्ड ऑफ लव’ भी साइन कर ली। जंजीर की रिलीज से पहले काफी नर्वस थे
मुझे याद है जब अमित जी से पहली बार मिला था तब 13 वर्ष का था। यह 1973 की बात है। फरीदा जलाल के जन्मदिन पर पहली बार पिताजी के साथ अमित जी से मिला था। दो हफ्ते बाद जंजीर रिलीज होने वाली थी। उस समय वो बहुत ही नर्वस थे। उस समय वे करियर के बुरे दौर से गुजर रहे थे। पिताजी और बाकी डिस्ट्रीब्यूटर से पूछ रहे थे कि आप लोगों ने फिल्म देखी होगी, कैसी लगी? अमिताभ बच्चन ज्यादा टेक नहीं देना चाहते
अमित जी का काम करने का बहुत ही खूबसूरत तरीका रहा है। उनके साथ काम करके बहुत कुछ सीखने को मिला। उन दिनों निगेटिव पर फिल्में शूट होती थीं। वह बहुत महंगा होता था। अमित जी बोले- बेटा इतना ख्याल रखो कि निगेटिव बर्बाद ना होने पाए। मुझसे जितना चाहो रिहर्सल करवा लो, लेकिन टेक कम लिया करो। निर्माताओं का बहुत सहयोग करते हैं
एक बार मैंने राखी जी को अमित जी के अपोजिट कास्ट किया था। उनके साथ जो एग्रीमेंट हुआ था उसके मुताबिक रात 9 से लेकर 10 बजे के बीच शूटिंग नहीं करेंगी। राखी जी ने इसकी वजह यह बताई थी वे 9 से 10 के बीच ‘कौन बनेगा करोड़पति’ देखती हैं। राखी जी को कौन बनेगा करोड़पति शो काफी पसंद था। अमित जी ने सुझाव दिया कि शूटिंग डिस्टर्ब मत करो। तुम उनको पौने नौ बजे छोड़ देना और सवा दस बजे बुला लेना। उनके मेकअप वैन में केबल लगा कर टीवी लगवा दो। इस दौरान वो खाना भी खा लेंगी शो भी देख लेंगी और उनकी बात भी रह जाएगी। तुम्हारा काम भी हो जाएगा। इस स्तर पर अमित जी सहयोग करते थे। उनका शुरू से ही रिकॉर्ड रहा है कि निर्माताओं को बहुत सहयोग करते हैं। अवॉर्ड में विश्वास खत्म हो गया था
एक बार बच्चन साहब ने मुझसे अवॉर्ड शोज को लेकर बात की थी। उन्होंने कहा कि अवॉर्ड तो जरूरी है, लेकिन इससे भी जरूरी है कि ऑडियन्स आपको कितना पसंद करती है। फिजिकल अवॉर्ड का कोई भरोसा नहीं होता है। जब दिलीप कुमार साहब को फिल्म ‘गंगा जमुना’ के लिए अवॉर्ड नहीं मिला, तब उनका अवॉर्ड में विश्वास खत्म हो गया था। ‘मृत्युदाता’ और ‘कोहराम’ जैसी फिल्मों में अमिताभ बच्चन को डायरेक्ट कर चुके फिल्ममेकर मेहुल कुमार ने बच्चन साहब के जन्मदिन पर कुछ खास किस्से शेयर किए .. कभी सोचा नहीं था कि मेरी फिल्म से कमबैक करेंगे बिग बी
मेहुल कुमार ने कहा- अमित जी इस उम्र में भी कितने बिजी हैं। वे फिल्म इंडस्ट्री की हिस्ट्री हैं। जब तक सूरज चांद रहेगा, उनका नाम रहेगा। उनको कोई भुला नहीं सकता है। उनके अंदर कोई भी ईगो नहीं है। कभी नहीं सोचा था कि वे मेरी फिल्म ‘मृत्युदाता’ से कमबैक करेंगे। यह फिल्म भले ही नहीं चली, यह अलग बात है। इस फिल्म का निर्माण अमित जी ने खुद ही किया था। इस फिल्म के अलावा मैंने उनके साथ ‘कोहराम’ भी की थी। अमित जी ने कहा- कोई गरमा-गरम स्क्रिप्ट है क्या?
‘रंगीला’ के म्यूजिक लॉन्च के समय अमित जी मुझसे मिले। उस समय वो काम नहीं कर रहे थे। उन्होंने उसी वक्त प्रोडक्शन कंपनी की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि कोई गरमा-गरम स्क्रिप्ट है क्या आपके पास? मैंने उस बात को गंभीरता से नहीं लिया क्योंकि पार्टी में तो ऐसी बातें होती रहती हैं। दूसरे दिन सुबह अमित जी के सेक्रेटरी शीतल जैन का फोन आया कि स्क्रिप्ट कब सुना सकते हैं? शूटिंग के दौरान वैनिटी वैन में नहीं बैठते
अमित जी वैनिटी वैन में रहना पसंद नहीं करते। अपना शॉट देने के बाद वो सेट पर ही रहना पसंद करते हैं। वो सामने वाले एक्टर का शॉट देखते हैं। एक बार दिलीप साहब ने बिग बी से कहा था- कभी भी सेट छोड़कर मत जाओ। सामने वाला एक्टर क्लोज शॉट में तुम्हारे डायलॉग का जवाब दे रहा है। उसके एक्स्प्रेशन क्या हैं, वो तुम देख सकते हो। अमित जी, दिलीप साहब की इसी बात को फॉलो करते हैं। पिछले 50 सालों से अमिताभ बच्चन का मेकअप कर रहे दीपक सावंत ने भी उनसे जुड़ी यादें शेयर कीं.. आज भी उसी एनर्जी के साथ काम करते हैं
दीपक सावंत ने कहा- बच्चन साहब जिस एनर्जी से 50 साल पहले काम करते थे, आज भी उसी एनर्जी से काम करते हैं। शूटिंग से पहले अपने डायलॉग को कई बार पढ़ते हैं, रिहर्सल करते हैं। बच्चन साहब ने 45 मिनट मेरा इंतजार किया था
वैसे तो मैं बच्चन साहब के सेट पर पहुंचने से दो घंटे पहले ही पहुंच जाता हूं। मैंने आज तक कभी छुट्टी नहीं ली है। बस एक दिन बारिश की वजह से समय पर नहीं पहुंच सका। दरअसल, महबूब स्टूडियो में खुदा गवाह की शूटिंग चल रही थी। शॉट रेडी था, लेकिन बच्चन साहब का मेकअप नहीं हो पाया था, क्योंकि मैं लेट था। प्रोड्यूसर ने कहा कि शॉट के लिए देरी हो रही है, किसी और से मेकअप करा लीजिए। बच्चन साहब बोले- इंतजार करो दीपक 100% आएगा। तकरीबन 45 मिनट बाद मैं सेट पर पहुंचा। मेरे पहुंचने के बाद ही बच्चन साहब ने मेकअप कराया। एक बार बच्चन साहब ने डांट दिया था
जिस दिन मेरी मां का निधन हुआ, उस दिन भी मैं उनका मेकअप करने चला गया। दरअसल उस दिन अमित जी का एक जरूरी शूट था। जब अमित जी को पता चला कि मां की मृत्यु हो गई है, उन्होंने मुझे बहुत डांटा। उन्होंने कहा कि यह क्या तरीका है, मां की मृत्यु हो गई और तुम काम पर आ गए? मैंने बताया कि मम्मी हमेशा कहती थीं कि बेटा काम मत छोड़ना। काम है तभी सब कुछ है। बिना फीस लिए चार फिल्मों में काम किया
मैंने शौकिया तौर पर फिल्में बनाई हैं। कभी पैसे कमाने के उद्देश्य से फिल्में नहीं बनाईं। जब पहली मराठी फिल्म बनाई तो बच्चन साहब ने खुद ही सामने से काम करने की इच्छा जताई थी। जब भोजपुरी फिल्म गंगा के लिए बात की तो बच्चन साहब ने पहले मना कर दिया था। उस समय केबीसी की शूटिंग चल रही थी। मैंने बच्चन साहब को स्क्रिप्ट पढ़ने को कहा। उन्होंने कहा कि दीपक तुम्हारी फिल्म हिट है। तुम काम छोड़कर चले जाओगे। मैंने कहा कि जिंदगी में कभी भी आपका काम छोड़कर नहीं जाऊंगा। मैंने गंगा के बाद गंगोत्री और गंगादेवी बनाई। बच्चन साहब ने पैसे नहीं मांगें और न ही मेरी हिम्मत हुई कि मैं उन्हें फीस दूं। —————————————————————————————————– बॉलीवुड से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए रेखा @70: डेब्यू फिल्म में एक्टर ने जबरन किस किया:पति की मौत पर लगे काला जादू के आरोप बेशक मुझे उनसे प्यार है। दुनिया भर का प्यार आप ले लीजिए और उसमें कुछ और भी जोड़ लीजिए, मैं उस व्यक्ति के लिए ऐसा महसूस करती हूं। मैं उन्हें अवॉर्ड फंक्शंस में देखती हूं और मेरे लिए यही बहुत है- पूरी खबर पढ़ें