साल 2009 में जब नोबेल पुरस्कार की घोषणा हुई तो इसमें एक भारतीय वैज्ञानिक वेंकटरमन रामकृष्णन को राइबोसोम पर रिसर्च के लिए विज्ञान का सर्वोच्च सम्मान मिला। जब वो मंच पर पहुंचे, तो उनकी पहली लाइन थी- “यह सिर्फ मेरा नहीं, मेरी पूरी टीम का काम है।” उन्होंने मंच से अपने हर एक सहयोगी का नाम लिया, उनका योगदान बताया और खुलकर सराहना की। सोचिए, दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित मंच पर खड़े होकर उन्होंने अपनी उपलब्धि को ‘मैं’ से ‘हम’ में बदल दिया। यही विज्ञान की आत्मा है और सक्सेस का असली मंत्र भी। दुनिया की बड़ी रिसर्च हो या किसी घर की छोटी-सी व्यवस्था, सबकुछ टीम वर्क से ही चलता है। आप अभी ये आर्टिकल मोबाइल या लैपटॉप पर पढ़ रहे हैं, तो मोबाइल में लगे ढेरों छोटे पुर्जे मिलकर इसे संभव बना रहे हैं। इससे पहले दर्जनों इंजीनियर, डिजाइनर्स, कोडर्स ने मिलकर इसे तैयार किया है। इस आर्टिकल को तैयार करने में भी कई लोगों की मेहनत लगी है। कुल मिलाकर सफलता कभी अकेले नहीं मिलती है। इसके पीछे हमेशा पूरी एक टीम की अदृश्य मेहनत शामिल होती है। आज के सक्सेस मंत्रा कॉलम का टॉपिक है टीम वर्क। हम समझेंगे कि सफलता में टीम वर्क की भूमिका कितनी अहम है। टीम को एकजुट बनाए रखने में लीडर का क्या रोल होता है? आप एक अच्छे टीम लीडर कैसे बन सकते हैं? टीम वर्क की ताकत टीम वर्क बेहद सामान्य शब्द है, लेकिन यह असंभव को संभव बना सकता है। जब लोग एक साथ काम करते हैं, तो वे अपनी अलग-अलग स्किल्स, अनुभव और दृष्टिकोण से कुछ ऐसा बना देते हैं, जो अकेले संभव नहीं हो सकता है। एटलासियन की रिसर्च के अनुसार, टीम वर्क न केवल प्रोडक्टिविटी बढ़ाता है बल्कि कर्मचारियों के बीच रचनात्मकता, इनोवेशन और मनोबल को भी प्रोत्साहित करता है। उदाहरण के लिए, एक सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट में डेवलपर्स, डिजाइनर्स और टेस्टर्स मिलकर काम करते हैं। हर किसी की अपनी विशेषज्ञता होती है, जिससे प्रोजेक्ट तेजी से और बेहतर ढंग से पूरा होता है। इस चेन में किसी एक एक्सपर्ट के बिना सबकुछ अधूरा रह जाएगा। लीडर टीम को एकजुट रखता है टीम का लीडर ही पूरी टीम को सही दिशा में ले जाता है। अच्छे लीडर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है कि वह स्पष्ट लक्ष्य और सबकी जिम्मेदारियां तय करे। उदाहरण के लिए, अगर एक मार्केटिंग कैंपेन पर काम हो रहा है, तो लीडर यह सुनिश्चित करता है कि हर मेंबर को अपनी भूमिका पता हो। कोई कंटेंट बनाता है, कोई डिजाइनिंग करता है और कोई डेटा एनालिसिस करता है। टीम को बिखरने से बचाता है लीडर लीडर टीम के सभी सदस्यों में विश्वास का माहौल बनाता है। वह सुनिश्चित करता है कि हर मेंबर की बात सुनी जाए और उनकी राय का सम्मान हो। वह टीम में पैदा हुए सभी मतभेदों को सुलझाता है और सकारात्मक माहौल बनाता है। सबसे जरूरी बात ये है कि लीडर खुद एक उदाहरण पेश करता है, काम के प्रति अपनी ईमानदारी, समर्पण और सम्मान के साथ। लीडरशिप डायनेमिक्स के मुताबिक, एक लीडर का व्यवहार ही तय करता है कि टीम एकजुट रहेगी या बिखर जाएगी। असहमति है टीम वर्क की खूबसूरती क्या आपने कभी सोचा कि अगर पूरी टीम हर बात पर सहमत हो जाए, तो क्या होगा? यह सुनने में अच्छा लग सकता है, लेकिन असल में यह रचनात्मकता को खत्म करता है। हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू के मुताबिक, असहमति वह चिंगारी है, जो नए विचारों को जन्म देती है। जब टीम में अलग-अलग विचार टकराते हैं, तो वे बेहतर समाधान और इनोवेशन की ओर ले जाते हैं। अच्छे टीम लीडर के गुण एक अच्छा लीडर वह नहीं जो सिर्फ ऑर्डर देता है, बल्कि वह जो अपनी टीम को अपने काम से प्रेरित करता है और साथ लेकर चलता है। ऑस्ट्रेलिया की डीकिन यूनिवर्सिटी के अनुसार, एक प्रभावी लीडर में ये गुण होते हैं: ये गुण लीडर को न केवल प्रभावी बनाते हैं, बल्कि टीम के लिए एक रोल मॉडल भी बनाते हैं। उदाहरण के लिए, वेंकटरमन रामकृष्णन ने अपनी टीम की सराहना करके दिखाया कि एक लीडर का असली काम अपनी टीम को श्रेय देना है। अच्छा टीम लीडर कैसे बनें? लीडर बनना कोई जन्मजात गुण नहीं है। यह एक स्किल है, जिसे सीखा और डेवलप किया जा सकता है। लीडरशिप डायनेमिक्स के मुताबिक, ये कदम आपको एक अच्छा लीडर बना सकते हैं: कम्युनिकेशन स्किल बढ़ाएं: स्पष्ट और स्वच्छंद संवाद करें। हर टीम मेंबर की बात सुनें और उनकी राय को महत्व दें। ईमानदारी अपनाएं: अपने वादों पर खरे उतरें और पारदर्शी रहें। टीम को समझें: हर मेंबर की ताकत और कमजोरियों को जानें। उनके हिसाब से जिम्मेदारियां दें। प्रेरणा दें: छोटी-छोटी उपलब्धियों की सराहना करें। एक ‘थैंक यू’ भी बड़ा बदलाव ला सकता है। निरंतर सीखें: अपनी कमियों पर काम करें और नए स्किल्स सीखें। मतभेदों को हैंडल करें: असहमतियों को रचनात्मक तरीके से सुलझाएं। विश्वास बनाएं: टीम के साथ ईमानदार और सम्मानजनक रहें। प्लानिंग करें: कार्य को व्यवस्थित करें और समय पर पूरा करें। नवाचार को बढ़ावा दें: नए विचारों का स्वागत करें और उन्हें आजमाने का मौका दें। टीम के साथ खड़े रहें: मुश्किल वक्त में उनकी हिम्मत बनें। टीम वर्क है सफलता का असली मंत्र टीम वर्क उस ब्रिज की तरह है, जो सपनों को हकीकत में बदलता है। वेंकटरमन रामकृष्णन का नोबेल प्राइज जीतना हो या कोई छोटा स्टार्टअप, हर सफलता के पीछे एक टीम की मेहनत होती है। एक अच्छा लीडर वह है जो अपनी टीम को एकजुट रखता है, उनकी असहमतियों को ताकत बनाता है और खुद काम करके उदाहरण पेश करता है। अगर आप भी एक अच्छा लीडर बनना चाहते हैं, तो आज से ही शुरू करें। अपनी टीम को समझें, उनकी राय को महत्व दें और साथ मिलकर बड़े सपने देखें, फिर उन्हें पूरा करें। …………………………..
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