साउथ अफ्रीका के ट्रांसकेई में एक छोटा-सा गांव था- म्वेजों। वहीं एक गरीब जनजातीय परिवार में 1918 में नेल्सन मंडेला का जन्म हुआ। बचपन से ही उन्होंने भेदभाव और अन्याय झेला। कॉलेज में पढ़ते वक्त जब उन्होंने देखा कि अश्वेतों को इंसान नहीं, गुलाम समझा जाता है तो उन्होंने तय कर लिया कि वो इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे। इसके लिए उन्हें बार-बार जेल भेजा गया, प्रताड़ित किया गया और अंत में तो 27 साल तक कालकोठरी में बंद कर दिया गया। मगर मंडेला न डरे, न झुके, न टूटे। जेल की सलाखों के पीछे भी वे हर दिन खुद से कहते रहे- मेरा संघर्ष सही है, मेरी लड़ाई रंगभेद के खिलाफ है और एक दिन हमें आजादी जरूर मिलेगी। सोचिए ऐसी कौन-सी ताकत थी, जो 27 साल तक उन्हें जेल में भी उन्हें नहीं तोड़ सकी? उसका जवाब है- दृढ़ निश्चय। वो निश्चय, जो हर दिन उन्हें जगा देता था, जो उन्हें अपने लक्ष्य से भटकने नहीं देता था और जिसने उन्हें नायक बना दिया। आज के सक्सेस मंत्रा कॉलम का टॉपिक है ‘दृढ़ निश्चय’ यानी डिटर्मिनेशन। हम समझेंगे कि सफलता में दृढ़ निश्चय की भूमिका कितनी अहम है और इसे कैसे अपने भीतर मजबूत किया जा सकता है। जो ठान लो, वो करके दिखाओ- यही है दृढ़ निश्चय दृढ़ निश्चय का मतलब है, अपने फैसले पर अडिग रहना, चाहे हालात जैसे भी क्यों न हों। ऐसे लोगों के इरादे, मौसम की तरह बदलते नहीं हैं। उन्हें हमेशा अपनी मंजिल दिखती रहती है, चाहे रास्ते में कितनी भी कठिनाई आए। दृढ़ निश्चय से क्या बदलता है? दृढ़ निश्चय ऐसी पावर है, जो आपको लक्ष्य की ओर बढ़ने की प्रेरणा देती है, फिर चाहे रास्ते में कितनी भी बाधाएं आएं। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो की एक रिसर्च के मुताबिक, जो लोग मुश्किल हालात में भी अपने गोल्स से नहीं भटकते हैं, उनके दिमाग में ‘ऐन्टीरियर सिंग्युलेट कॉर्टेक्स’ ज्यादा सक्रिय रहता है। ये दिमाग का वो हिस्सा है, जो हमें फोकस बनाए रखने, दबाव में निर्णय लेने और बड़े लक्ष्य पर टिके रहने में मदद करता है। दृढ़ निश्चय जीवन में 4 बड़े बदलाव लाता है आत्मविश्वास: आप असफलताओं से डरना बंद कर देते हैं। धैर्य: आप लंबे समय तक मेहनत करने को तैयार रहते हैं। निर्णय क्षमता: आप कठिन परिस्थितियों में बेहतर फैसले लेते हैं। अवसर: यह आपको रुकावटों को अवसरों में बदलने की ताकत देता है। दृढ़ निश्चय कैसे बढ़ाएं? दृढ़ निश्चय कोई जन्मजात गुण नहीं है, बल्कि एक स्किल है, जिसे अभ्यास से डेवेलप किया जा सकता है। इसके 4 आसान तरीके हैं: 1. लक्ष्य को स्पष्ट करें और अपना ‘Why’ याद रखें अपने सपने को स्पष्ट करें। यह नौकरी, बिजनेस, या सामाजिक बदलाव हो सकता है। हर दिन पूछें: “मैं यह क्यों चाहता हूं?” मंडेला का ‘Why’ था- समानता। आपका ‘Why’ आपको भटकने नहीं देगा। क्या करें: एक विजन बोर्ड बनाएं और उसे रोज देखें। 2. माइक्रो-हैबिट्स बनाएं छोटे-छोटे वादे करें और निभाएं, जैसे रोज 10 मिनट पढ़ना या सुबह जल्दी उठना। ये छोटी जीतें आपकी इच्छाशक्ति को मजबूत करती हैं। क्या करें: 3. असफलता को विराम समझें हार अंत नहीं, एक पड़ाव है। मंडेला ने 27 साल जेल में बिताए, लेकिन इसे खत्म नहीं माना। हर असफलता से सीखें और आगे बढ़ें। क्या करें: हर हार के बाद लिखें- मैंने इससे क्या सीखा? 4. बड़ा सोचें, धीरे चलें मंडेला का लक्ष्य सिर्फ अपनी आजादी नहीं, पूरे देश की आजादी था। बड़ा लक्ष्य आपको प्रेरित रखता है, लेकिन छोटे कदम आपको वहां ले जाते हैं। क्या करें: अपने लक्ष्य को 5 साल, 1 साल और 1 महीने के टुकड़ों में बांटें। 6. अपना ‘मंडेला मोमेंट’ खोजें हर किसी की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ आता है, जब हालात पूछते हैं- अब क्या करोगे? वहीं से आपकी सच्ची कहानी शुरू होती है। 5. खुद से ये 5 बातें रोज कहें दृढ़ निश्चय से कैसे मिलती है सफलता? दृढ़ निश्चय के दम पर सफलता का रास्ता इस तरह बनता है: फोकस: यह आपको विचलित होने से बचाता है। फिर उठने की ताकत: यह आपको बार-बार गिरकर उठने की ताकत देता है। प्रभाव: दृढ़ निश्चय वाले लोग दूसरों को भी प्रेरित करते हैं, जैसे मंडेला ने किया। उदाहरण के लिए ऐसे समझें कि मंडेला ने जेल में भी पढ़ाई की, पत्र लिखे और अपने साथियों को संगठित किया। उनका निश्चय सिर्फ उनकी जीत नहीं, बल्कि पूरे देश की जीत बना। दुनिया को दिखाएं कि आप क्या कर सकते हैं दृढ़ निश्चय ही आपके सपनों को हकीकत में बदल सकता है। यह आपको मंडेला की तरह नायकों की कतार में खड़ा कर सकता है। आज से ही शुरू करें, खुद से छोटा सा वादा करें और अपना लक्ष्य स्पष्ट करके उसकी तरफ छोटे-छोटे कदमों से बढ़ना शुरू करें। …………………….
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