कोविड-19 के कारण देश में लगाए गए सख्त लॉकडाउन से तस्करी के जरिए आने वाले सोने में कमी आई है। ऑल इंडिया जेम एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन एन अनंथा पद्माभन के मुताबिक, देश में तस्करी के जरिए आने वाले सोने की मात्रा गिरकर 2 टन प्रतिमाह पर आ गई है। तस्करी के जरिए इस साल मात्र 25 सोने आने की संभावना है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, कोविड से पहले भारत में सालाना करीब 120 टन सोना तस्करी के जरिए आता था। ऐसे में इस साल तस्करी के सोने में करीब 80 फीसदी की कमी आ सकती है।
लॉकडाउन के कारण अंतरराष्ट्रीय आवाजाही पर लग गई थी रोक
कोविड-19 के कारण देश में 25 मार्च से दुनिया का सबसे सख्त लॉकडाउन लगाया गया था। इसके चलते अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स और अन्य साधनों पर भी रोक लग गई थी। इस रोक के चलते गैरकानूनी शिपमेंट पूरी तरह से रुक गया था। लॉकडाउन के कारण जून तिमाही में अर्थव्यवस्था में गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान सोने की कुल मांग में भी कमी आई थी। अब देश तेजी से कोरोनावायरस संक्रमण का एपिसेंटर बनता जा रहा है। इसके बावजूद सभी प्रतिबंधों को हटा दिया गया है। संक्रमण के मामले में अब भारत केवल अमेरिका से पीछे है।
जमीन से जुड़े बॉर्डर से होती है ज्यादा तस्करी
पद्माभन का कहना है कि पिछले 6 महीने से कोई फ्लाइट नहीं थी। इस कारण तस्करी पर मामूली असर पड़ा। पद्माभन के मुताबिक, देश में जो कुछ भी तस्करी के माध्यम से आता हो, वो सब नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका से जुड़े जमीनी बॉर्डर से आता है। एयरपोर्ट से होने वाली तस्करी ज्यादा नहीं है। जमीन से जुड़े बॉर्डर पर कड़ी निगरानी से तस्करी पर लगाम लगी है। वित्त मंत्रालय के डाटा की गणना के बाद ब्लूमबर्ग की कैलकुलेशन के मुताबिक, अप्रैल में हवाई अड्डों पर केवल 20.6 किलो सोना पकड़ा गया है। यह 6 साल का सबसे निचला स्तर है।
ज्यादा टैक्स के कारण बढ़ी सोने की तस्करी
ऊंची कीमतों और आयात पर 12.5 फीसदी के टैक्स के अलावा अतिरिक्त स्थानीय टैक्स से सोने की गैरकानूनी खरीद सस्ती हो गई है। इससे तस्करों को फायदा होता है। ज्वैलर तस्करी के जरिए आने वाले सोने में कमी लाने के लिए लंबे समय से इंपोर्ट टैक्स में 50 फीसदी की कटौती की मांग कर रहे हैं।
सभी फ्लाइट शुरू होने से बढ़ेगी तस्करी
पद्माभन का कहना है कि एक बार सभी फ्लाइट शुरू होने के बाद देश में फिर से तस्करी बढ़ जाएगी। इसके अलावा पिछले महीने श्रीलंका की ओर से सोने से इंपोर्ट ड्यूटी हटाए जाने के बाद भी तस्करी में बढ़ोतरी होगी। पद्माभन के मुताबिक, बोट के जरिए मात्र 45 मिनट में श्रीलंका से दक्षिण भारत पहुंचा जा सकता है। ऐसे में तस्कर जल्द से जल्द ऑपरेशन शुरू कर सकते हैं।