राधिका राव और विनय सप्रू द्वारा निर्देशित हर्षवर्धन राणे और मावरा होकेन की फिल्म ‘सनम तेरी कसम’ री-रिलीज के बाद से काफी सुर्खियों में है। इसके दूसरे पार्ट की भी घोषणा हो चुकी है, जिसे लेकर निर्देशक जोड़ी भी काफी खुश है। इसी दौरान उन्होंने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। चर्चा है कि सलमान खान फिल्म में आ सकते हैं। कितनी सच्चाई है? यह चर्चा वहां से शुरू हुई जब एक जर्नलिस्ट हमारे पास आईं और उन्होंने बोला कि एक रैपिड फायर करते हैं। मैंने कहा, ‘ठीक है’। उन्होंने पूछा कि फैंस का सवाल है कि क्या ‘सनम तेरी कसम’ में सलमान खान आ सकते हैं। मैंने उनसे कहा, ‘नेकी और पूछ-पूछ।’ ऐसा कौन निर्देशक होगा जो सलमान खान के साथ फिल्म नहीं करना चाहेगा। फिर हम तो पहले भी उनके साथ लकी-नो टाइम फॉर लव बना चुके हैं। वह हमारे मेंटर हैं। अगर उन्होंने हमें पहली बार अपने साथ काम करने का मौका नहीं दिया होता, तो हम आज इस मुकाम पर नहीं पहुंचे होते। क्या कारण रहा कि धीरे-धीरे इस फिल्म की पॉपुलैरिटी बढ़ी? हमने ही इसकी कहानी लिखी और निर्देशित भी किया था। जब हम इसकी कहानी लिख रहे थे, तो मैं और राधिका जी इसमें एक-एक चीज को बड़ी बारीकी से पिरो रहे थे। राधिका जी स्टोरी लिखती हैं। मैं स्क्रीनप्ले और डायलॉग लिखता हूं। जब हम कहानी पर काम कर रहे थे, तो मैं देखता था अपने केबिन से कि राधिका जी रो रही होती थीं। मैं उनसे जब पूछता कि क्यों रो रही हो, तो वह कहतीं कि मैं एक सीन लिख रही हूं जो बहुत इमोशनल है। एक पिता है जो बेटी के जीते जी ही उसका पिंडदान करने को कहता है और बेटी कहती है, ‘दुआ-बददुआ मां-बाप जो भी देते हैं, ऊपरवाला उसे ओके कह देता है।’ इस तरह के कई एलिमेंट थे जो दर्शकों के दिलों को छू गए। हमें यंगस्टर्स को लेकर एक ऐसी कहानी बनानी थी, जो हर प्रेमी को उसका प्यार याद दिला दे। मैंने और राधिका ने तय किया कि हम ऐसा कुछ परोसेंगे जो हमारे शास्त्रों में लिखा हो। हमारे कल्चर से जुड़ी हो। हमारे यहां कहा जाता है कि अगर पिता बेटी को शादी के समय आशीर्वाद न दे, तो उसकी शादी सफल नहीं हो सकती। हम अपनी कहानी को लेकर पूरी तरह से श्योर थे। हम न्यूकमर्स के साथ ही यह फिल्म करना चाहते थे। प्रोड्यूसर का कहना है कि अलग-अलग कहानी पर काम हो रहा है। क्या कहेंगे? जब हमने इसका पहला पार्ट लिखा, तो तभी दूसरा पार्ट भी लिख लिया था। जहां से फिल्म खत्म होती है, वहीं से नई भी शुरू होगी। यह एक इंटरनल लव स्टोरी है। मूल फिल्म तो मैंने ही लिखी है। इसके किरदार हमारे जेहन से निकले हुए हैं। इस कहानी का सफर हमारा है। अब इस पर अलग-अलग कहानियों पर काम किया जा रहा है। इस बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है। बाकी दर्शक जो इसे दोबारा देखने आए और उन्होंने इसे प्यार दिया, वह कमाल का है। उस समय हमारी इस फिल्म को फाइनेंस करने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा था। हमें इसमें गाने भी डिवोशनल चाहिए थे। तब हमारा साथ हिमेश ने दिया। उन्होंने हमें घर पर बुलाया और वहां पर उन्होंने हमसे एक सिचुएशन सुनकर सीन की, फिर फौरन काम करने के लिए तैयार हो गए। उन्होंने ही हमें ‘सनम तेरी कसम’ टाइटल दिया, जो कमल हासन जी की एक फिल्म का था। यह टाइटल उन्होंने फ्री में दिया था। क्या ‘सनम तेरी…’ को वैसी फ्रेंचाइज नहीं बनाया जा सकता था कि टाइटल वहीं रहे और कहानी नई हो? ऐसा करने का सोचा ही नहीं था, क्योंकि यह कहानी तो उसी वक्त लिखी जा चुकी थी। अब आगे इस पर क्या होगा, वह अभी नहीं कह सकते हैं। हमारी कहानी के मुताबिक सरू और इंदर की जिंदगी में अभी बहुत कुछ होना है। फिल्म जहां खत्म हुई, उसे इंटरवल कह सकते हैं। राधिका और मैं यूथ वाली स्टोरी बनाना पसंद करते हैं। हमसे ‘सनम तेरी कसम’ की शुरुआत में लोगों ने कहा था कि आप क्या दिखाना चाहते हैं एक लव स्टोरी में? इसके टाइटल में अंग्रेजी शब्द डालिए। इसे संस्कारों वाली बातों से हटाकर मॉडर्न फॉर्म में ले जाइए। यह एक रेग्रेसिव कहानी है। आप दिखाइए कि लड़का-लड़की लिविंग रिलेशनशिप में रह रहे हैं। आज जमाना कहां से कहां चला गया है। मैरिज एक आउटडेटेड चीज हो गई है। कहानी का एंगल बदलिए, पर किसी की एक नहीं मानी और उसी लय में चले, जिस पर चलना चाहते थे। आगे आपके कौन से प्रोजेक्ट्स हैं? अभी आगे हम हिमेश रेशमिया जी के साथ फिल्म कर रहे हैं। भूषण कुमार के साथ भी हमारा एक प्रोजेक्ट आएगा। उनके साथ लंबे समय से हमारा नाता बना हुआ है।