केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 1947 से पहले व उसके बाद देश के सामने कई चुनौतियां आईं, लेकिन देशवासियों ने हमेशा सकारात्मक ऊर्जा के साथ इनका सामना किया। मानव रचना शैक्षणिक संस्थान की ओर से आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में उन्होंने कहा सरकार की ओर से घोषित बीस लाख करोड़ के राहत पैकेज से अर्थव्यवस्था सुधरने में काफी मदद मिल रही है। देश में पांच मुख्य बिंदुओं पर काम करने की जरूरत है। इनमें लेबर, लैंड, लॉ, लॉजिस्टिक और लिक्विडिटी शामिल हैं। जिनके पास रोटी, कपड़ा और मकान नहीं है उनके लिए सरकार को नीतियां तैयार करनी हैं।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने उन 115 जिलों की बात की जिनमें इंडस्ट्री लगानी हैं, स्मार्ट सिटी और स्मार्ट गांव तैयार करने हैं। गांधीजी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा ज्यादा प्रोडक्शन और ज्यादा लोगों को रोजगार देने में विश्वास रखते थे। उन्होंने कहा चाइना की लॉजिस्टिक्स कॉस्ट 8 प्रतिशत, भारत की 13 और अमेरिका की 12 प्रतिशत है। इसे कैसे कम किया जाए। इस पर विचार करना है। उन्होंने कहा आज लोग काफी नकारात्मक हो गए हैं। उन्हें सकारात्मक, सुखी, समृद्ध और सशक्त बनना होगा। सबको कदम से कदम मिलाकर चलना होगा ताकि कोरोना से जंग जीती जा सके। इस दौरान मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला ने कहा कि कोरोना के कारण देश की अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ा है।