कोरोना काल में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। इससे आम लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। हालत यह कि एक माह पहले टमाटर की कीमत 20 रुपए थी। जबकि इस समय 60 से 80 रुपए तक बिक रहा है। जबकि जो आलू अभी तक 15 रुपए किलो बिक रहा था वह अब 30 से 40 रुपए किलो बिक रहा है। सब्जी विकेऱ्ताओं का कहना है कि आवक कम होने से कीमतों में इजाफा हुआ है।
इसके अलावा डीजल के दाम में वृद्धि होने से भी सब्जियां महंगी हुई हैं। हालांकि टमाटर के दाम में अगले पखवाड़ तक राहत मिलने की संभावना है क्योंकि हिमाचल से इसकी आवक शुरू होने की उम्मीद है। सब्जी विक्रेता सतीश कुमार के अनुसार स्थानीय स्तर पर अब टमाटर की फसल खत्म हो चुकी है। वरना एक समय स्थिति यह थी कि टमाटर पांच से 10 रुपए किलो बिकता था।
रेट बढ़ने के पीछे बड़ी वजह यह है| मंडी के आढ़ती महेंद्र सिंह व संतोष कुमार के अनुसार गुजरात से दिल्ली में बड़े स्तर पर टमाटर की आवक थी, लेकिन बारिश के मौसम में कमी आई है। इससे अब व्यापारियों को शिमला से आने वाले टमाटर के भरोसे ही रहना पड़ रहा है, लेकिन शिमला से भी पर्याप्त मात्रा में टमाटर नहीं आ रहा है। इसके अलावा डीजल की कीमतों में इजाफा होने से ढुलाई महंगी हो गई है। इससे व्यापारियों को थोक टमाटर का भाव 60 रुपए किलो से ज्यादा चुकाना पड़ रहा है।