ससुराल वालों के खिलाफ दहेज हत्या का केस, गिरफ्तारी नहीं

नगीना खंड के गांव कंसाली में गुरुवार को दहेज हत्या के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शुक्रवार देरशाम जिला अस्पताल मांडीखेड़ा में शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद शव को पलवल जिला के उटावड़ गांव में दफनाने के लिए ले गए। शाम तक नामजद में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। हालांकि केस में आधा दर्जन नाम ऐसे भी है जो वारदात के वक्त गांव कंसाली में मौजूद नहीं थे।

लड़की के पिता सब्बीर अहमद गांव उटावड़ ने बताया कि नगीना खंड के गांव कंसाली में 5-6 साल पहले अहसान के साथ मैंने अपनी लड़की खातूनी की शादी की थी। तभी से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। जब दहेज की मांग पूरी नहीं हुई तो ससुराल पक्ष ने मेरी बेटी को मौत के घाट उतार दिया। मौत की जानकारी हमें पड़ोसियों से मिली।

आरोप लगाया कि मेरी बेटी को फंदा लगाकर मारा गया है। पिता की शिकायत पर पति अहसान, सास समीना, ससुर रफीक, देवर इरशाद, ननद नजराना, जेठ मुस्तफा, चाचा ससुर हमीद, चाची सास नजमा के अलावा हबीब, सहाबदीन समेत 11 लोगों को दहेज हत्या का आरोपित बनाया गया है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर पंकज वत्स ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान शरीर पर निशान मिले हैं, जो हत्या का इशारा करते हैं। जांच के लिए सैंपल लैब भेजे गए हैं।

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