कोरोना काल में 6 जून को सावन का पहला सोमवार था। शिव मंदिरों के बाहर कोरोना संकट में भी भीड़ देखने को मिली, लेकिन नजारा बाकी सावन से थोड़ा अलग था। कोरोना वायरस के चलते लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मुंह में मास्क लगाकर भोले को मनाने के लिए मंदिर पहुंचे थे। कई मंदिरों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लाइनें लगी। दिल्ली एनसीआर में कई मंदिरों में जलाभिषेक भी बिना शिवलिंग को छुए दूर से ही किया गया।
यहां तक की शिवभक्तों को कलश भी अपने घर से साथ लाना पड़ा। वहीं कई मंदिरों में प्रसाद चढ़ाने की भी अनुमति नहीं थी। भगवान भोले की नगरी वाराणसी से लेकर उज्जैन में महाकाल, दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद के मंदिरों में भी भक्त सुबह-सुबह भगवान शिव के जलाभिषेक और भोले बाबा के दर्शन करने और जलाभिषेक करने पहुंचे थे।