सेक्टर-4आर के सामने गुड़गांव नहर के किनारे सिंचाई विभाग की जमीन पर बसे करीब 54 साल पुराने पटले नगर के घरों पर बुल्डोजर चलाने की तैयारी है। इसके लिए लोगों को नोटिस जारी कर 14 सितंबर तक मकान खाली करने के लिए कहा गया है। 15 सितंबर को मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी।
नोटिस मिलने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि जब तक उन्हें और कहीं बसाने की व्यवस्था नहीं की जाती विभाग उनके मकानों को कैसे तोड़ सकता है। इनका कहना है कि मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चल रहा है। कोर्ट ने मकान तोड़ने पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद सिंचाई विभाग के अधिकारी मनमानी करने पर उतारू हैं। स्थानीय लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा यदि उनके साथ जोर जबरदस्ती की गई तो वे किसी भी हद तक जा सकते हैं।
वर्ष 1966 में बसी है यह कॉलोनी
पटेल नगर रेजिडेंट वेलफेयर के प्रधान हरिलाल गुप्ता ने बताया कि 1966 में गुड़गांव नहर की खुदाई की जा रही थी। उस दौरान जो श्रमिक काम कर रहे थे वह यहीं झुग्गी बनाकर रहते थे। धीरे-धीरे विभिन्न राज्यों से रोजगार की तलाश में आने वाले लोग भी यहां झुग्गियां डालकर रहने लगे। गुप्ता के मुताबिक यहां अब पक्के मकान बन चुके हैं। लोगों की यहां अब तीसरी पीढ़ी रह रही हैं। उन्होंने कहा पटेल नगर में करीब 3000 मकान हैं। इनकी आबादी करीब 15 हजार से अधिक है। अकेले पटेल नगर में 8000 से अधिक वोटर हैं।
कॉलोनी में जितने मकान हैं सभी में बिजली-पानी के वैध कनेक्शन हैं
आरडल्ब्यूए के प्रधान हरिलाल गुप्ता, महासचिव अनिल कश्यप, जर्नादन सिंह, मुकेश यादव आदि के अनुसार कॉलोनी में जितने मकान हैं सभी में बिजली-पानी के वैध कनेक्शन हैं। उन्होंने कहा कॉलोनी में रहने वाले लोग नियमित रूप से बिल भी जमा कर रहे हैं। सभी के राशन और आधार कार्ड भी बने हैं। सिंचाई विभाग को अब 54 साल बाद इसे तोड़ने की याद आई है। उन्होंने कहा यह मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन है। 26 नवंबर को इसकी सुनवाई होनी है। कोर्ट ने तोड़फोड़ पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद सिंचाई विभाग के अधिकारी कॉलोनी तोड़ने पर आमादा हैं। उन्होंने यह भी कहा पूरी कॉलोनी में टाइल्स तक बिछी है। यहां आंगनवाड़ी सेंटर, राशन डिपो आदि सबकुछ हैं।
डिप्टी सीएम कॉलोनी न तोड़ने का दे चुके हैं भरोसा
आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने कहा कि इसके पहले सिंचाई विभाग ने फरवरी 2020 में भी तोड़फोड़ के नोटिस जारी किए थे। तब लोगों के आक्रोश को देखते हुए फरीदाबाद पहुंचे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कॉलोनी के लोगों से मुलाकात कर उनके घर न उजाड़ने का भरोसा दिया था।
मकान खाली करने का सिर्फ पांच दिन का समय
सिंचाई विभाग ने पटेल नगर में गुरुवार को नोटिस चस्पा कर 14 सितंबर तक मकान खाली करने का फरमान सुनाया है। 15 सितंबर से तोड़ने की चेतावनी दी है। ऐसे में लोगों के पास महज पांच दिन का समय है। शुक्रवार को कॉलोनी के लोगों ने सिंचाई विभाग के एक्सईएन वीएस रावत से मिलकर उन्हें अपना ज्ञापन भी सौंपा लेकिन कॉलोनी के लोगों काे रावत ने कोई आश्वासन नहीं दिया।