काली मिर्च का इस्तेमाल पुलाव और सब्ज़ियों का ज़ायका बढ़ाने के लिए क्या जाता है। पर ये सिर्फ़ स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि सेहत भी दुरुस्त रखती है। इसे भोजन में शामिल करके कई समस्याओं को दूर रखा जा सकता है।
हल्दी और काली मिर्च को मिलाकर दूध में डालकर पी सकते हैं। यह पेय आमतौर पर गंभीर सर्दी से पीड़ित व्यक्तियों को दिया जाता है। यह एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन ए और कैरोटीनॉयड से युक्त होता है जो बीमारियों से लड़ने में भी मददगार होता है।

पाचन में लाभदायक
काली मिर्च पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है। जब इसे चबाकर खाया जाता है, तो हाइड्रोक्लोरिक एसिड पेट से निकलता है और यह प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है। हाइड्रोक्लोरिक एसिड आंतों को साफ़ करने और पेट व आंत के अन्य रोगों से बचाव करने में मदद करता है। अपने खाने में एक चुटकी काली मिर्च ज़रूर शामिल करें।
क़ब्ज़ से बचाती है
भोजन में रोज़ाना थोड़ी-सी काली मिर्च के इस्तेमाल से क़ब्ज़ की समस्या को दूर किया जा सकता है। हर दिन काली मिर्च खाने से कोलन कैंसर, क़ब्ज़, दस्त और कई प्रकार की बैक्टीरिया संबंधी बीमारियों से बचाव होता है। ध्यान रहे, इसका अधिक सेवन भी न करें। हर रोज़ केवल एक चुटकी ही पर्याप्त है।

झुर्रियां कम करती है
यह स्किन प्रॉब्लम (पिगमेंटेशन) को होने से रोकती है और त्वचा के मूल रंग को बनाए रखने में मदद करती है। अगर बहुत कम उम्र से काली मिर्च का सेवन करते हैं तो झुर्रियां और त्वचा संबंधी समस्याएं कम हो सकती हैं। यह समय पूर्व बुढ़ापे और काले धब्बों को भी रोकती है।
वज़न घटाने में सहायक
एक चुटकी काली मिर्च को ग्रीन टी में मिलाकर दिन में दो से तीन बार पिएं। इस मसाले में फाइटोन्यूट्रिएंट्स की प्रचुर मात्रा होती है, जो अतिरिक्त फैट को टूटने में मदद करता है। इससे शरीर के मेटाबॉलिज़्म में भी सुधार होता है।
कैसे करें सेवन
– सलाद में एक चुटकी नमक के साथ इसे भी छिड़का जा सकता है। सूखे तले हुए खाद्य पदार्थ और काली मिर्च का उम्दा मेल होता है। तले आलू या चिप्स आदि के ऊपर चुटकीभर काली मिर्च पाउडर डालकर सेवन करें।
– जब आप कोई भी सूप बनाएं तो उसका स्वाद बढ़ाने के लिए उस पर थोड़ी-सी काली मिर्च छिड़क दें। इससे आपकी सर्दी ठीक होगी और स्वाद भी बढ़ेगा।
– फ्राइड चावल में कुछ अतिरिक्त स्वाद के लिए काली मिर्च डालें, और ज़ायके में अंतर देखें।
– ताज़ा पिसी काली मिर्च को किसी भी चीज़ में डाला जा सकता है। सलाद, सूप से लेकर पास्ता और यहां तक कि छाछ में भी काली मिर्च का सेवन किया जा सकता है।