सीएम स्कवायड ने छापेमारी कर गुड़गांव-सोहना रोड स्थित एक मॉल में चल रहे कॉल सेंटर में छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान 25 युवक-युवतियों को हिरासत में ले लिया गया। लेकिन पूछताछ के बाद युवक-युवतियों को छोड़ दिया गया व केवल संचालकों को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में सदर थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है। कॉल सेंटर में काम करने वाले युवक-युवती अमेरीका के कस्टमर को पॉप-अप भेजकर उनके एंटीवायरस की वैधता खत्म होने और दोबारा अपडेट करने के नाम पर डॉलर अपने अकाउंट में डलवाते थे। मुख्यमंत्री उड़नदस्ता व गुड़गांव पुलिस ने शुक्रवार देर रात को संयुक्त कार्रवाई करते हुए अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉलसेंटर का भंडाफोड़ किया।
जांच में खुलासा हुआ कि कॉलसेंटर से अमेरिकी नागरिकों को कंप्यूटर/लैपटॉप में एंटी वायरस की वैधता खत्म होने का पॉपअप भेजकर उन्हें फर्जी तरीके से एंटी वायरस बेचते थे। करीब आठ घंटे चली कार्रवाई के दौरान टीम ने मौके से आठ मास्टर कम्प्यूटर व लैपटॉप जब्त कर दिए। जिनसे डाटा खंगाला जा रहा है। मुख्यमंत्री उड़नदस्ता के डीएसपी इंद्रजीत यादव ने बताया कि जांच में सामने आया है कि आरोपियों से जुलाई महीने से कॉल सेंटर शुरू किया था। यह जांच की जा रही है कि अभी तक कितने लोगों को ठग चुके हैं।
साढ़े छह महीने पहले उद्योग विहार में भी पकड़ा था फर्जी कॉल सेंटर| इससे पहले गत 25 जनवरी को डीएलएफ एसीपी करण गोयल ने छापेमारी कर उद्योग विहार में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया था। उस कॉल सेंटर भी अमेरीका के लोगों को अमेजन व अन्य अकाउंट में गड़बड़ी होने का मैसेज दिया जाता था और अमेरीका के लोगों से डॉलर ऐंठे जाते थे। वहीं सैलरी पर दिल्ली, यूपी व हरियाणा के ग्रेजुएट युवाओं को 20 से 35 हजार की सैलरी पर रखा गया था। फर्जी दस्तावेज ऑफिस में अमेजन से समझौते के फर्जी दस्तावेज लगाए हुए थे और इंप्लाइज को बताया गया था कि वो अमेजन के लिए ही काम कर रहे हैं।
टीम ने मौके से 19 युवक और 6 युवतियों को हिरासत में लिया
खुफिया विभाग से मिली सूचना के बाद मुख्यमंत्री उड़नदस्ता व गुड़गांव पुलिस ने शुक्रवार देर रात करीब साढ़े 12 बजे सोहना रोड जेएमडी मेगापॉलिश मॉल स्थित कॉल सेंटर में छापा मारा। करीब साढ़े आठ घंटे चली जांच में पाया कि गत 13 जुलाई से कॉलसेंटर शुरू किया गया था। कॉलसेंटर से रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर से अमेरीका के नागरिकों के कंप्यूटर/लैपटॉप में पॉपअप के माध्यम से एंटी वायरस की वैधता खत्म होने का मैसेज भेजते। इसके बाद उन्हें एंटी वायरस और अन्य सॉफ्टवेयर बेचते थे।
इसके बदले डॉलर व बिटकॉइन के माध्यम से भुगतान लेते थे। टीम ने मौके से 19 युवक व 6 युवतियों को हिरासत में लिया। जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया। जबकि सरगना दिल्ली के हरिनगर निवासी विक्रम वर्मा व उसके पार्टनर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपियों के बैंक खाते खंगाल रही है। वहीं पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि कॉल सेंटर को लेकर सीएम स्कवायड को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद यह छापेमारी की गई।