भारत और पाकिस्तान सीजफायर के लिए राजी हो गए हैं। यह दावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने किया। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, ‘रात में यूएस की मध्यस्थता में चली लंबी बातचीत के बाद मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान तुरंत और पूरी तरह हमले रोकने के लिए तैयार हो गए हैं। मैं दोनों देशों को कॉमनसेंस, समझदारी से भरा फैसला लेने के लिए बधाई देता हूं।’ भारत के विदेश सचिव बोले- सीजफायर हुआ
ट्रंप के बयान के 30 मिनट बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी शाम 6 बजे प्रेस ब्रीफ के लिए आए। 42 सेकेंड में अपनी बात खत्म की और चले गए। उन्होंने कहा- पाकिस्तान के DGMO ने शनिवार दोपहर 3:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। सहमति बनी कि दोनों पक्ष शनिवार दोपहर 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं। वे 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बात करेंगे। पाकिस्तान ने भी सीजफायर की पुष्टि की
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा, ‘पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमति जताई है। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है।’ अमेरिकी विदेश मंत्री ने बुधवार रात भारत-पाक से बात की थी
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार रात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की। उन्होंने दोनों देशों से तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति स्थापित को लेकर मिलकर काम करने की अपील की थी। आतंकवाद की निंदा की, लेकिन भारत को संयम बरतने को भी कहा
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि मार्को रूबियो ने जयशंकर से फोन कॉल पर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के लिए शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ है। हालांकि, उन्होंने यह भी सलाह दी कि भारत जो इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताने और जवाबी कार्रवाई की मांग करने में सावधानी बरते। वहीं, टैमी ब्रूस ने बताया कि प्रधानमंत्री शरीफ से फोन पर बातचीत के दौरान रूबियो ने पाकिस्तान से 22 अप्रैल को कश्मीर में हुए हमले की निंदा करने और जांच में सहयोग करने को कहा। अमेरिकी विदेश मंत्री ने पाकिस्तानी अधिकारियों से इस हमले की जांच में पूरी तरह सहयोग करने का अनुरोध किया था। संघर्ष विराम से पहले भारत-पाकिस्तान के हालात पर हर अपडेट ब्लॉग में पढ़ें…
ट्रंप के बयान के 30 मिनट बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी शाम 6 बजे प्रेस ब्रीफ के लिए आए। 42 सेकेंड में अपनी बात खत्म की और चले गए। उन्होंने कहा- पाकिस्तान के DGMO ने शनिवार दोपहर 3:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। सहमति बनी कि दोनों पक्ष शनिवार दोपहर 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं। वे 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बात करेंगे। पाकिस्तान ने भी सीजफायर की पुष्टि की
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा, ‘पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमति जताई है। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है।’ अमेरिकी विदेश मंत्री ने बुधवार रात भारत-पाक से बात की थी
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार रात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की। उन्होंने दोनों देशों से तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति स्थापित को लेकर मिलकर काम करने की अपील की थी। आतंकवाद की निंदा की, लेकिन भारत को संयम बरतने को भी कहा
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि मार्को रूबियो ने जयशंकर से फोन कॉल पर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के लिए शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ है। हालांकि, उन्होंने यह भी सलाह दी कि भारत जो इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताने और जवाबी कार्रवाई की मांग करने में सावधानी बरते। वहीं, टैमी ब्रूस ने बताया कि प्रधानमंत्री शरीफ से फोन पर बातचीत के दौरान रूबियो ने पाकिस्तान से 22 अप्रैल को कश्मीर में हुए हमले की निंदा करने और जांच में सहयोग करने को कहा। अमेरिकी विदेश मंत्री ने पाकिस्तानी अधिकारियों से इस हमले की जांच में पूरी तरह सहयोग करने का अनुरोध किया था। संघर्ष विराम से पहले भारत-पाकिस्तान के हालात पर हर अपडेट ब्लॉग में पढ़ें…