क्राइम ब्रांच ने ईरानी गैंग के चार जालसाजों को गिरफ्तार किया है। ये लोग सीबीआई या पुलिस अधिकारी बनकर लोगों से चैकिंग के नाम पर ज्वेलरी ठग लेते थे। इनके पकड़े जाने से चार मामले सुलझा लिए गए हैं। इनसे सोने के चार कड़े, इनोवा कार और पल्सर बाइक मिली है। आरोपियों की पहचान अमजद, युनूस, सनवर अली व शहजाद के तौर पर हुई।
डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया पुलिस अधिकारी बनकर ठगी की हुई वारदातों के मद्देनजर घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे पर जांच केंद्रित की गई। एसीपी पंकज सिंह की टीम ने जांच के दौरान पाया कि इन वारदातों के पीछे ईरानी गैंग का हाथ शामिल है। एक सूचना मिली इस गैंग के सदस्य चौदह सितंबर को सराय काले खां एरिया में इंद्रप्रस्थ पार्क के पास आएगें। यहां ट्रैप लगा पुलिस ने इन चारों को पकड़ लिया। पुलिस अफसर ने बताया ईरानी गैंग के सदस्यों की कद काठी को देख हर कोई उन्हें पुलिसकर्मी ही समझेगा।
इसी का फायदा वे वारदात करने के लिए उठाते थे। दो लोग पुलिस कर्मी बन जाते और किसी बुजुर्ग को पकड़ लेते। पुलिस चैकिंग के नाम पर उनसे ज्वेलरी ले लेते। उस ज्वेलरी को एक पेपर में रख देते। इसी दरम्यान चालाकी दिखाते हुए वे नकली ज्वेलरी उन्हें दे देते और असली खुद रख लेते। इसके अलावा ज्वेलरी शॉप पर काम करने वाले लोगों को भी वे क्राइम ब्रांच या सीबीआई अधिकारी बनकर चेकिंग के ना पर लूट लेते थे।