अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को नासा के एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को ओवरटाइम सैलरी देने की बात कही है। दोनों एस्ट्रोनॉट 5 जून 2024 को NASA के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे। यह मिशन 8 दिन का था, लेकिन स्पेसक्राफ्ट के थ्रस्टर्स में गड़बड़ी की वजह से 9 महीने तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर फंसे रहे। इलॉन मस्क के स्पेसक्राफ्ट की मदद से उन्हें 19 मार्च को वापस लाया गया। इसे लेकर ट्रम्प से पूछा गया कि क्या वो दोनों एस्ट्रोनॉट को इस ओवरटाइम के लिए एक्स्ट्रा सैलरी देंगे? इस पर ट्रम्प ने कहा- किसी ने भी मुझसे इस बारे में कभी बात नहीं की। अगर मुझे करना पड़ा तो मैं अपनी जेब से इसका भुगतान करूंगा। उन्हें जो कुछ सहना पड़ा, उसके लिए यह बहुत ज्यादा नहीं है। नासा एस्ट्रोनॉट्स को डेली खर्च के लिए रोज 5 डॉलर देता है
नासा के एस्ट्रोनॉट्स को सरकारी कर्मचारी माना जाता है। उन्हें दूसरे सरकारी कर्मचारियों के जैसे ही सैलरी मिलती है। एक्सटेंडेड मिशन (लंबे मिशन) के लिए एक्स्ट्रा सैलरी नहीं मिलती है- जिसमें ओवरटाइम, वीकेंड या छुट्टियों पर काम करना शामिल है। नासा, एस्ट्रोनॉट्स के आने-जाने, ठहरने और भोजन का खर्च उठाता है। इसके साथ ही छोटे-मोटे डेली खर्च के लिए अलग से 5 डॉलर (430 रुपए) भी देता है। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सैलरी क्रमशः 94,998 डॉलर (81,69,861 रुपए) और 123,152 डॉलर (1,05,91,115 रुपए) है। इसके अलावा अंतरिक्ष में बिताए कुल 286 दिन के लिए उन्हें 1,430 डॉलर (1,22,980 रुपए) मिलेंगे। एस्ट्रोनॉट्स की वापसी के लिए मस्क को शुक्रिया कहा
ट्रम्प ने नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए इलॉन मस्क को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास मस्क नहीं होते तो अंतरिक्ष यात्री वहां पर लंबे समय तक फंसे रहते। वह (इलॉन मस्क) इस समय बहुत मुश्किलों से गुजर रहे हैं। बता दें कि सोमवार को मस्क की टेस्ला कंपनी के शेयरों में 15% की गिरावट आई थी, इसके चलते कंपनी का मार्केट कैप 4 लाख करोड़ रुपए घट गया था। ये सितंबर 2020 के बाद कंपनी का सबसे बड़ा एक दिन का नुकसान है। सुनीता और विल्मोर इतने लंबे समय तक स्पेस में कैसे फंस गए? सुनीता विलियम्स ने 9 महीने तक स्पेस स्टेशन में क्या किया?
सुनीता विलियम्स ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर अपने 9 महीने के दौरान स्पेसवॉक से लेकर वैज्ञानिक प्रयोग और स्पेस स्टेशन के मेंटेनेंस जैसे काम किए। ————————————- सुनीता विलियम्स से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… 9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौटीं सुनीता विलियम्स:स्पेसक्राफ्ट का टेम्परेचर बढ़ने पर 7 मिनट संपर्क टूटा, फ्लोरिडा समुद्र तट पर लैंडिंग भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौट आए हैं। इनके साथ क्रू-9 के दो और एस्ट्रोनॉट अमेरिका के निक हेग और रूस के अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी हैं। उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट भारतीय समयानुसार 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर स्प्लैशडाउन हुआ, यानी पानी में लैंडिंग हुई। यहां पढ़ें पूरी खबर… सुनीता अंतरिक्ष से लौटीं, लेकिन कल्पना नहीं लौट पाई थीं:धरती से सिर्फ 16 मिनट की दूरी पर थीं, तभी स्पेसक्राफ्ट में हुआ धमाका नासा का अंतरिक्ष यान कोलंबिया शटल STS-107 तेजी से धरती की तरफ लौट रहा था। भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला इस यान से अपना दूसरा स्पेस मिशन पूरा करके वापस लौट रही थीं। यहां पढ़ें पूरी खबर…
नासा के एस्ट्रोनॉट्स को सरकारी कर्मचारी माना जाता है। उन्हें दूसरे सरकारी कर्मचारियों के जैसे ही सैलरी मिलती है। एक्सटेंडेड मिशन (लंबे मिशन) के लिए एक्स्ट्रा सैलरी नहीं मिलती है- जिसमें ओवरटाइम, वीकेंड या छुट्टियों पर काम करना शामिल है। नासा, एस्ट्रोनॉट्स के आने-जाने, ठहरने और भोजन का खर्च उठाता है। इसके साथ ही छोटे-मोटे डेली खर्च के लिए अलग से 5 डॉलर (430 रुपए) भी देता है। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सैलरी क्रमशः 94,998 डॉलर (81,69,861 रुपए) और 123,152 डॉलर (1,05,91,115 रुपए) है। इसके अलावा अंतरिक्ष में बिताए कुल 286 दिन के लिए उन्हें 1,430 डॉलर (1,22,980 रुपए) मिलेंगे। एस्ट्रोनॉट्स की वापसी के लिए मस्क को शुक्रिया कहा
ट्रम्प ने नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए इलॉन मस्क को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास मस्क नहीं होते तो अंतरिक्ष यात्री वहां पर लंबे समय तक फंसे रहते। वह (इलॉन मस्क) इस समय बहुत मुश्किलों से गुजर रहे हैं। बता दें कि सोमवार को मस्क की टेस्ला कंपनी के शेयरों में 15% की गिरावट आई थी, इसके चलते कंपनी का मार्केट कैप 4 लाख करोड़ रुपए घट गया था। ये सितंबर 2020 के बाद कंपनी का सबसे बड़ा एक दिन का नुकसान है। सुनीता और विल्मोर इतने लंबे समय तक स्पेस में कैसे फंस गए? सुनीता विलियम्स ने 9 महीने तक स्पेस स्टेशन में क्या किया?
सुनीता विलियम्स ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर अपने 9 महीने के दौरान स्पेसवॉक से लेकर वैज्ञानिक प्रयोग और स्पेस स्टेशन के मेंटेनेंस जैसे काम किए। ————————————- सुनीता विलियम्स से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… 9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौटीं सुनीता विलियम्स:स्पेसक्राफ्ट का टेम्परेचर बढ़ने पर 7 मिनट संपर्क टूटा, फ्लोरिडा समुद्र तट पर लैंडिंग भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौट आए हैं। इनके साथ क्रू-9 के दो और एस्ट्रोनॉट अमेरिका के निक हेग और रूस के अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी हैं। उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट भारतीय समयानुसार 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर स्प्लैशडाउन हुआ, यानी पानी में लैंडिंग हुई। यहां पढ़ें पूरी खबर… सुनीता अंतरिक्ष से लौटीं, लेकिन कल्पना नहीं लौट पाई थीं:धरती से सिर्फ 16 मिनट की दूरी पर थीं, तभी स्पेसक्राफ्ट में हुआ धमाका नासा का अंतरिक्ष यान कोलंबिया शटल STS-107 तेजी से धरती की तरफ लौट रहा था। भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला इस यान से अपना दूसरा स्पेस मिशन पूरा करके वापस लौट रही थीं। यहां पढ़ें पूरी खबर…