14 जुलाई को सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुए एक महीना हो जाएगा। सुशांत सुसाइड केस में मुंबई पुलिस की जांच आखिरी चरण की ओर पहुंच रही है। सोमवार को सुशांत सुसाइड केस में लेटेस्ट अपडेट आया है कि शनिवार को मुंबई पुलिस के अधिकारी जांच से जुड़ी फॉरेन्सिक टीम के 5 सदस्यों से मिले थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फॉरेन्सिक जांच रिपोर्ट अगले 15 दिन में पुलिस को सौंप दी जाएगी।
डीएनए की खबर के अनुसार पुलिस ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ती है तो कुछ और लोगों के बयान रिकॉर्ड किए जा सकते हैं। इतना ही उन्हें पुलिस अगले 15 से 20 दिनों के भीतर पुलिस स्टेशन भी बुला सकती है। इसके अलावा जांच और फॉरेन्सिक सबूतों से ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया है जिसे सनसनीखेज कहा जा सकता हो।
सुशांत के आत्महत्या करने के बाद से उनके फैन्स, सेलेब्स और नेताओं ने इस केस की सीबीआई जांच की मांग उठाई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की पुष्टि होने के बावजूद लोगों को यह संदेह है कि सुशांत को धोखे से मारा गया है।
हाल ही में मीटू आंदोलन के दौरान तनुश्री दत्ता के वकील नितिन सतपुते ने बताया था कि भले ही प्राइमफेसी सुशांत की मौत आत्महत्या लगती है। लेकिन तर्क और जांच, इस केस में कई पहलुओं को सामने ला रहे हैं। सतपुते ने कहा कि अगर सुशांत को इंडस्ट्री में दरकिनार किया गया या निशाना बनाया गया, तो यह सही नहीं है। नेपोटिज्म उनके साथ हुए टॉर्चर के संकेत को दर्शाता है।