सेहतनामा- क्या है ग्लूटामाइन, ये क्यों है जरूरी:मसल्स बनाए मजबूत, पाचन तंत्र रखे दुरुस्त, डॉक्टर से जानें, कब लें सप्लीमेंट

स्वस्थ रहने के लिए हमारे शरीर को कई पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इनमें से कुछ को हम अपनी डाइट के जरिए पाते हैं तो कुछ हमारा शरीर खुद ही प्रोड्यूस करता है। इन्हीं में से एक ग्लूटामाइन नामक अमीनो एसिड भी है। इसे शरीर खुद बनाता है। इसलिए हमें इसे अलग से लेने की जरूरत नहीं होती है। ग्लूटामाइन एक जरूरी अमीनो एसिड है, जो पाचन तंत्र, इम्यून सिस्टम और मसल्स को मजबूत बनाने में मदद करता है। मल्टीडिसिप्लिनरी डिजिटल पब्लिशिंग इंस्टीट्यूट (MDPI) में पब्लिश एक रिव्यू रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लूटामाइन सप्लीमेंट मसल्स की रिकवरी और घावों को तेजी से ठीक करने में मदद कर सकता है। इसलिए एथलीट्स, बॉडी बिल्डर या ज्यादा मेहनत करने वाले लोग ग्लूटामाइन सप्लीमेंट का सेवन करते हैं। इसके अलावा कुछ मेडिकल कंडीशन में भी इसकी जरूरत पड़ती है। हालांकि बिना डॉक्टर की सलाह से ग्लूटामाइन सप्लीमेंट का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। आज सेहतनामा में शरीर के लिए जरूरी इसी अमीनो एसिड ग्लूटामाइन के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- ग्लूटामाइन क्या है? ग्लूटामाइन शरीर के अलग-अलग हिस्सों में नाइट्रोजन पहुंचाने में मदद करता है, जो प्रोटीन बनाने और सेल्स को ठीक से काम करने के लिए जरूरी है। पर्याप्त ग्लूटामाइन के बिना शरीर के कोई भी घाव जल्दी नहीं भरते हैं और मसल्स व हड्डियों में कमजोरी रहती है। ग्लूटामाइन की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हाे सकता है, जिससे कई बीमारियां हो सकती हैं। कुल मिलाकर ग्लूटामाइन हमारी ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है। इन स्थितियों में शरीर को ज्यादा ग्लूटामाइन की होती जरूरत शरीर को कुछ विशेष स्थितियों में ग्लूटामाइन की अधिक जरूरत होती है। जैसेकि- ग्लूटामाइन के फायदे ग्लूटामाइन शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। इसका सप्लीमेंट अक्सर उन लोगों को दिया जाता है, जो अस्पताल में भर्ती होते हैं, क्योंकि ग्लूटामाइन बीमारी के इलाज, इम्यूनिटी सिस्टम और रिकवरी काे सपोर्ट करता है। बायोमेड सेंट्रल (BMC) जर्नल में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, ग्लूटामाइन कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है, जो हार्ट हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है। इसके अलावा ये शरीर में ब्लड शुगर और इंफ्लेमेशन को भी नहीं बढ़ने देता है। गंभीर चोट, जलन या इन्फेक्शन के समय शरीर जितना ग्लूटामाइन का प्रोडक्शन कर सकता है, उससे अधिक की जरूरत होती है। इस समय ग्लूटामाइन सप्लीमेंट इंफ्लेमेशन को कम और रिकवरी को तेज करके घाव भरने में मदद करता है। MDPI में पब्लिश एक रिव्यू रिपोर्ट के मुताबिक, कैंसर से पीड़ित लोगों में ग्लूटामाइन का लेवल कम होता है। ऐसे में इसका सप्लीमेंट हेल्दी सेल फंक्शन का सपोर्ट करके और इंफ्लेमेशन को कम करके कैंसर सेल्स को रोकने में मदद कर सकता है। हालांकि इसका प्रभाव कैंसर के प्रकार और स्टेज पर निर्भर होता है। जर्नल ऑफ मेडिसिनल फूड में पब्लिश स्टडी के मुताबिक, ग्लूटामाइन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इससे शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है। इसके अलावा ग्लूटामाइन इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) और सिकल सेल डिजीज (SCD) के खतरे को कम करने में भी मददगार है। नीचे दिए ग्राफिक में ग्लूटामाइन के फायदे के बारे में जानिए- ऐसे फूड्स, जिनमें पाया जाता है ग्लूटामाइन ग्लूटामाइन कई फूड्स में पाया जाता है, खासकर प्लांट और एनिमल बेस्ड प्रोटीन में। नीचे दिए ग्राफिक से इस बारे में जानिए- बिना डॉक्टर की सलाह के न लें ग्लूटामाइन सप्लीमेंट वैसे तो ग्लूटामाइन सप्लीमेंट मार्केट में आसानी से मिल जाते हैं। अधिकांश सप्लीमेंट को L-ग्लूटामाइन के रूप में लेबल किया जाता है। आप उन्हें पाउडर, कैप्सूल, टैबलेट या लिक्विड सहित कई फॉर्म में पा सकते हैं। ग्लूटामाइन कई प्रोटीन पाउडर सप्लीमेंट में भी पाया जाता है। लेकिन ध्यान रखें कि अधिकांश लोगों को ग्लूटामाइन सप्लीमेंट लेने की जरूरत नहीं होती है। हालांकि अगर आपको कोई पुरानी बीमारी है या आप ज्यादा फिजिकल एक्टिवविटी करते हैं तो इसका सेवन कर सकते हैं। ग्लूटामाइन सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। ग्लूटामाइन से जुड़े कॉमन सवाल और जवाब सवाल- क्या बहुत ज्यादा ग्लूटामाइन लेने के कोई साइड इफेक्ट हो सकते हैं? जवाब- आमतौर पर सामान्य डाइट में ग्लूटामाइन लेना सुरक्षित होता है। हालांकि सप्लीमेंट के जरिए ज्यादा सेवन से गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। इनमें पेट फूलना, मतली, चक्कर आना, सीने में जलन और पेट दर्द शामिल हैं। कुछ रेयर केसेस में पेशाब में ब्लड, स्किन के रंग में बदलाव, पीठ के निचले हिस्से में दर्द या दिल की धड़कन तेज होना शामिल हैं। सवाल- शरीर में ग्लूटामाइन की कमी के क्या लक्षण हैं? जवाब- ग्लूटामाइन की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे बार-बार इन्फेक्शन हो सकता है। इसके अलावा थकान और पाचन समस्याएं भी हो सकती हैं। सवाल- क्या ग्लूटामाइन वजन घटाने में मदद करता है? जवाब- ग्लूटामाइन सीधे वजन घटाने में मदद नहीं करता है। लेकिन यह मसल्स को फिट रखता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, जो शरीर को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है। सवाल- क्या ग्लूटामाइन सप्लीमेंट लेना सुरक्षित है? जवाब- डॉ. मोहम्मद शहीद बताते हैं कि ग्लूटामाइन सप्लीमेंट्स आमतौर पर सुरक्षित होते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो किसी चोट, सर्जरी या बीमारी से गुजर रहे होते हैं। ग्लूटामाइन सप्लीमेंट की मात्रा प्रिस्क्रिप्शन के कारण और मरीज की स्थिति पर निर्भर करती है। एक अनुमान के अनुसार लोग प्रतिदिन डाइट में लगभग 3-6 ग्राम ग्लूटामाइन का सेवन करते हैं। सवाल- किन लोगों को ज्यादा ग्लूटामाइन का सेवन करने से बचना चाहिए? जवाब- सामान्य डाइट में ग्लूटामाइन किसी के लिए नुकसानदायक नहीं होता है। हालांकि लिवर और किडनी के मरीजों, गर्भवती और ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं, मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स व एलर्जी से जूझ रहे लोगों को अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से बचना चाहिए। ………………….. सेहतनामा की ये खबर भी पढ़िए सेहतनामा- 69% भारतीय पर्याप्त फाइबर नहीं खाते: जानिए फाइबर न खाने के खतरे, खाने के फायदे इंडियन डाइटेटिक एसोसिएशन की एक स्टडी के मुताबिक भारत में हर 10 में से 7 व्यक्ति पाचन संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर लोग कब्ज, डायरिया और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी मुश्किलों से परेशान हैं। पूरी खबर पढ़िए…