सेहतनामा- डॉक्टर की इन सलाहों को न करें इग्नोर:5 डॉक्टरों की सलाह से बनाएं स्वस्थ जीवनशैली, विश्व स्वास्थ्य दिवस पर जानें सेहतमंद जीवन के राज

आज विश्व स्वास्थ्य दिवस है। विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के मुताबिक, पूरी दुनिया में हर साल लगभग 6.8 करोड़ लोगों की मौत होती है। इनमें सबसे ज्यादा मौतें कार्डियो वस्कुलर डिजीज, स्ट्रोक और श्वसन संक्रमण के कारण होती हैं। हर साल कार्डियोवस्कुलर डिजीज के कारण लगभग 1.79 करोड़ लोगों की मौत होती है। इसके अलावा कैंसर, निम्न श्वसन संक्रमण, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और डायबिटीज के कारण भी कई करोड़ लोगों की मौत हो रही है। ज्यादातर बीमारियां ऐसी हैं, जिनके बारे में थोड़ी सी जागरूकता से लोगों की जान बचा सकती है। खासतौर पर अगर लाइफस्टाइल और खानपान ठीक कर लिया जाए तो ज्यादातर बीमारियों का जोखिम टाला जा सकता है। इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज 5 डॉक्टर्स से बात करेंगे। उनसे जानेंगे कि- जिंदगी में खुश रहना है तो सेहत ठीक करें एक्सपर्ट: डॉ. अंकित पटेल, जनरल फिजिशियन, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, जयपुर नींद में रीसेट होता है दिमाग एक्सपर्ट: डॉ. शिवानी स्वामी, सीनियर पल्मनोलॉजी एंड स्लीप मेडिसिन एक्सपर्ट, नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर अच्छी डाइट है अच्छी सेहत का राज एक्सपर्ट: डॉ. अमृता मिश्रा, सीनियर डाइटीशियन, दिल्ली जिंदगी में सबकुछ संतुलित रखना जरूरी एक्सपर्ट: डॉ. साकेत कांत, एंडोक्रोनोलॉजी एंड ओबिसिटी मेडिसिन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली दिल है हमारे शरीर का इंजन एक्सपर्ट: डॉ. अवधेश शर्मा, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, हृदय रोग संस्थान, कानपुर …………………….
सेहत की ये खबर भी पढ़िए
सेहतनामा- आंखों का साइलेंट किलर है ग्लूकोमा: शुरुआत में नहीं दिखते लक्षण, फिर हो जाता है अंधापन; जानें किसे होता है और कैसे बचें ग्लूकोमा भारत में पिछले कुछ सालों में एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। फिलहाल भारत में इससे 1.2 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। अगर इलाज न किया जाए तो धीरे-धीरे नजर इतनी कमजोर हो जाती है कि अंधापन भी हो सकता है। पूरी खबर पढ़िए…