अलसी के बीजे यानी फ्लेक्स सीड्स पूरी दुनिया में लोगों के फेवरेट सीड्स बन गए हैं। डॉक्टर्स और मेडिकल साइंस भी इनके फायदे बता रहे हैं। कभी हमारे देश में सर्दियां शुरू होते ही अलसी और गुड़ के लड्डू बनते थे। ठंड शुरू होते ही दादी अलसी के बीज भूनकर, ओखल में कूटकर और उसमें आटा और गुड़ मिलाकर लड्डू बनाती थीं। पूरी सर्दियों में ये लड्डू बेस्ट स्नैक्स होते थे। अब ये लड्डू नदारद हो रहे हैं। लेकिन जब साइंस ने अलसी के बीजों को सुपरफूड बताया तो ये छोटे पैकेट में बंद होकर सुपर मार्केट पहुंचा दिए गए। अलसी के बीज फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होते हैं। ये कॉपर, मैग्नीशियम और जिंक जैसे मिनरल्स का भी अच्छा स्रोत हैं। शाकाहारी और वीगन लोगों के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड का सबसे अच्छा सोर्स हैं। इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज अलसी के बीज की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- प्रोटीन का पावरहाउस हैं अलसी के बीज अलसी के बीज बेहद फायदेमंद होते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है। इसलिए इन्हें प्रोटीन का पावरहाउस भी कहते हैं। इनमें फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है। शाकाहारी और वीगन लोगों के लिए अलसी के बीज से बेहतर ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का कोई और स्रोत नहीं है। इन्हें केक और ब्रेड बनाने में अंडे के सब्स्टीट्यूट की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है। अलसी के बीज के बारे में और रोचक फैक्ट्स ग्राफिक में देखिए। अलसी के बीज की न्यूट्रिशनल वैल्यू अलसी के बीज की न्यूट्रिशनल डेंसिटी हाई होती है। यह फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड और लिगनेन का अच्छा स्रोत हैं। इसमें और कौन से न्यूट्रिएंट्स होते हैं, ग्राफिक में देखिए: इसमें मिलते हैं ढेर सारे विटामिन और मिनरल्स अलसी के बीज में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम, आयरन और मैंगनीज जैसे मिनरल्स होते हैं। इसमें विटामिन B1 और B6 भी होता है। आइए ग्राफिक में देखते हैं कि शरीर की रोजाना जरूरत के कितने मिनरल्स अलसी के बीज खाने से मिलते हैं। सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं अलसी के बीज अलसी के बीज में मैग्नीशियम की मौजूदगी से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। हाइपरटेंशन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए यह फायदेमंद हो सकता है। फास्फोरस की मौजूदगी से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसके और क्या फायदे हैं, ग्राफिक में देखिए: अलसी के बीज जुड़े कुछ कॉमन सवाल और जवाब सवाल: क्या प्रतिदिन अलसी के बीज खाना सुरक्षित है? जवाब: हां, प्रतिदिन अलसी के बीज खाना आमतौर पर सुरक्षित होता है। हालांकि, अगर किसी बीमारी का इलाज चल रहा है या पाचन से जुड़ी कोई समस्या है तो एक बार डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें। सवाल: रोज कितनी मात्रा में अलसी के बीज खा सकते हैं? जवाब: डाइटीशियन शिल्पी गोयल कहती हैं कि रोज 1-2 चम्मच पिसे हुए अलसी के बीज खा सकते हैं। इससे सेहत को कई फायदे होते हैं और ब्रेन फंक्शनिंग भी बेहतर होती है। सवाल: क्या अलसी के बीज खाने से कुछ नुकसान भी हो सकता है? जवाब: हां, अगर बहुत अधिक अलसी के बीज खाते हैं तो पेट में सूजन, गैस और दर्द की समस्या हो सकती है। अगर इन्हें सुरक्षित मात्रा में यानी 1-2 चम्मच खाया जाए तो ऐसी कोई समस्या नहीं होती है। सवाल: किन लोगों को अलसी के बीज नहीं खाने चाहिए? जवाब: अगर कोई महिला प्रेग्नेंट है या स्तनपान कराती है तो उन्हें अलसी के बीज खाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे हॉर्मोनल इंबैलेंस हो सकता है। अगर आपको अलसी के बीज खाने हैं तो एक बार डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें। सवाल: क्या अलसी के बीज खाने से एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं? जवाब: हां, इससे एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं। कुछ लोगों का इम्यून सिस्टम इसमें मौजूद प्रोटीन के साथ ओवर रिएक्ट कर सकता है। इसके कारण एलर्जिक रिएक्शन सामने आते हैं। अलसी के बीज खाने से मतली, खुजली या सांस लेने में समस्या हो सकती है। अगर आपको ऐसा कोई भी एलर्जिक रिएक्शन होता है तो इसे खाना तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें। अगर कंडीशन ज्यादा खराब हो रही है तो तुरंत अस्पताल लेकर जाएं। सवाल: क्या प्रेग्नेंसी के दौरान अलसी के बीज खाना सेफ है? जवाब: इसे लेकर एक्सपर्ट अलग-अलग जवाब देते हैं। कुछ एक्सपर्ट मानते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान अलसी के बीज खाने से बच्चा समय से पहले जन्म ले सकता है। जबकि कुछ एक्सपर्ट प्रेग्नेंसी के दौरान रोज 1-2 चम्मच अलसी के बीज खाना सेफ मानते हैं। खाने से पहले डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें। सवाल: क्या अलसी के बीज खाने से बाल झड़ने बंद हो जाते हैं? जवाब: यह पूरी तरह सच नहीं है। हालांकि, कई मामलों में देखा गया है कि रोज अलसी के बीज खाने से हेयरफॉल कम हो सकता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड स्काल्प में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। इससे बालों की जड़ों को पोषक तत्व और ऑक्सीजन मिलता है। यह कॉपर, फास्फोरस, जिंक, आयरन, विटामिन B1 और मैग्नीशियम से भरपूर होता है। इससे स्काल्प हेल्दी रहता है और हेयरफॉल कम होता है। ……………………..
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