सेहतनामा- सर्दियों में रोज खाएं ये 10 चीजें:शकरकंद, आंवला, संतरा, गाजर है पोषण का खजाना, न्यूट्रिशनिस्ट से जानिए 10 बड़े फायदे

सर्दियों के मौसम में गुलाबी ठंड और सर्द हवा का एहसास दिल तक उतरता है। यह एहसास कई परेशानियों से मुक्त कर सकता है। लेकिन समस्या ये है कि यह मौसम अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आता है। सर्दियों में धूप न मिलने से विटामिन D की कमी हो जाती है। इन दिनों ज्यादा तला-भुना खाने से लिवर और दिल की सेहत बिगड़ती है। पानी कम पीने से डिहाइड्रेशन हो जाता है। इम्यूनिटी कमजोर होने से फ्लू, इन्फेक्शन और श्वसन संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। प्रकृति का सबसे खूबसूरत पहलू ये है कि अगर उसके कारण कोई समस्या जन्म ले रही है तो वो उसका उपाय भी देती है। सर्दियों में सेहत से जुड़ी सभी समस्याओं का हल इस मौसम में उगने वाले फल और सब्जियां हैं। आज ‘सेहतनामा’ में बात करेंगे सर्दियों में खाए जाने वाले 10 फूड्स की। साथ ही जानेंगे कि- प्रकृति हर मौसम के लिए करती है तैयारी प्रकृति सबकुछ बैलेंस करके चलती है। इसे ऐसे समझिए कि हमें गर्मियों में अधिक पसीना आता है। शरीर के कामकाज में भी अधिक पानी की जरूरत होती है तो इस मौसम के फल–सब्जियां इसे बैलेंस करते हैं। गर्मियों में तरबूज, खरबूज और अंगूर जैसे फल आते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में पानी होता है। इसी तरह खीरा, ककड़ी जैसी सब्जियां भी होती हैं, जो पानी से भरपूर हैं। यह सब इसलिए है ताकि इंसान इन्हें खाकर पानी की पूर्ति कर सके। सर्दी के मौसम में वरदान हैं ये चीजें सर्दी के मौसम में धूप कम निकलती है, पॉल्यूशन अधिक होता है, फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। इसके चलते इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है और विटामिन D की कमी हो जाती है। इसलिए सर्दियों के ज्यादातर फल खट्टे होते हैं। ये हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। इनमें विटामिन D भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। अगर इस मौसम के फल और सब्जियों का सेवन किया जाए तो शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होगी और ये सर्दियों में होने वाली बीमारियों से भी बचा लेंगे। सर्दियों में सेहतमंद रहने के लिए क्या खाना है, ग्राफिक में देखिए: मौसम के हिसाब से खाई गई हर चीज फायदेमंद है हम जब सुपरफूड शब्द पढ़ते और सुनते हैं तो मन में ये सवाल भी उठ सकता है कि सुपरफूड क्या होते हैं। इसे सरल भाषा में ऐसे समझिए कि ऐसे फूड, जिनमें ढेर सारे न्यूट्रिशन होते हैं। इनमें मौजूद ज्यादातर न्यूट्रिशन हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी होते हैं। ये हमारी सेहत को दुरुस्त रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। मौसम और स्थानीयता के हिसाब से सुपरफूड्स अलग हो सकते हैं। सर्दी में मिलने वाले फूड्स हमें किन बीमारियों से बचा सकते हैं? हर मौसम में मिलने वाले फूड्स में खास पोषक तत्व और खास न्यूट्रिशनल वैल्यू होती है। ये इसके अनुरूप ही हमें सेहतमंद रहने में मदद करते हैं। कई बार अगर शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी है तो इनकी मदद से उसे पूरा किया जा सकता है। ज्यादातर सुपरफूड्स इम्यून बूस्टर होते हैं, अपने इस गुण से ये हमें कई बीमारियों से बचा लेते हैं। इसके अलावा इनमें एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में होता है। ये फ्री रेडिकल्स को नष्ट करके कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाते हैं। आइए सर्दियों के सभी सुपरफूड्स को एक-एक करके जानते हैं: आंवला आंवला विटामिन C, A, B कॉम्प्लेक्स, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर से भरपूर होता है। इसमें पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स भी होते हैं। ये हमारी आंख, त्वचा और हड्डियों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसके अलावा ये इम्यून बूस्टर की तरह काम करता है और कई मौसमी बीमारियों और इन्फेक्शन से बचाता है। संतरा संतरा विटामिन C, फोलेट, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है। इसमें एक खास पोषक तत्व कोलीन मौजूद होता है। कोलीन मसल्स के मूवमेंट और अच्छी नींद के लिए बेहद जरूरी होता है। इससे ब्रेन फंक्शनिंग बेहतर होती है और कुछ सीखने या किसी चीज को याद रखने में मदद मिलती है। ये हमारी नर्व्स को भी कंट्रोल में रखता है। अनार अनार विटामिन C, K, B और फाइबर से भरपूर होता है। इसमें आयरन, पोटेशियम और जिंक जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स भी होते हैं। इसमें ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं और फ्लेवनॉन, फेनॉलिक्स पाया जाता है, जो इंफ्लेमेशन को दूर करता है। इसमें कैंसररोधी गुण भी होते हैं। यह हमारी हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाए रखता है और बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करता है। शरीर में खुजली, जलन की समस्या को कम करने में भी मददगार है। गाजर गाजर विटामिन A, K और B6 का बहुत अच्छा स्रोत होता है। इसमें बायोटिन, पोटेशियम और कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में होता है। गाजर हमारी आंखों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें मौजूद फाइबर पेट और आंत की समस्याओं को दूर करता है। गाजर में पाया जाने वाला कैल्शियम और विटामिन K हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करता है और कैंसर को रोकने में मदद करता है। अदरक अदरक सर्दियों में हमारे ब्लड सर्कुलेशन को बूस्ट करता है और शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो सर्दियों में अक्सर होने वाले कोल्ड और फ्लू जैसी बीमारियों से बचाते हैं। आप अदरक को चाय में मिलाकर, गर्म पानी में उबालकर, स्टर-फ्राई में डालकर या सूप में मिलाकर खा-पी सकते हैं। लहसुन लहसुन में पावरफुल एंटीमाइक्रोबियल और इम्यून बूस्टर गुण होते हैं। इससे हमें सर्दी की बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। लहसुन हमारी हार्ट हेल्थ को भी बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। लहसुन को सब्जी या सूप में मिलाकर खा सकते हैं। कुछ लोग इसे भूनकर या कच्चा भी खाते हैं। शकरकंद दरअसल, आयरन, फोलेट, कॉपर, कार्बोहाइड्रेट, जिंक, मैग्नीशियम और कई तरह के विटामिन से भरपूर शकरकंद ठंड में खाने के लिए मुफीद कंद है। तासीर में गर्म शकरकंद गरमाहट से साथ बीमारियों से लड़ने की ताकत भी देता है। साथ ही इसका स्वाद भी लाजवाब होता है। बथुआ बथुआ में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम और सोडियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं। इसमें विटामिन C, B2, B3 और B5 भी भरपूर मात्रा में होता है। इसमें मौजूद फाइबर और पानी से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और कब्ज से राहत मिलती है। बादाम बादाम कार्ब्स, प्रोटीन, फाइबर, जिंक और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं। हेल्दी मोनोसैचुरेटेड फैट होने के कारण यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में मददगार है। बादाम ब्लड शुगर स्पाइक को रोकते हैं, इसलिए डायबिटीज में बेहद फायदेमंद हैं। ये हमारे ब्रेन फंक्शन को बेहतर बनाते हैं। इससे डिसिजन मेकिंग और याददाश्त में सुधार होता है। गुड़ गुड़ कार्बोहाइड्रेट और विटामिन B कॉम्प्लेक्स से भरपूर होता है। इसमें पोटेशियम, आयरन, और जिंक जैसे मिनरल्स होते हैं। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है, जिससे जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है। गुड़ खाने से पाचन समस्याएं जैसे गैस, कब्ज, और अपच में आराम मिलता है। ……………………. सेहत से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए सेहतनामा- क्या सोने से पहले दूध पीना फायदेमंद है:दूध ठंडा पीना चाहिए या गर्म, डॉक्टर से जानें हर जरूरी सवाल का जवाब दूध कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत है। यह कैंसर, हड्डियों में कमजोरी, गठिया, माइग्रेन, ब्लड प्रेशर, टाइप-2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम जैसी तमाम बीमारियों के खतरे को कम करने में सहायक है। पूरी खबर पढ़िए…