सोनीपत के एक व्यक्ति को बंधक बनाकर उसके परिवार से फिरौती मांगने और उसके साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। व्यक्ति को दिल्ली से मुक्त कराया गया है। दूसरे पक्ष की ओर से मामला लेन देन का बताया गया है। पुलिस ने केस दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। गांव बड़वासनी निवासी रणबीर सिंह ने थाना सदर सोनीपत में दर्ज शिकायत में बताया कि उनके 39 वर्षीय पुत्र जितेंद्र को गांव बड़वासनी का नीरज बहला-फुसलाकर दिल्ली अपने मामा के घर ले गया। वहां उसके बेटे को बंधक बना लिया गया। पिता ने बताया कि 25 मार्च को दोपहर करीब 2:30 बजे उनके बेटे जितेंद्र के फोन से कॉल आया। उसने बताया कि उसे बंधक बनाकर रखा गया है और 71 हजार रुपए की फिरौती मांगी जा रही है। इसके 10-15 मिनट बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर एक लाख रुपए की मांग की और रुपए न देने पर उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी। रणबीर सिंह ने बताया कि दोपहर करीब 2 बजे आरोपियों ने उसके दामाद धर्म के मोबाइल पर भी फोन कर फिरौती की मांग दोहराई। शाम 3:44 बजे फिर उसी अज्ञात नंबर से फोन कर फिरौती की राशि बढ़ाकर 2 लाख रुपए कर दी गई और जितेंद्र को फिर से जान से मारने की धमकी दी गई। मामले का खुलासा सोनीपत सदर थाना पुलिस ने शिकायत के बाद जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि जितेंद्र पिछले 5-6 दिनों से दिल्ली के करेवड़ा में नरेंद्र उर्फ निर्मल उर्फ जोनी के घर पर था। जितेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसका जोनी के साथ पैसों का लेन-देन है। 25 मार्च को जोनी और उसके साथियों ने उसे बंधक बनाकर मारपीट की और उसके परिवार से फिरौती के लिए फोन करवाए। पुलिस की एक टीम इसके बाद कार्रवाई करते हुए दिल्ली के थाना बवाना पहुंची। वहां से पुलिस चौकी दरियापुर की मदद से बंधक जितेंद्र को मुक्त कराया गया। मामले में धारा 115(2), 127(2), 351(3), 3(5) BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जितेंद्र का मेडिकल परीक्षण सरकारी अस्पताल सोनीपत में कराया गया।