स्कूल के टॉयलेट में रहकर पढ़ रहे बच्चे:छत्तीसगढ़ के एकलव्य स्कूल का वीडियो, निकाले जाने के डर से नहीं करते शिकायत

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर से एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में गेट पर लिखा है ‘प्रसाधन’ और अंदर छोटी सी जगह में एक तरफ टेबल पर किताबें रखी हुई हैं। दूसरी तरफ बिस्तर लगा हुआ है। एक तरफ स्कूल बैग रखे हैं, जैसे ही बच्चे स्कूल बैग हटाते हैं तो समझ आता है ये कोई कमरा नहीं बल्कि टॉयलेट है, जहां स्कूली बच्चे रहने को मजबूर हैं। साथ ही एक टेबल फैन भी नजर आ रहा है। ये फोटो किसी छात्रावास के कमरे का नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के ओरछा छोटे डोंगर गांव के एकलव्य हॉस्टल का टॉयलेट है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हॉस्टल में छात्रों की संख्या बढ़ गई है, जिससे बच्चों को रहने की जगह नहीं है, तो ऐसे टॉयलेट जो लंबे समय से बंद थे उन्हें छात्रों के रहने के लिए खोल दिया गया है। इसमें न सिर्फ छात्र बल्कि छात्राएं भी इसी तरह टॉयलेट में रह रही हैं और उनके टॉयलेट में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। ज्यादातर छात्र धुर नक्सल प्रभावित इलाके से एकलव्य स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर छात्र धुर नक्सल प्रभावित इलाके के हैं। ये आदिवासी छात्र पढ़ने के लिए टॉयलेट में रहने को मजबूर हैं और इस वजह से कुछ छात्र बीमार भी हैं। छात्रों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि उन्हें डर है कि वे शिकायत करेंगे तो निकाल दिए जाएंगे। इसलिए वे शिकायत नहीं करना चाहते हैं। केंद्र हर साल 75 करोड़ रुपए कर रहा है अलॉट केंद्र सरकार हर साल 75 करोड़ से ज्यादा का अमाउन्ट नवोदय स्कूलों को रख-रखाव के लिए देती है और सभी ब्लॉक को इसी आधार पर पैसे अलॉट किए जाते हैं। स्कूल इंचार्ज प्रिंसिपल को कलेक्टर ने किया सस्पेंड एकलव्य हॉस्टल का वीडियो सामने आने के बाद नारायणपुर के कलेक्टर ने स्कूल इंचार्ज प्रिंसिपल ओंकार सिंह ठाकुर को तुरंत सस्पेन्ड कर दिया है। नवोदय हॉस्टल को लेकर जब शुरुआती जांच में एसडीएम ने प्रिंसिपल के खिलाफ और भी शिकायतों की जानकारी मिली थी। एसटी कैटेगरी के लिए एकलव्य स्कूल देश में सभी हिस्सों और बस्तियों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए रेसिडेंटल स्कूल की शुरुआत की। एसटी छात्रों के लिए एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूल (EMRS) बनाए गए हैं। एकलव्य मॉडल भारत के संविधान के आर्टिकल 275(1) के तहत के राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में स्थापित किए जाते हैं। EMRS आवासीय व्यवस्था में अनुसूचित जनजाति के बच्चों को 6वीं से 12वीं क्लास तक मुफ्त एजुकेशन देते हैं। ये योजना भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा क्रियान्वित की जा रही है। एकलव्य मॉडल डे बोर्डिंग स्कूल (EMDBS) को EMRS के साथ 16 सितंबर, 2019 से मर्ज कर दिया गया है। 2026 तक 708 स्कूल का लक्ष्य 50 परसेंट से ज्यादा एसटी आबादी और कम से कम 20,000 आदिवासी व्यक्तियों वाले हर एक ब्लॉक में एक एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय होगा।मंत्रालय ने वर्ष 2026 तक देश भर में 728 EMRS शुरू करने का लक्ष्य रखा है। ये स्कूल नवोदय विद्यालयों के बराबर होंगे और इनमें स्पोर्ट्स और स्किल डेवलपमेंट में ट्रेनिंग देता है। जुलाई 2024 तक, देश भर में कुल 708 EMRS स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 405 स्कूल चल रहे हैं। ये खबर भी पढ़ें… UPSC कोचिंग पढ़ाने वाले ओझा सर AAP में शामिल:दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं, BJP-कांग्रेस से मांग चुके लोकसभा टिकट सिर पर गमछा बांधकर UPSC की कोचिंग पढ़ाने वाले ओझा सर ने आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली है। पार्टी के नेशनल कन्‍वीनर अरविंद केजरीवाल और सीनियर पार्टी लीडर मनीष सिसोदिया ने अवध ओझा को पार्टी में शामिल किया। पूरी खबर पढ़ें.. JEE एडवांस्ड डेट जारी:18 मई को दो शिफ्ट में होगी परीक्षा; 2023 के 12वीं पास नहीं दे सकेंगे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर ने आज JEE एडवांस्ड 2025 के लिए डेट जारी कर दी है। ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, JEE एडवांस्ड रविवार, 18 मई, 2025 को आयोजित किया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें..