लॉकडाउन के बाद से बंद पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्कूलों को फिर से खोलने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। हालांकि बच्चों, शिक्षकों व अन्य को स्कूल बुलाने से पहले सभी तरह की अनुमति ली जाएगी। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। दरअसल मंगलवार को पूर्वी दिल्ली नगर निगम की शिक्षा समिति के अध्यक्ष रोमेश चंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में पहली बैठक हुई।
इसमें गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी अधिकारी उन सभी तैयारियों पूरी कर लें जिसके कारण कोरोना वायरस काल के बाद जब विद्यालय खुले तब बच्चों, शिक्षकों की सुरक्षा हो सके। इस बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि 104 शिक्षकों को प्रधानाचार्य बनाने का जो निर्णय कई महीनों से लंबित है उसे शीघ्र लागू किया जाए।
अधिकारी को हटाने पर फिर से होगा विचार
बैठक के दौरान रोमेश चंद्र गुप्ता ने अपर आयुक्त को निर्देश दिया कि गैर संवैधानिक प्रक्रिया से हटाए गए अधिकारी के विषय में अगली बैठक तक संवैधानिक तथ्यों का कारण प्रस्तुत कर जवाब दिया जाए। शिक्षा विभाग में इन अनियमितताओं को भविष्य में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस विषय पर सदस्य चिंतित हैं।
बता दें कि निगम आयुक्त दिलराज कौर द्वारा असंवैधानिक प्रक्रिया से शिक्षा निदेशक कर्नल अशोक को समय पूर्व उनके अनुबंध को तोड़कर उनको मूल विभाग में भेज दिया। इस विषय पर चेयरमेन शिक्षा समिति ने एक पत्र महापौर को लिखा जिसका जवाब भी आयुक्त कार्यालय द्वारा तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर भेज दिया।
बैठक में शिक्षा समिति के सदस्य उदय कौशिक ने आयुक्त कार्यालय के जवाब का संदर्भ रखते हुए कहा कि अधिकारी को हटाने के पूर्व उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।