स्पेशल बच्चों के लिए निगम के साढ़े सात हजार शिक्षक-प्रधानाचार्याें को दिया जा रहा है प्रशिक्षण

दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग ने अपने सभी 7500 शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को कक्षाओं को सुलभ और समावेशी बनाने के लिए प्रमाणित प्रशिक्षण शुरू किया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की विकलांगताओं से परिचित कराना है, जो आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम 2016 के अंतर्गत आती है। शारीरिक अक्षमताओं और मानसिक विकलांगों के बीच अंतर कैसे करें, सभी सीबीएसएन की कक्षा में पूर्ण भागीदारी कैसे सुनिश्चित करें, नियमित कक्षाओं में विकलांगता के बजाय छात्रों की क्षमता को कैसे बढ़ावा दिया जाए और सुलभ कक्षाओं को कैसे सुनिश्चित किया जाए। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद प्रत्येक उपस्थित शिक्षक को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
27 जुलाई तक वेबिनार से प्रशिक्षित होंगे टीचर्स
6 जुलाई से शुरू हुआ यह कार्यक्रम 27 जुलाई तक वेबिनार के प्रारूप में चलेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम पुनर्वास परिषद द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को 450-500 की संख्या में 16 बैचों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सत्र 4 घंटे की अवधि का होता है, जहां ऐसे बच्चों से संबंधित विभिन्न मुद्दों और उनकी शैक्षिक और कक्षा आवश्यकताओं पर चर्चा की जाती है। प्रशिक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक बच्चा उपलब्ध शैक्षिक अवसरों का पूरा उपयोग करने में सक्षम हो और शिक्षक कक्षा में सभी बच्चों की पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने में सक्षम हो।

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