अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने बुधवार को ईरान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यमन में हूती विद्रोहियों को समर्थन देने के लिए उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हेगसेथ ने डोनाल्ड ट्रम्प का एक पुराना बयान भी रिट्वीट किया, जिसमें ट्रम्प ने कहा था कि हूतियों की तरफ से किए गए किसी भी हमले के लिए ईरान को जवाबदेह ठहराया जाएगा। हेगसेथ ने X पोस्ट में कहा- हम तुम्हारी (ईरान) तरफ से हूती विद्रोहियों को दिए जा रहे समर्थन को देख रहे हैं। हमें अच्छी तरह से पता है तुम क्या कर रहे हो। तुम भी अच्छी तरह जानते हो कि अमेरिकी सेना क्या कर सकती है, तुम्हें चेतावनी दी गई थी। अब तुम्हें हमारी तरफ से चुने गए वक्त और जगह पर इसका अंजाम भुगतना होगा। अमेरिका की यह चेतावनी ऐसे वक्त पर आई है जब उसने हाल ही में उत्तरी यमन पर कंट्रोल रखने वाले हूती विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य हमले तेज कर दिए हैं। मार्च से अब तक अमेरिकी सेना ने हूती लड़ाकों के कंट्रोल वाली 1000 से ज्यादा जगहों को निशाना बनाया है। दूसरी तरफ हूती विद्रोहियों ने फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता का हवाला देते हुए रेड सी में कई शिपिंग जहाजों को निशाना बनाया है। ईरान का हूतियों को समर्थन देने से इनकार
ईरान लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि वो हूती विद्रोहियों का सपोर्ट करता है। ईरान का कहना है कि हूती लड़ाके स्वतंत्र रूप से काम करते हैं। हालांकि, अमेरिकी अधिकारी कई बार यह बात कह चुके हैं कि ईरानी सेना हूती लड़ाकों को जरूरी सैन्य सहायता और स्ट्रैटेजिक सपोर्ट देती है। हूती विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहा अमेरिका डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार 15 मार्च को अमेरिकी सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक की थी। हमले में 31 लोगों की मौत हुई। इनमें हूती विद्रोहियों के साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। जबकि, 101 लोग घायल हुए। इस स्ट्राइक के बारे में ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर लिखा था- हूती आतंकियों, तुम्हारा वक्त पूरा हो गया है। अमेरिका तुम पर आसमान से ऐसी तबाही बरसाएगा, जो पहले कभी नहीं देखी होगी। इसके बाद से ही अमेरिका लगातार यमन में हूती विद्रोहियों पर हमले कर रहा है। 10 दिन पहले की गई एयर स्ट्राइक में 74 लोगों की मौत हुई, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए। ये एयर स्ट्राइक एक तेल के पोर्ट रास ईसा पर हुई। US सेंट्रल कमांड ने इस स्ट्राइक की पुष्टि की थी, हालांकि उसने मरने वालों का सही आंकड़ा नहीं बताया। कौन हैं हूती विद्रोही ————————————— यह खबर भी पढ़ें… यमन में अमेरिकी हमले में 68 की मौत, 47 घायल:अफ्रीकी प्रवासियों को रखने वाले डिटेंशन सेंटर पर एयर स्ट्राइक की यमन के उत्तरी प्रांत सादा में सोमवार को अमेरिकी हमले में 68 लोगों की मौत हो गई है। ये हमला अफ्रीकी प्रवासियों को रखने वाले एक डिटेंशन सेंटर पर किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस जेल में 115 कैदी थे, जिनमें से 47 घायल भी हुए हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर…
ईरान लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि वो हूती विद्रोहियों का सपोर्ट करता है। ईरान का कहना है कि हूती लड़ाके स्वतंत्र रूप से काम करते हैं। हालांकि, अमेरिकी अधिकारी कई बार यह बात कह चुके हैं कि ईरानी सेना हूती लड़ाकों को जरूरी सैन्य सहायता और स्ट्रैटेजिक सपोर्ट देती है। हूती विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहा अमेरिका डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार 15 मार्च को अमेरिकी सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक की थी। हमले में 31 लोगों की मौत हुई। इनमें हूती विद्रोहियों के साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। जबकि, 101 लोग घायल हुए। इस स्ट्राइक के बारे में ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर लिखा था- हूती आतंकियों, तुम्हारा वक्त पूरा हो गया है। अमेरिका तुम पर आसमान से ऐसी तबाही बरसाएगा, जो पहले कभी नहीं देखी होगी। इसके बाद से ही अमेरिका लगातार यमन में हूती विद्रोहियों पर हमले कर रहा है। 10 दिन पहले की गई एयर स्ट्राइक में 74 लोगों की मौत हुई, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए। ये एयर स्ट्राइक एक तेल के पोर्ट रास ईसा पर हुई। US सेंट्रल कमांड ने इस स्ट्राइक की पुष्टि की थी, हालांकि उसने मरने वालों का सही आंकड़ा नहीं बताया। कौन हैं हूती विद्रोही ————————————— यह खबर भी पढ़ें… यमन में अमेरिकी हमले में 68 की मौत, 47 घायल:अफ्रीकी प्रवासियों को रखने वाले डिटेंशन सेंटर पर एयर स्ट्राइक की यमन के उत्तरी प्रांत सादा में सोमवार को अमेरिकी हमले में 68 लोगों की मौत हो गई है। ये हमला अफ्रीकी प्रवासियों को रखने वाले एक डिटेंशन सेंटर पर किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस जेल में 115 कैदी थे, जिनमें से 47 घायल भी हुए हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर…