हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल के नेता का चुनाव होने से पहले पार्टी में कलह बढ़ती नजर आ रही है। पार्टी के पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने दिल्ली में अपने आवास पर अपने समर्थक विधायकों की इमरजेंसी बैठक बुलाई है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि हुड्डा के समर्थक पार्टी के चुने हुए विधायक उनके आवास पर पहुंचना शुरू भी हो गए हैं। हुड्डा के आवास पर पहुंचने वालों में बादली से विधायक कुलदीप वत्स, कलानौर से शकुंतला खटक, बेरी से रघुवीर कादियान, रोहतक से भारत भूषण बत्रा, नारनौंद से जस्सी पेटवाड़, थानेसर से अशोक अरोड़ा, फतेहाबाद से बलवान सिंह दौलतपुरिया, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान, महेंद्रगढ़ से चुनाव लड़े राव दान सिंह, ऐलनाबाद से भरत बेनीवाल, फिरोजपुर झिरका से मामन खान, कलायत से विकास सहारण, जुलाना ने विनेश फोगाट, झज्जर से गीता भुक्कल, पुन्हाना से मोहम्मद इलियास, नूंह से आफताब अहमद, मुलाना से पूजा चौधरी और लोहारू से विधायक राजबीर फरटिया शामिल हैं। 18 को पार्टी हाईकमान ने बैठक बुलाई
हुड्डा ने यह बैठक 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ में होने वाली कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग से पहले बुलाई है। बताया जा रहा है कि अगले शुक्रवार को होने वाली कांग्रेस की बैठक में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। हालांकि, इसमें हुड्डा का नाम पिछड़ रहा है। इसलिए, हुड्डा ने अपने समर्थक विधायकों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। वह आज शाम को अपने आवास पर बैठक कर अपने विधायकों को अपने पक्ष में ही रहने के लिए तैयार करना चाहते हैं, ताकि बैठक में जब नेता का चुनाव हो तो उसमें खुद हुड्डा या उनके ही गुट का कोई विधायक नेता चुना जा सके। हुड्डा गुट की टक्कर में सांसद कुमारी सैलजा का गुट नेता विपक्ष के पद पर दावा ठोक रहा है। इसके लिए सैलजा फील्ड में एक्टिव हो गईं हैं और विधानसभा चुनाव में हार से टूट चुके कार्यकर्ताओं और नेताओं को लगातार सांत्वना दे रही हैं। राजस्थान के पूर्व CM ऑब्जर्वर बनकर आएंगे
कांग्रेस हाईकमान ने 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग बुलाने का आदेश दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अजय माकन और प्रताप सिंह बाजवा ऑब्जर्वर के तौर पर मौजूद रहेंगे। वहीं, विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया राहुल गांधी से इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। इससे उदयभान पर प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने और भूपेंद्र हुड्डा पर नेता विपक्ष पद पर दावा न करने का दबाव बढ़ गया है। सैलजा फील्ड में एक्टिव
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक हाईकमान फिर से सांसद कुमारी सैलजा को प्रदेश प्रधान बनाने पर विचार कर रहा है। इसकी वजह यह है कि हार के बाद हुड्डा-उदयभान की जोड़ी अपने घरों में कैद हो गई है। वहीं, सैलजा फील्ड में जाकर वर्करों को सांत्वना देती हुईं नजर आ रही हैं। इसके अलावा हरियाणा विधानसभा में नेता विपक्ष का पद भी उन्हीं के करीबी पूर्व CM भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन को दिया जा सकता है। इसे देखते हुए हुड्डा गुट भी एक्टिव हो गया है। हुड्डा गुट ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए SC चेहरे विधायक गीता भुक्कल और नेता विपक्ष के लिए थानेसर से विधायक चुने गए पंजाबी चेहरे अशोक अरोड़ा का नाम आगे कर दिया है। राहुल गांधी के वक्तव्य के बाद चर्चा शुरू हुई
दरअसल, प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि हरियाणा में कुछ नेताओं के हित पार्टी से ऊपर हो गए। राहुल के इस बयान के बाद पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा दोनों ने ही चुप्पी साध ली। इसके बाद से ही अटकलें लगाई जाने लगीं कि हरियाणा कांग्रेस में अब हाईकमान बड़े बदलावों की ओर देख रहा है और इसकी शुरुआत विधायक दल के नेता, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और कांग्रेस प्रभारी के बदलाव से की जा सकती है।
हुड्डा ने यह बैठक 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ में होने वाली कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग से पहले बुलाई है। बताया जा रहा है कि अगले शुक्रवार को होने वाली कांग्रेस की बैठक में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। हालांकि, इसमें हुड्डा का नाम पिछड़ रहा है। इसलिए, हुड्डा ने अपने समर्थक विधायकों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। वह आज शाम को अपने आवास पर बैठक कर अपने विधायकों को अपने पक्ष में ही रहने के लिए तैयार करना चाहते हैं, ताकि बैठक में जब नेता का चुनाव हो तो उसमें खुद हुड्डा या उनके ही गुट का कोई विधायक नेता चुना जा सके। हुड्डा गुट की टक्कर में सांसद कुमारी सैलजा का गुट नेता विपक्ष के पद पर दावा ठोक रहा है। इसके लिए सैलजा फील्ड में एक्टिव हो गईं हैं और विधानसभा चुनाव में हार से टूट चुके कार्यकर्ताओं और नेताओं को लगातार सांत्वना दे रही हैं। राजस्थान के पूर्व CM ऑब्जर्वर बनकर आएंगे
कांग्रेस हाईकमान ने 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग बुलाने का आदेश दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अजय माकन और प्रताप सिंह बाजवा ऑब्जर्वर के तौर पर मौजूद रहेंगे। वहीं, विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया राहुल गांधी से इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। इससे उदयभान पर प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने और भूपेंद्र हुड्डा पर नेता विपक्ष पद पर दावा न करने का दबाव बढ़ गया है। सैलजा फील्ड में एक्टिव
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक हाईकमान फिर से सांसद कुमारी सैलजा को प्रदेश प्रधान बनाने पर विचार कर रहा है। इसकी वजह यह है कि हार के बाद हुड्डा-उदयभान की जोड़ी अपने घरों में कैद हो गई है। वहीं, सैलजा फील्ड में जाकर वर्करों को सांत्वना देती हुईं नजर आ रही हैं। इसके अलावा हरियाणा विधानसभा में नेता विपक्ष का पद भी उन्हीं के करीबी पूर्व CM भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन को दिया जा सकता है। इसे देखते हुए हुड्डा गुट भी एक्टिव हो गया है। हुड्डा गुट ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए SC चेहरे विधायक गीता भुक्कल और नेता विपक्ष के लिए थानेसर से विधायक चुने गए पंजाबी चेहरे अशोक अरोड़ा का नाम आगे कर दिया है। राहुल गांधी के वक्तव्य के बाद चर्चा शुरू हुई
दरअसल, प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि हरियाणा में कुछ नेताओं के हित पार्टी से ऊपर हो गए। राहुल के इस बयान के बाद पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा दोनों ने ही चुप्पी साध ली। इसके बाद से ही अटकलें लगाई जाने लगीं कि हरियाणा कांग्रेस में अब हाईकमान बड़े बदलावों की ओर देख रहा है और इसकी शुरुआत विधायक दल के नेता, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और कांग्रेस प्रभारी के बदलाव से की जा सकती है।