पुलिस ने एक नाइजीरियाई मूल के नागरिक को चीटिंग केस में गिरफ्तार किया है। इसने हर्बल कंपनी का एग्जीक्यूटिव बन कर 44 लाख से ज्यादा की ठगी की थी। आरोपी के पास से तीन मोबाइल फोन, पांच एटीएम कार्ड, एक लैपटॉप और एक हार्ड डिस्क बरामद की है। इसकी पहचान ओकलीव फ्रैंकलीन चिबुंडम उर्फ जोलो के तौर पर हुई। एडिशनल डीसीपी साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट कुमार ज्ञानेश ने बताया इस साल 1 फरवरी को संजीव नामक शख्स ने सरिता विहार थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने बताया 29 नवंबर 2019 टकाशी मोचिदा मौजूदा नामक शख्स ने जापान के टोक्यो में स्थित हर्बल कंपनी का एग्जीक्यूटिव बनकर उनसे लिंक्डइन के जरिए संपर्क किया। जिसने कहा उन्हें 10 हजार पैकेट्स अलका लाइट सीडस, ब्राउन मेडिकल पर्पज के लिए चाहिए। उन्हें मोटा मुनाफे का झांसा दिया गया।
दोस्त के कहने पर टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था आरोपी
आरोपी ने पीड़ित को वेस्ट बंगाल के जलपाईगुड़ी स्थित एक सप्लायर का नाम व पता भी उन्हें बताया था। जिसके बाद जलपाईगुड़ी की शानू माइनिंग ग्रुप से एक महिला ने उनसे संपर्क किया। खुद की पहचान आरती मुखर्जी देते हुए उसने कंपनी की सेल्स मैनेजर बताया। एक पैकेट की कीमत 2 लाख 10 हजार बताई गई। इस तरह उन्होंने 44 लाख 25 हजार में डील फिक्स की और अलग अलग बैंक खातों में रकम ट्रांसफर कर दी।
आरोपियों ने बाद में ना ही उन्हें हर्बल सीड्स उपलब्ध कराएं और ना ही उनका पैसा दिया। मामले की जांच के दौरान पुलिस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार कर लिया।करने में सफलता हासिल की। आरोपी से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ वह महरौली इलाके में किराए के मकान में रह रहा था। उसने कंप्यूटर साइंस में 2 साल का डिप्लोमा कर रखा है। वह नाइजीरिया में कंप्यूटर इंस्ट्रक्टर के तौर पर जॉब भी कर चुका है।
अप्रैल 2014 में वह अपने दोस्त के कहने पर भारत में टूरिस्ट वीजा पर आया था। शुरुआत में उसने कपड़ों और जूतों का कारोबार किया। इसी दौरान अपने कुछ नाइजीरिया के साथियों के साथ मिलकर वह ठगी के धंधे में शामिल हो गया।