हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड ने क्यूआईपी, वारंट और बांड्स के जरिए 10 हजार करोड़ रुपए की राशि जुटाई है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि उसने गवर्नमेंट ऑफ सिंगापुर और इनवेस्को जैसे क्वालीफाइड इनवेस्टर को शेयर जारी कर 3,693 करोड़ रुपए जुटाया। इसी के साथ इसने 307 करोड़ रुपए के लिए वारंट भी जारी किया था। एचडीएफसी का शेयर मंगलवार को 1,827 रुपए पर बीएसई पर कारोबार कर रहा था।
कंपनी ने 5.69 करोड़ शेयर जारी किए
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि मंगलवार को बोर्ड की हुई बैठक में योग्य क्यूआईबी को शेयरों को अलॉट करने पर फैसला हुआ है। कंपनी ने 5.68 करोड़ शेयरों को जारी कर 10 हजार करोड़ रुपए जुटाया है। यह पैसा 1,760 रुपए प्रति शेयर के भाव पर जुटाया गया है। गवर्नमेंट ऑफ सिंगापुर को 13.37 प्रतिशत और इनवेस्को को 5.54 प्रतिशत हिस्सेदारी मिली है। एचडीएफसी लिमिटेड ने 36,930 एनसीडी को भी जारी किया। इसके जरिए कंपनी ने 3,693 करोड़ रुपए जुटाया है। इस पर निवेशकों को 5.40 प्रतिशत का सालाना ब्याज दिया जाएगा।
1.70 करोड़ वारंट्स जारी किए गए
एनसीडी के अलॉटीज में एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, मोर्गन स्टेनली, पीटीई और जे एम फाइनेंशियल का समावेश है। कंपनी ने कुल 1.70 करोड़ वारंट्स 180 रुपए प्रति पर जारी किया था। वारंट धारक को यह अधिकार है कि वह हर वारंट को एक इक्विटी शेयर के बदले बदल सकता है। यह 2,165 रुपए पर बदला जाएगा। हालांकि इसे 36 महीने से पहले बदलना होगा। यानी 10 अगस्त 2023 से पहले बदलना जरूरी है।
जिन लोगों ने वारंट में हिस्सा लिया है उसमें एसबीआई ब्लू चिप फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेस, रिलायंस वेंचर्स और कोटक बैलेंस्ड एडवांटेज फंड है।