होम, कार और पर्सनल लोन की ब्याज दर 15 साल के निचले स्तर पर पहुंचीं, अब 7.35 प्रतिशत पर मिल रहा है कर्ज

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लगातार कर्ज की दरों को कम किए जाने के कारण अब कर्ज पर ब्याज दरें 15 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। आप अगर होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन लेना चाहते हैं तो यह आपको 7.35 से लेकर 12 प्रतिशत के दायरे में मिल जाएंगी। हालांकि एनबीएफसी या छोटे बैंकों में यह दरें थोड़ा ज्यादा होती हैं।

होम लोन 7.35 प्रतिशत से लेकर 9 प्रतिशत तक

बैंकिंग जानकारों के मुताबिक इस समय होम लोन की दरें 15 साल के निचले स्तर पर हैं। एसबीआई जैसा बड़ा बैंक इस समय 7.35 से 7.70 के बीच लोन दे रहा है। कई बैंक 8 से 9 प्रतिशत के बीच में होम लोन दे रहे हैं। जबकि एनबीएफसी और छोटे बैंक यही कर्ज 11 प्रतिशत की दर पर दे रहे हैं। अगर 15 साल पहले देखें तो होम लोन की दरें 8 प्रतिशत के करीबन थीं। 2013-14 में यह दरें 9 प्रतिशत से ऊपर जा चुकी थीं।

दो तरह की होती हैं ब्याज दरें

हालांकि इसमें भी दो तरह की ब्याज दरें हैं। एक फिक्स दर है दूसरी फ्लोटिंग दर है। फ्लोटिंग दर में जब भी ब्याज दरें घटेंगी या बढ़ेंगी आपके लोन पर इसका असर दिखेगा, जबकि फिक्स दरों में वह उसी स्तर पर रहेंगी। बैंकिंग जानकारों का कहना है कि यह लोगों की प्रोफाइल पर निर्भर करता है कि वे किस तरह की दर पर कर्ज लेना चाहते हैं।

कार लोन की दरें भी 7.35 प्रतिशत पर

इसी तरह कार लोन या ऑटो लोन की ब्याज दरें इस समय 7.35 प्रतिशत से लेकर 11 प्रतिशत तक हैं। हालांकि एनबीफसी और छोटे बैंक इसे 14 प्रतिशत तक दे रहे हैं। पर सरकारी बैंक और निजी बैंक 10 प्रतिशत से नीचे ही कार लोन दे रहे हैं। कार लोन की अवधि ज्यादातर 3 से 5 साल तक के बीच होती है। जबकि होम लोन की अवधि 20 साल और उससे ऊपर होती है। कार लोन कुछ साल पहले तक 10 प्रतिशत के ऊपर ही शुरू होता था।

पर्सनल लोन 9 प्रतिशत से ऊपर की दरों पर

पर्सनल लोन की बात करें तो इसकी ब्याज दर इस समय 9 प्रतिशत से लेकर 14 प्रतिशत तक है। एनबीएफसी और छोटे बैंक इसे 18-20 प्रतिशत तक पर दे रहे हैं। पर्सनल लोन कुछ साल पहले तक 14 प्रतिशत से शुरू होता था। लेकिन अब यर 9 प्रतिशत से शुरू हो रहा है। एक अग्रणी बैंक के जनरल मैनेजर के मुताबिक चूंकि अब सभी ब्याज दरें एमसीएलआर से जुड़ी हैं। इसलिए जब कोई भी दर कम होती है तो वह ऑटोमैटिक सभी दरों पर लागू हो जाती है। इसलिए अगर आज होम लोन की दरें घटती हैं तो वह सभी पर घटती हैं। सभी बैंकों ने एमसीएलआर को कर्ज से लिंक किया है।

घर खरीदना है फायदा, मिल रही है सब्सिडी

हालांकि होम लोन का एक फायदा यह भी होता है कि पहली बार घर खरीद रहे खरीदारों को प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) योजना के तहत सब्सिडी मिल जाती है। रियल्टी सेक्टर का मानना है कि ग्राहकों को डेवलपर के साथ सौदेबाजी या बार्गेनिंग करने और अपनी पसंद का घर पाने के लिए यह सबसे सही अवसर है।

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ग्राहकों को डेवलपर के साथ सौदेबाजी या बार्गेनिंग करने और अपनी पसंद का घर पाने के लिए यह सबसे सही अवसर है