कोरोना के मामले रोकने के लिए मुम्बई के कई इलाकों में स्मार्ट हेलमेट से थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इससे कम समय में बड़ी तादाद में स्क्रीनिंग करने में मदद मिल रही है। इसके जरिए एक मिनट में 200 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा सकती है। स्क्रीनिंग के जरिए यह पता लगाया जा रहा है कि किसी के शरीर का तापमान सामान्य से अधिक तो नहीं क्योंकि बुखार आना भी कोरोना एक लक्षण है।
ऐसे काम करता है हेलमेट
यह हेलमेट एक साथ कई लोगों को डाटा उपलब्ध करता है। हेलमेट को स्मार्टवॉच से जोड़ा गया है। जैसे ही इसके कैमरे की नजर इंसान पर पड़ती है तुरंत उसके शरीर के टेम्प्रेचर का डाटा स्मार्ट वॉच में आ जाता है। स्मार्ट वॉच से जांच करने वालों का कहना है कि यह एक सेकंड में 13-14 लोगों की स्क्रीनिंग कर सकता है।
भारतीय जैन संघ ने बीएमसी को डोनेट
भारतीय जैन संघ ने बीएमसी को हाल ही में 4 स्मार्ट हेलमेट डोनेट किए हैं। इसमें दो का मुम्बई में और 2 का पुणे में इस्तेमाल किया जा रहा है। भारतीय जैन संघ और बीएमसी मिलकर मिशन जीरो चला रहे हैं। जिसका लक्ष्य राज्य में कोरोना के मामलों को शून्य करना है। इसकी शुरुआत जून से हुई थी।
कंटेनमेंट जोन में हो रहा इस्तेमाल
स्मार्ट हेलमेट का इस्तेमाल फिलहाल अभी कंटेनमेंट जोन में किया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा मामलों को सामने लाकर मिशन जीरो का लक्ष्य हासिल किया जा सके।