आईआईटी दिल्ली ने ऐसी डिवाइस तैयार की है जिससे 10 मिनट में मास्क को दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाया जा सकेगा। शोधकर्ताओं ने इसका नाम Chakr DeCoV रखा है। इस डिवाइस एन-95 मास्क को दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाएगी साथ ही बायो-मेडिकल वेस्ट को घटाने का काम करेगी। शोधकर्ताओं का दावा है कि यह डिवाइस मास्क में मौजूद वायरस और बैक्टीरिया को 99.99 फीसदी तक खत्म करती है।
आईसीएमआर से मिला अप्रूवल
इसे आईआईटी के स्टार्टअप चक्र इनोवेशन ने तैयार किया है और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) से अप्रूवल मिल चुका है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह ओजोन आधारित डिवाइस है जिसकी मदद से मास्क को 10 गुना तक दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाया जा सकेगा।
ऐसे काम करती है डिवाइस
संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट तुषार बाथम के मुताबिक, यह डिवाइस ओजोन आधारित है। ओजोन एक ऑक्सीडाइजिंग एजेंट है जो वायरस के उस प्रोटीन को नष्ट करता है जो संक्रमण की वजह बनता है। इसके बाद वायरस का आएनए भी डैमेज हो जाता है। मास्क को मशीन में रखा जाता है और ओजोन के असर से वह संक्रमणमुक्त हो जाता है।
आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर प्रो. वी रामगोपाल राव के मुताबिक, संस्थान कोविड-19 से जुड़ी दिक्कतों को तकनीक के जरिए सुलझाने में मदद कर रहा है। चाहें पीपीई किट उपलब्ध कराने की बात हो या चीजों के दोबारा इस्तेमाल और सुरक्षित डिस्पोजल का मामला हो, हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।