हजार सालमें एक बार दिखने वाला धूमकेतु NEOWISE 12 जुलाई से आसमान पर दिखाई देगा। धरती के उत्तरी गोलार्द्ध ( Northern Hemisphere) पर रहने वाले लोग इसे देख सकेंगे। यानी भारत के लोग भी NEOWISE को देख पाएंगे।
नासा के कैमरे में कैद हुआ था NEOWISE
मार्च के महीनों में नासा के कैमरों में एक अजीब घटना कैद की गई। यह धरती से 200 मिलियन किलोमीटर दूर स्थित एक धूमकेतूथा। काफी दूर होने के चलते यह साफ-साफ दिखाई नहीं दे रहा था। एस्ट्रोनॉमर्स इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि कभी ये स्पष्ट दिखेगा भी या नहीं।
5 जुलाई को इसे ऐरिजोना में देखा गया था। ऐस्ट्रोफटॉग्रफर क्रिस ने इसकी तस्वीर ली थी। 11 जुलाई की सुबह यह आसमान में सबसे ऊंचाई पर होगा और उसके बाद यह बढ़ता रहेगा।
सूर्य और मरकरी के नजदीक से गुजर चुका है ये धूमकेतू
NEOWISE सूर्य से 44 मिलियन किलोमीटर नजदीक से गुजर चुका है। यह दूरी मरकरी से सूर्य की दूरी से भी कम है।तब से यह धीरे-धीरे हर रोज क्षितिज के करीब पहुंच रहा है। जुलाई महीने के बीच में सूर्यास्त के तुरंत बाद ये दिखाई देगा।
22-23 जुलाई को धरती के सबसे नजदीक होगा यह धूमकेतू
NEOWISE धूमकेतू 22-23 जुलाई को धरती के सबसे नजदीक होगा। इस समय ये धरती से 200 मिलियन किलोमीटर दूर है। लेकिन, 22-23 जुलाई को इसकी दूरी सिर्फ 100 मिलियन किलोमीटर होगी। हालांकि ये दूरी भी चांद की दूरी से 200 गुना ज्यादा होगी।